आग लगने पर क्यों कुआं खोदने की कहावत चरितार्थ करता शासन…. पूर्व जिला अध्यक्ष के क्या बदलेंगे भाग्य… बैंक नोट प्रेस में मुन्ना भाई…. स्वास्थ्य विभाग के बाबूजी…. बिजली विभाग का झटका कांग्रेस का प्रदर्शन…. कलेक्टर एसपी की जोड़ी फार्म पर…. हाउल क्लब…. मीना बाजार ..अन्न क्षेत्र क्यों बंद… ..

भगत…. बाबा प्रणाम।
बाबा… बेटा प्रणाम। भगत… राजस्थान में स्कूल की छत गिरने के बाद मध्य प्रदेश की सरकार भी जागी है।
बाबा…. सरकारी स्कूल में सरकार ने बहुत कुछ नया किया है लेकिन कई स्कूल की बिल्डिंग अपने हाल पर आंसू बहा रही है। उनके आंसू पोछने का समय भी सरकार को जब मिला जब कहीं पर हादसा हो गया। राजस्थान सरकार समय पर जाग जाती तो बच्चे बच जाते। देवास जिले में कई स्कूल है जहां कलेक्टर के आदेश के बाद वह टूटना भी शुरू हो गए हैं परंतु कहीं शासकीय भवन ऐसे हैं जहां पर हादसा हो सकता है तो कहीं जर्जर मकान।
भगत…. देवास के चार गेट में से एक गेट गिरने से बड़ा हादसा याद है ना। बाबा…. वैसे तो जिले में कहीं हादसे हुए जो मकान और शासकीय भवन गिरने से हुई लेकिन राजाओं के कार्यकाल में बने चार गेट में से एक गेट गिरने से आठ लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी और उसकी जांच भी हुई लेकिन वह जांच भी मृतक की तरह कहीं दब गई आज तक पता नहीं चला।
भगत.. अब देवास जिले में भी ऐसे बिल्डिंग और मकान चिन्हित कर सावधानी रखना चाहिए। बाबा…. शासन प्रशासन को आग लगने पर कुआं खोदने की कहावत चरितार्थ करता है एक बच्चा बोरिंग में गिर जाए तो सारे प्रदेश के बिना ढके बोरिंग और कुएं की जांच। एक बड़ी बिल्डिंग में आग लग जाए तो सभी जगह सुरक्षा व्यवस्था, और पटाखा फैक्ट्री में आग लग जाए तो सभी फैक्ट्रियों की जांच करने लग जाती है क्या पहले से ही सरकार के साथ वहां पर रह रहे लोगों का दायित्व नहीं होता की सुरक्षा के साथ सतर्क रहे।
भगत…. अभी बारिश में नदी नाले और प्राकृतिक जगह पर भी ध्यान रखना चाहिए। बाबा… बारिश में नदी नाले और प्राकृतिक जगह जो खतरनाक पॉइंट है उन पर न जाने के लिए जिला प्रशासन हर बार जनता से अपील करता है लेकिन कुछ मानते ही नहीं और परिणाम सामने है। बाद में सारा दोष प्रशासन पर ही आता है।
भगत…. जिला प्रशासन तो अभी हर क्षेत्र में मेहनत कर रहा है। बाबा…. हां बेटा कलेक्टर ऋतुराज सिंह और एस पी पुनीत गहलोत की जोड़ी बहुत कुछ कर रही है। ऐसे कई मामले हैं जिसमें लगता है कि कलेक्टर एसपी कुछ नए नवाचार कर रहे हैं।भगत…. साहब पढ़ा भी रहे हैं। बाबा… कलेक्टर ऋतुराज सिंह का यह अंदाज बच्चों को बहुत भाया। किसी सरकारी स्कूल में जहां पर उच्च अधिकारी केवल जांच करने जाते हैं या फिर 15 अगस्त 26 जनवरी या अन्य आयोजन पर। वहां पर एक शिक्षक बनकर दिल से यदि अधिकारी हाथ में चाक लेकर बोर्ड पर बच्चों को पढ़ाने लगे तो बच्चों को और क्या चाहिए। शासकीय स्कूल में यदि ऐसे सभी अधिकारी और माननीय अपना कुछ समय भी दे दे तो केवल बाहर से नहीं अंदर से भी तस्वीर बदलेगी । बजट कम दो परंतु समय दो तो सब कुछ बदल जाएगा।
