*स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में देवास नगर निगम को 3 लाख तक की आबादी वाले 130 शहरों में मिला देश मे प्रथम स्थान, नियत 8 मापदण्डों पर उत्कृष्ट कार्य किया, निगम कर्मी का बड़ा हौसला

देवास। लो फिर हमारे देवास के नंबर मार दिया । 9 सितम्बर 2025 देवास नगर निगम ने एक बार फिर स्वच्छता और पर्यावरण के क्षेत्र में अपनी प्रतिबद्धता का परिचय दिया है। हाल ही में घोषित स्वच्छ वायु सर्वेक्षण-2025 के नतीजों में देवास को 3 लाख तक की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में देशभर में पहला स्थान प्राप्त हुआ है। भूपेन्द्र यादव केन्द्रीय मंत्री पर्यावरण, वन ओर जलवायु परिवर्तन से स्वच्छ वायु सर्वेक्षण का पुरस्कार सभापति रवि जैन के द्वारा आयुक्त रजनीश कसेरा, निगम स्वास्थ्य समिती अध्यक्ष धर्मेन्द्रसिह बैस, लोक निर्माण समिती अध्यक्ष गणेश पटेल के साथ सौरभ त्रिपाठी नोडल अधिकारी NCAP एवं राजेश कौशल उपयंत्री के साथ दिल्ली मे प्राप्त किया। आयुक्त श्री कसेरा ने बताया कि इस प्रतिष्ठित सर्वेक्षण में कुल 130 शहरों ने भाग लिया था, जिसमें वायु गुणवत्ता, जन-जागरूकता, नवाचार और प्रशासनिक प्रयासों जैसे विभिन्न मानकों पर मूल्यांकन किया गया। देवास ने इन सभी मानकों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर यह गौरव हासिल किया। देवास नगर निगम द्वारा किए गए महत्वपूर्ण प्रयासों में, वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए हरित क्षेत्र बढ़ाना, इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहन देना,औद्योगिक इकाइयों की निगरानी, जनता को जागरूक करने के लिए नियमित अभियान, स्मार्ट प्रदूषण मॉनिटरिंग सिस्टम की स्थापना शामिल हैं। सभापति व आयुक्त ने संयुक्त रूप से कहा कि “यह उपलब्धि केवल नगर निगम की नहीं, बल्कि देवास की जनता की है, जिन्होंने स्वच्छ वायु के प्रति अपनी जिम्मेदारी को निभाया। हम इसी तरह पर्यावरण के संरक्षण में अग्रणी बने रहने का प्रयास जारी रखेंगे” यह सम्मान देवास को न केवल स्वच्छता के क्षेत्र में बल्कि एक हरित और सतत विकासशील शहर के रूप में पहचान दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। नगर निगम द्वारा स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2025 मे नियत 8 मापदण्डों पर कार्य कर प्रथम स्थान प्राप्त किया है। जिसमे • वर्ष 2022-23 में PM 10 का स्तर 105, 2023-24 में 99 एवं 2024-25 में घटकर 89 हुआ | पिछले साल के मुकाबले 12% की कमी आई | • कचरा फेंकने एवं जलाने पर पूर्णतः प्रतिबंधित किया गया। निगम द्वारा चालानी कार्यवाही भी की गई। • कच्ची सड़कों को पक्का किया एवं सड़क के दोनों तरफ पेवर ब्लॉक लगाए गए ताकि सड़के धुल मुक्त रहे जिससे PM 10 एवं PM 2.5 का स्तर कम हो। • 2 स्वैपिंग मशीन से 60 किलोमीटर प्रतिदिन रोड की सफाई कर 10 से 12 टन धुल को सड़क से उठाई जा रही है | • एक पेड़ मां के नाम अभियान के अंतर्गत 9200 की संख्या ने पौधारोपण किया गया। • दो सिटी फॉरेस्ट मियावाकी पद्धति पर शहर में विकसित किए जा रहे है। • औद्योगिक क्षेत्र में 11.25 हेक्टेयर क्षेत्र में 4 ग्रीन पार्क विकसित किए जा रहे है। • मलबे से संग्रहण एवं