शंकरगढ़ के सैकड़ों परिवार प्रधानमंत्री आवास योजना से वंचित, नगर निगम पर अनदेखी का आरोप
देवास। शहर के शंकरगढ़ वार्ड नं. 44 में रहने वाले सैकडों परिवार आज भी कच्चे मकानों और झोपडिय़ों में रहने को मजबूर हैं। इन परिवारों ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्के मकान के लिए आवेदन तो किए, लेकिन नगर निगम देवास द्वारा बनाए गए डी.पी.आर. (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) में एक भी पात्र परिवार का नाम शामिल नहीं किया गया। योजना का लाभ दिए जाने को लेकर समस्त शंकरगढ के रहवासी भगवान सिंह कछावा के नेतृत्व में मंगलवार को जनसुनवाई में कलेक्टर के समक्ष आवेदन लेेकर पहुंचे। श्री कछावा व स्थानीय निवासियों का आरोप है कि नगर निगम द्वारा आवेदन तो स्वीकार किए गए और क्षेत्र का निरीक्षण भी किया गया, फिर भी जानबूझकर उनके नाम सूची में नहीं जोड़े गए। जब इस बारे में नगर निगम के अधिकारियों से संपर्क किया गया तो वे स्पष्ट जवाब देने की बजाय उच्च अधिकारियों से संपर्क करने की बात कहकर टालमटोल करते रहे। इस संबंध में वार्ड के निवासियों ने आवेदन देकर मांग की है कि शंकरगढ़ क्षेत्र के पात्र लाभार्थियों को प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आवास निर्माण की राशि शीघ्र स्वीकृत की जाए। स्थानीय नागरिकों की नाराजगी लगातार बढ़ रही है और अगर समय पर कार्यवाही नहीं हुई तो आंदोलन की चेतावनी भी दी गई है। रहवासियों की मांग सुन कलेक्टर से आश्वासन दिया है कि शीघ्र ही पीएम आवास योजना का लाभ दिया जाएगा। इस दौरान पप्पू लाल, बद्रीलाल, सुरेश, राजकुमार, दिलीप, लीला बाई, काली बाई, मंजू बाई, सुगन बाई, कंचन बाई, सीमा बाई, रंजीत भील, राजू बाई, पूजा बाई, सेवंता बाई, राधेश्याम, सुरेश, जितेन्द्र, राधा बाई, आरती बाई, प्रेमनारायण सहित बडी संख्या में शंकरगढ के रहवासी उपस्थित थे।