भगत…कलेक्टर की टीएल मीटिंग और दौरे की खबर से ही अधीनस्थ अधिकारी का बीपी बढ़ जाता है। बाबा….. बेटा देवास जिले में सुधार के लिए सख्त कलेक्टर भी चाहिए और फिर ऋतुराज सिंह गंभीर स्वभाव के साथ किसी भी विभाग ke काम की बारीकियां समझते हैं और विभागीय अधिकारी इसीलिए डरते हैं कि बैठक में सार्वजनिक रूप से सम्मान और दौरे पर भी यही सब होता है। पटवारी से लेकर कहीं बाबू और अधिकारी पर कार्रवाई के बाद जिले में अब कलेक्टर का माहौल बना है। भगत… पुलिस अधीक्षक भी। बाबा…. पुलिस अधीक्षक पुनीत गहलोत के लिए तो यही कहना होगा कि कर्म किए जा फल की चिंता मत कर ए इंसान। लगातार केवल सुधार और कुछ अच्छा करने का जुनून यदि किसी अधिकारी में हो तो परिणाम देर से ही सही सुखद आते है। जब कप्तान कम पर लग जाए तो नीचे वाले आलसी भी ऊर्जावान हो जाते हैं। हमारा देवास जिला पुलिस विभाग में मध्य प्रदेश में आने वाले समय में निश्चित ईमानदारी से अवार्ड लाएगा जो जमीन पर दिखेगा अभी बस अभी थोड़ा सा और पुलिस कप्तान को ध्यान देना चाहिए कि कुछ अधीनस्थ है कि हम नहीं सुधरेंगे की कसम खा कर बैठे हैं । उनकी अंतरात्मा जाग जाए और देवास पुलिस प्रदेश में अपना अलग स्थान बनाएं। जिले में तुम्हारे पुलिस कप्तान सुबह से रात तक आम दिन की छोटी से छोटी शिकायत पर ध्यान देने के साथ तुमको प्रोत्साहित भी करते हैं। इतना प्रोत्साहित की यदि इंटरनेट का जमाना नहीं होता तो पत्रकारों के कार्यालय प्रेस नोट से भर जाते ।
भगत …. भाजपा में अब निगम और प्राधिकरण अध्यक्ष के लिए घमासान। बाबा….. अच्छी खबर है कि देवास जिले के दो नाम अभी सूची में तो आ चुके हैं।
भगत … जयपाल सिंह और राजू खंडेलवाल। बाबा…. जयपाल सिंह चावड़ा संघ की ओर से नाम है तो अपने आप में भी एक बड़ा नाम है जो हमेशा संगठन के लिए समर्पित रहकर प्रदेश में कई महत्वपूर्ण दायित्व भी निभा चुके हैं इनकी कार्य क्षमता को देख इंदौर जैसे महानगर में प्राधिकरण अध्यक्ष का दायित्व दिया था और सफल भी रहे अब फिर वापसी हो रही है।
भगत… दूसरा भाजपा पूर्व जिला अध्यक्ष का पद तो पनौती माना जाता है। बाबा….. ऐसा इसलिए कि अभी तक जो भी भारतीय जनता पार्टी का अध्यक्ष बना हुआ फिर किसी बड़े महत्वपूर्ण पद पर नहीं पहुंचा है । भारतीय जनता पार्टी जिला अध्यक्ष के पद से हटने के बाद वह बड़े पद के लिए संघर्ष तो करते रहे लेकिन उन्हें मिला नहीं। देवास जिले में अभी तक तो यही रहा है। हम पूर्व स्वर्गीय श्री मदन लाल जी भास्कर जिनका जिला अध्यक्ष का अनुभव लंबा रहा बार-बार कार्य करने का मौका मिला परंतु कोई बड़ा पद नहीं मिला इस पद के बाद। ऐसे ही अजय सिंह बघेल, बहादुर मुकाती, महेश दुबे, गोपी कृष्ण व्यास, नंदकिशोर पाटीदार, राजू खंडेलवाल और वर्तमान में राय सिंह सेंधव जिला अध्यक्ष है। वैसे तो सभी जिला अध्यक्ष का कार्यकाल अच्छा रहा कोई विवादित नहीं रहे लेकिन किसी गुट से जुड़े रहे। राजू खंडेलवाल पहले जिला अध्यक्ष रहे कि जो अपने फैसले स्वयं लेते रहे और संगठन को सत्ता के समांतर चलाया। इनके जिला अध्यक्ष से हटने के बाद यही माना जा रहा था कि राजू घर चले। परंतु