कलेक्टर ने महिला पर्यवेक्षक को कर्तव्य के निर्वहन में घोर लापरवाही पर तत्काल प्रभाव से निलंबित किया

कलेक्टर श्री ऋतुराज सिंह ने पर्यवेक्षक श्रीमती अमिता जाट को कर्तव्य के निर्वहन में घोर लापरवाही पर तत्काल प्रभाव से निलंबित किया ——— देवास कलेक्टर श्री ऋतुराज सिंह ने पर्यवेक्षक महिला एवं बाल विकास परियोजना खातेगांव श्रीमती अमिता जाट को अपने कर्तव्य के निर्वहन में घोर लापरवाही पर तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है । निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय महिला एवं बाल विकास परियोजना कन्नौद रहेगा तथा इन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता प्राप्त करने की पात्रता होगी । निलंबन आदेश में उल्लेख है कि पर्यवेक्षक महिला एवं बाल विकास परियोजना खातेगांव श्रीमती अमिता जाट जिला देवास के विरुद्ध मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत देवास को शिकायत प्राप्त हुई कि श्रीमती अमिता जाट द्वारा सुश्री पूजा कर्मा पिता श्री अबजसिंह कर्मा ग्राम बरखेडी की आँगनवाडी सहायिका की नियुक्ति हेतु 40,000 की मांग की गई , जिसकी जांच हेतु कार्यालय जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास द्वारा परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास परियोजना खातेगांव जिला देवास को पत्र जारी किया गया । परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास परियोजना खातेगांव द्वारा शिकायत की जाँच कर अवगत कराया गया कि शिकायतकर्ता द्वारा जाच के दौरान बताया गया कि श्रीमती अमिता जाट सेक्टर पर्यवेक्षक द्वारा ग्राम बरखेडी निवासी सुश्री पूजा कर्मा से आंगनवाडी सहायिका के पद पर चयन करवाने हेतु 40 हजार रुपये की मांग की गई । परियोजना अधिकारी खातेगांव द्वारा यह भी बताया गया कि श्रीमती अमिता जाट पर्यवेक्षक के विरूद्ध अन्य शिकायत क्अनुसार शिकातयकर्ता आरती पिता हीरालाल मेहदिया ग्राम सुरजना द्वारा शिकायत की गई कि श्रीमती अमिता जाट सेक्टर पर्यवेक्षक द्वारा ग्राम सुरजना निवासी सुश्री आरती पिता हीरालाल मेहदिया से आंगनवाड़ी सहायिका के पद पर चयन करवाने हेतु 30 हजार रुपये की मांग की गई। श्रीमती अमिता जाट पर्यवेक्षक महिला एवं बाल विकास परियोजना खातेगांव से उक्त शिकायतों के संबंध में लिखित कथन प्रस्तुत करने हेतु परियोजना अधिकारी खातेगांव के द्वारा निर्देशित किया गया परन्तु श्रीमती अमिता जाट द्वारा कोई कथन / जवाब प्रस्तुत नहीं किये गये । श्रीमती अमिता जाट देवास को उक्त शिकायत के पर्यवेक्षक महिला एवं बाल विकास परियोजना खातेगांव जिला संबंध में अपना पक्ष रखने हेतु परियोजना अधिकारी खातेगांव द्वारा दिये गये पत्र के बावजूद भी उनके द्वारा अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत नही किया गया।