परिवहन के लिए 5 टन की क्षमता के 3 वाहन लगाए गए। • मलबे के भंडारण के लिए प्रोसेसिंग प्लांट पर व्यस्था की गई जिसमें 5 अलग-अलग केटेगरी में मलबे को रखा जा रहा है। • निर्माण स्थल को ढकने के निर्देश दिए गए। • 6 PUC सेंटर को NIC से लिंक किया गया। • शहर में चल रहे वाहनों के फिटनेस की जांच कर PUC कार्ड बनाए गए। • इंडस्ट्रियल प्रदूषण को कम करने के लिए 29 इंडस्ट्रीज के कोल बॉयलर को सीएनजी बॉयलर में बदला गया | • 11 चौराहों पर फव्वारे लगा कर सड़क से उड़ने वाली धुल को नियंत्रित किया गया | • 128000 टन पुराने कचरे का बायो रेमेडियशन कर ख़त्म किया गया | • 32 CNG आधारित कचरा वाहन का उपयोग कर वाहनों से निकलने वाले प्रदूषण को कम करने का प्रयास किया जा रहा है, साथ ही इलेक्ट्रिक वाहनों को भी बदावा देने का प्रयास किया जा रहा है | • शहर के सभी 45 वार्डो से 114 टन कचरे का संग्रहण प्रतिदिन कर इसका प्रबंधन किया गया। • गीले कचरे के प्रबंधन के लिए 80 टन क्षमता का ड्रम कोम्पोस्टर प्लांट एवं सूखे कचरे के पुनः चक्रण हेतु 65 टन की क्षमता का MRF प्लांट संचालित किया जा रहा है | • STP से उपचारित जल का पुनः उपयोग फव्वारों में, रोड धुलाई में, डिवाइडर धुलाई में, शौचालय की धुलाई में, निर्माण कार्य में किया जा रहा है | इस अवसर पर महापौर श्रीमती गीता दुर्गेश अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि शहर के वातावरण एवं वायु प्रदूषण को कम करने के लिए सड़कों से उड़ने वाली धूल को कम करना आवश्यक है, जिस हेतु हमे 2 स्वैपिंग मशीन क्रय की जिससे प्रतिदिन मुख्य मार्गो की सफाई की जा रही है। महापौर ने कहा कि स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2025 पुरस्कार प्राप्त करने जाना तय था परन्तु अचानक पारीवारीक सदस्य की अस्वस्थता के कारण जाना निरस्त करना पडा। सभापति रवि जैन ने अपने संदेश मे कहा बढ़ती आबादी और ईंधन युक्त वाहनों से निकलने वाले जहरीले धुआं से शहर की वायु गुणवत्ता पर असर पड़ रहा है, इसे कम करने के प्रयास के लिए हमें 32 CNG आधारित कचरा वाहन चाहिए, और इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के प्रयास किए। आयुक्त रजनीश कसेरा ने अपने संदेश मे कहा पेड़ पौधे हमारे वातावरण को शुद्ध बनाए रखने में एक अहम भूमिका निभाते है, और इनसे वायु प्रदूषण को भी रोका जाता है इसी उद्देश्य से शहर में पौधा रोपण अभियान एवं औद्योगिक क्षेत्र में ग्रीन पार्क डेवलप किए। जिससे शहर की वायु गुणवत्ता तो सुधरेगी ही साथ ही शहर की सुंदरता भी बढ़ेगी, नेशनल क्लिन एयर प्रोग्राम एवं अमृत 2.0 के अंतर्गत शहर में लगातार पौधारोपण का कार्य किया जाएगा | NCAP नोडल अधिकारी सौरभ त्रिपाठी ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र से निकलने वाले धुएं से होने वाले प्रदूषण को रोकना हमारे लिए बहुत बड़ी चुनौती थी, सभी उद्योगिक संचालकों के साथ बैठक कर उद्योगों को ग्रीन फ्यूल में परिवर्तित करने एवं शेष बची उद्योगों को ग्रीन फ्यूल में परिवर्तन के लिए जिला प्रशासन एवं नगर निगम द्वारा सतत प्रयास किए जा रहे है । इन सभी प्रदूषण को कम करने से हमें नंबर 1 का ताज मिला।

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