अचानक प्रदेश में प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल के बनने के बाद राजू खंडेलवाल का नाम फिर से आना देवास में राजनीति में एक मान्यता टूट जाएगी और जिला अध्यक्ष से हटाने के बाद की पनौती हट जाएगी अब देखना है कि इनको पद मिलता है या यहां पर विरोधी जो इनको किसी भी कीमत पर बनने नहीं देना चाहते वह पनौती शब्द बरकरार रहेगा। वैसे खंडेलवाल समर्थक में फिर जोश भर दिया है। मात्र नाम चलने से।
भगत…. और कांग्रेस में जिला अध्यक्ष। बाबा…. एक दावेदार तो बाहर हो ही गए। भगत… मनीष चौधरी। बाबा…. हां बेटा इनको राष्ट्रीय महासचिव का दायित्व मिला है। और इस तरह यह जिला अध्यक्ष की दौड़ से बाहर हो गए हैं। अब बंटू गुर्जर, जय सिंह ठाकुर के नाम है। और भी नाम है लेकिन अभी उनकी चर्चा ज्यादा चल रही है।
भगत…. जो भी बनेगा निगम पंचायत चुनाव में टिकट में महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। बाबा…. जो भी जिला अध्यक्ष बनता है सबसे पहले तो उसका टिकट तो हो ही जाता है विधानसभा का । कांग्रेस में जिला अध्यक्ष का पद लकी रहा है जिला अध्यक्ष को टिकट तो मिला है देख लो पिछले जिला अध्यक्ष का रिकॉर्ड।
भगत… अब जाते-जाते अशोक कप्तान भी ज्यादा सक्रिय हो गए हैं। बाबा… वह तो विधानसभा क्षेत्र में पहले भी सक्रिय थे लेकिन अपने ही गुट के आका सज्जन भैया और मनोज राजानी के कारण चाह कर भी आगे रहकर कुछ ना कर सके।
भगत… गेंद फिर इनके पहले में ही जा रही है। बाबा… फिर भी समय का भरोसा नहीं कब पलटी मार जावे।
भगत… बैंक नोट प्रेस में मुन्ना भाई प्रकरण मैं फिर पोल खोल दी। बाबा… देवास शहर को एक पहचान देने वाला बैंक नोट प्रेस कई बार अवार्ड के रूप में चर्चा में है तो कई बार अधिकारियों के भ्रष्टाचार और अन्य कारनामों के कारण इस बार सरकारी नियुक्ति में मुन्ना भाई की तरह एंट्री को लेकर चर्चा में आया है क्या यही वहां पर सुरक्षा और व्यवस्था है। बात केवल मुन्ना भाई स्टाइल में नियुक्ति की नहीं सुरक्षा और व्यवस्था की भी है। और भी मामले सामने आ सकते हैं थोड़ा अंदर जाकर गोपनीy जांच हो।
भगत…. स्वास्थ्य विभाग में इस बार चर्चित बाबूजी निपट गए। बाबा… देवास जिला स्वास्थ्य विभाग पिछले तीन-चार वर्षो से चर्चा में है पहले सी एम एच ओ घोटाले में फंसे और बाबू पर एफ आई आर ओर अब पहले भी कहीं बार विवादित रहे बाबू पाटीदार इस बार बच नहीं सके। 2000 में नर्सिंग भर्ती घोटाले के बाद कई बार विवादों में आए लेकिन बच गए। इस बार तो हद हो गई नर्सिंग छात्रावास में इतनी अवस्था की पानी की टंकी में मृत सर्प मिलना । बहुत समय से केवल अपने भविष्य के लिए सब कुछ सह रही नर्सिंग छात्राओं की सहनशक्ति जवाब दे गई मृत सांप को पानी की टंकी में देखकर आक्रोश फूट पड़ा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की इकाई ने भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई वैसे छात्र नेता केवल स्कूल कॉलेज तक सीमित देखे जाते हैं लेकिन विद्यार्थी परिषद की पदाधिकारी ने अपना भाई तो खूब निभाया छात्रावास में नर्सिंग छात्राएं की मदद के लिए भी आगे आई यही राजनीति में सबसे अच्छी भूमिका है। जिले में और भी छात्र-छात्राओं के शासकीय हॉस्टल और निजी संचालित हो रहे हैं एक बार उनका दर्द भी छात्र नेताओं को देखना चाहिए और प्रशासनिक अधिकारी को भी संबंधित विभाग को एक बार महीने में दौरा करने के निर्देश देना चाहिए ताकि यह नौबत ही ना आ पाए।
भगत…. जिला चिकित्सालय और ग्रामीण चिकित्सालय पर भी। बाबा…. हमारा देवास जिला चिकित्सालय जिसके लिए जिला कलेक्टर से लेकर जनप्रतिनिधि और सभी ने प्रयास कर लिए यहां पर सुविधा और संसाधन तो बहुत उच्च स्तर के हैं लेकिन व्यवस्था मैं सुधार आवश्यक है। सिविल सर्जन बदलने से कुछ नहीं होता यहां के चिकित्सकों का दिल बदलना होगा तभी आमजन का विश्वास बढ़ेगा और गरीब का दर्द कुछ तो कम होगा।
भगत….. बोल बम । बाबा…. सावन मास में चारों ओर भोले की भक्ति का माहौल है ।चारों ओर से एक ही आवाज आती है जय भोलेनाथ और बोल बम के नारे के साथ भोले के प्रति असीम श्रद्धा और विश्वास लेकर निकले भोले भक्त की आस्था देखते ही बनती है। पूरे सावन के महीने सभी सड़कों पर सुबह से लेकर रात तक पैदल कावड़ लेकर जाते कावड़ यात्री और उनका जगह-जगह स्वागत सत्कार देखते ही बनता है। कितनी आस्था कावड़ यात्री की है तो उतनी ही उनका सम्मान स्वागत कर उनको फलाहार और भोजन करने वाले की की। कई संस्थाएं कावड़ यात्रा निकल रही है । कावड़ यात्रा का धार्मिक महत्व के साथ वैज्ञानिक महत्व भी है तो फिर स्वास्थ्य के लिए भी। चाहे जिसकी बस की बात नहीं कि वह कावड़ लेकर चल दे । जिस तरह भगवान के भक्तों को मंदिर में बुलावा आता है इस तरह कावड़ यात्री भी भाग्यशाली होता है जो श्रद्धा आस्था के साथ यह सफर पूरा करता है और भोलेनाथ को जल समर्पित करता है। पूरे शहर और ग्रामीण क्षेत्र में जगह-जगह उनके स्वागत सत्कार और सेवा के लिए लगे पंडाल के आयोजक को कलयुग टाइम की ओर से साधुवाद आपकी सेवा धन्य है।
भगत… मीना बाजार अब कहां लगेगा। बाबा…… देवास में मीना बाजार जिसे शासकीय भाषा में औद्योगिक कला और प्रदर्शनी जिसे नगर निगम द्वारा लगाया जाता है। इस बार जगह को लेकर फिर संकट खड़ा हो गया है क्योंकि जिस जगह विकास नगर चौराहे पर मीना बाजार लगता था। वहां पर आईटीआई का छात्रावास और शिक्षा के लिए नई बिल्डिंग बन रही है और काम भी शुरू हो गया है। अब निगम प्रशासन नई जगह ढूंढ रहा है।
भगत… पुलिस लाइन । बाबा… बेटा पहले भोपाल चौराहे पर शिवाजी उद्यान में जो मीना बाजार लगता था उसकी बात ही अलग थी पूरे जिले के ग्रामीण क्षेत्र की जनता मां चामुंडा टेकरी के दर्शन कर मीना बाजार में जरूर जाती थी और व्यवस्था इतनी अच्छी की ना पार्किंग की दिक्कत ना कोई और परेशानी यह इतना लोकप्रिय था कि इसमें समय बढ़ना पड़ता था सबको मालूम था कि समय बढ़ेगा आरंभ में ग्रामीण क्षेत्र की जनता और अंतिम समय में शहर की जनता यहां पर स्वस्थ मनोरंजन के साथ खरीददारी करती थी सबसे ज्यादा बच्चों को उत्साह रहता था झूले और अन्य मनोरंजन के साधन फिर छोटे व्यापारी भी यहां पर अपनी दुकान लगाकर रोजी-रोटी कमाते थे तो आसपास के बेरोजगार को भी इतना रोजगार मिलता था कि बहुत समय तक उनका गुजारा हो जाए । यहां पर रोप वे लगने के बाद इसको विकास नगर ले जाया गया जहां यह केवल शहरी क्षेत्र का मीना बाजार होकर रह गया और पार्किंग से लेकर अन्य समस्या खासकर ग्राउंड पर खेलने वाले खिलाड़ियों का एक महीने तक खेलने दुश्वार हो गया। आसपास के लोगों को रोजगार की बात करें तो आसपास वैसे भी व्यावसायिक क्षेत्र है सभी का रोजगार चल ही रहा है। खिलाड़ियों को खेलने के लिए ग्राउंड की दुर्दशा झूले वाले कर गए। अब नया ग्राउंड बन रहा है तो मीना बाजार भी जा रहा है। ट्रैफिक जाम से भी राहत मिलेगी। अब हम बात करें पुलिस लाइन की तो बच्चों को जरूर दूर पुलिस लाइन जाना पड़ सकता है लेकिन पुलिस लाइन से अच्छा विकल्प कोई है ही नहीं जहां पार्किंग की व्यवस्था के साथ सुरक्षा भी और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के लिए भी अच्छा होगा जो मां चामुंडा की टेकरी पर दर्शन करने के बाद मीना बाजार मैं स्वस्थ मनोरंजन और आवश्यक उपयोगी खरीदारी कर सकेंगे बाकी जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधि की अपनी पसंद।
भगत…. अन्न क्षेत्र भी तो बंद हो गया। बाबा….. मां चामुंडा टेकरी पर देवास ही नहीं पूरे प्रदेश और देश भरके श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। दर्शन करने के बाद अन्न क्षेत्र में भोजन प्रसादी ग्रहण करते थे। पहले अन्न क्षेत्र शंखद्वार पर जिला प्रशासन देव प्रबंध समिति और देवास के समाजसेवी के सहयोग से अच्छा चल रहा था बहुत दान आने के साथ यहां पर दर्शन करने आने वाले भक्तों के साथ आसपास के जरूरतमंद अभी भोजन कर संतुष्ट हो जाते थे परंतु तत्कालीन एसडीएम सोनी द्वारा बंद कर केवल शासकीय समिति द्वारा टेकरी पर ऊपर संचालित किया जहां जाने के बाद समाजसेवी इससे दूर हो गए और धीरे-धीरे यह बंद की स्थिति में आ गया अब वर्तमान एसडीएम बिहारी सिंह अपने कार्यकाल के अंतिम दिन क्योंकि सेवानिवृत होने जा रहे हैं जाते-जाते क्यों यह अच्छी सेवा बंद कर अपना नाम जोड़कर जा रहे हैं अच्छा हो की इस समाज सेवायों के साथ जोड़कर फिर व्यापारियों को साथ लेकर प्रदेश में एक अच्छा अन्न क्षेत्र बनाएं। देवास की जनता और समाजसेवी हर क्षेत्र में अग्रणी रहते हैं केवल जिला प्रशासन को पहल करना है और अभी तो जिला कलेक्टर हर क्षेत्र में कुछ नवाचार कर ही रहे हैं तो यह अन्न क्षेत्र तो बड़े पुण्य का कार्य है।
भगत… हाउल क्लब के नाम से फिर धर्मांतरण का मामला सामने आया है। बाबा….. देवास जिले में ट्राइबल एरिया में धर्मांतरण वर्षों से जारी है संघ और हिंदू संगठन की सक्रिय भूमिका के कारण बहुत कुछ काम हुआ है तो अब हाउल क्लब के नाम से हाटपिपलिया विधानसभा क्षेत्र में पिछले दो-तीन वर्ष से संचालित युवक और युवतियों की कार्य शैली संदिग्ध मिलने पर जागरूक ग्रामीण और हिंदू संगठन के पदाधिकारी ने यहां पुलिस प्रशासन को सूचना दी तो बहुत कुछ सामने आया और इन लोगों की किस्मत भी ऐसी की टी आई अजय गुर्जर से सामना पड़ा वरना दबाव भी बहुत फिर भी टी आई ने अपनी कार्रवाई दबंगता के साथ की और अभी जांच जारी है आखिर इतने दिन बाद इन पर नजर क्यों पड़ी तो वह भी एक युवती जो अपने माता-पिता का कहना तक नहीं मान रही है और उनको छोड़कर चली आई उसके बाद यह मामला प्रकाश में आया है। करवाई तो बिल्कुल निष्पक्ष होनी ही लेकिन आगे सवाल यह उठता है कि जिले में ऐसे कई संगठन कार्य कर रहे हैं जो धर्मांतरण कर रहे हैं । संघ अपनी जगह पूर्ण समर्पित होकर अपनी भूमिका निभा रहा है। लेकिन जागरूक हमको आमजन को भी होना चाहिए कि आपका बच्चे कहां जा रहे हैं ।किसके साथ है क्या कर रहे हैं। क्या नौकरी व्यापार मैं इतने डूब गए हो कि अपने बच्चों के डूबते भविष्य की चिंता नहीं अरे थोड़ा सा समय निकालकर अपने बच्चों को अपनी संस्कृति अपने धर्म और सेवा के लिए जागृत करो। फिर धर्मांतरण करने वाले भी थोड़ा सोचे कि सेवा से बड़ा धर्म और कौन सा है यदि सेवा करना ही है और कर ही रहे हो तो फिर स्वयं क्यों धर्म भ्रष्ट हो रहे हो। और सेवा के बदले धर्म परिवर्तन कर सेवा पर भी पानी फेर रहे हो। फिर भ्रमित करके धर्मांतरण कर भी लिया तो कौन सा बड़ा कार्य कर लिया है अगर दम है तो हमारे विद्वान साधु संत को देखो जो विदेश जाकर भी केवल अपने ज्ञान और आध्यात्मिक शक्ति से विदेशियों को हमारी संस्कृति की ओर ला रहे हैं ।सुधार रहे हैं वह पैसा नहीं देते उल्टा उनको विदेशी पैसा देते हैं हमारी संस्कृति अपना रहे हैं हमारी कार्यशैली अपना रहे हैं। हमारा देश अनेकता में एकता के लिए पहचाना जाता है सभी धर्म का सम्मान है और स्वतंत्रता भी फिर तुम अच्छा कार्य करो क्यों एकता खंडित करना चाहते हो धर्मांतरण नहीं करवाओगे तो इस देश में बड़ा सम्मान मिलेगा और मिल ही रहा है ।अब तो अपनी शैली बदल दो क्योंकि समय बदल गया है।
भगत… बिजली विभाग भी गजब के झटका दे रहा है।
बाबा…. इस विभाग पर शायद किसी भी सरकार का नियंत्रण नहीं रह पाता है पहले कांग्रेस की सरकार के प्रति जन आक्रोश में बिजली विभाग की मुख्य भूमिका रही तो अब विद्युत वितरण कंपनी इसी आक्रोश का वितरण भाजपा सरकार के लिए भी कर रही है। पहले जनता बिजली की आंख में मिचौली से परेशान थी और अब थोड़ी राहत मिली तो बिजली के बिल झटका दे रहे हैं ।
भगत.. जनप्रतिनिधि ध्यान नहीं दे रहे।
बाबा… आम जनता को चाहे कितनी तकलीफ आ जाए जनप्रतिनिधि जब जागते हैं जब विपक्ष से जाता है और विपक्ष ने अपना काम कर दिया कांग्रेस ने एक प्रभावी प्रदर्शन किया और ध्यान आकर्षित कर दिया है अब जिले के पांचो विधायक को इस ज्वलंत समस्या पर ध्यान देना चाहिए नहीं तो जनता परेशान तो होगी ही।
भगत… लापरवाही से फिर एक आउटसोर्स कर्मचारी की मौत हो गई।
बाबा… विद्युत वितरण कंपनी बनने के बाद आउटसोर्स कर्मचारी की वृद्धि हो गई बेरोजगार कर्मचारी क्या करें बिना सुरक्षा व्यवस्था के काम कर रहे हैं कोई मॉनिटरिंग करने वाला अधिकारी नहीं है केवल वसूली में लगे रहते हैं ऐसे में यह हादसा बार-बार घटित होता है जिसके घर का सदस्य जाता है। वही समझता है एक तो बेरोजगारी की मारा ऊपर से बेरोजगार को मार रहे हैं लापरवाह पर कड़ी कार्रवाई होना चाहिए ।