ब्राह्मण समाज में मतभेद नहीं है, यह हमारी वाहन शौर्य यात्रा है जो पूरे जोश और उत्साह के साथ निकाली जाएगी — सर्व ब्राह्मण महासभा संघ।

देवास में भगवान परशुराम जी का जन्मोत्सव 30 अप्रैल को उत्साह और धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। इसी दिन एक विशाल भव्य वाहन शौर्य यात्रा निकाली जाएगी । एक पत्रकार वार्ता में सर्व ब्राह्मण महासभा संघ के जिला अध्यक्ष और पदाधिकारी ने बताया कि परशुराम जन्मोत्सव पर परंपरागत निकाली जाने वाली वाहन शौर्य यात्रा उसी दिन इसलिए निकाली जाती है कि उस दिन भगवान परशुराम जी का जन्मोत्सव है। ब्राह्मण समाज में कोई मतभेद नहीं है ,हम सब एक है हमारे आयोजन में सभी आते हैं। इस दिन अक्षय तृतीया होने के कारण बहुत सारे विवाह और अन्य आयोजन होते हैं। इस कारण अखिल भारतीय ब्राह्मण संघ द्वारा छुट्टी के दिन रविवार को प्रतिवर्ष भव्य शौर्य यात्रा निकाली जाती है जो इस वर्ष भी 4 मई को निकलेगी यह शौर्य यात्रा पैदल निकाली जाती है। और हमारे द्वारा 30 अप्रैल को ही वाहन यात्रा निकाली जाती है। जिसका कई लोग अलग-अलग मतलब निकाल लेते हैं ।हम संपूर्ण ब्राह्मण समाज एक है। और हमारे आयोजन में सभी अखिल भारतीय ब्राह्मण संघ के पदाधिकारी और समाज भाग लेता है। पत्रकारों द्वारा अलग-अलग दो दिन भगवान परशुराम जन्मोत्सव मनाने के प्रश्न पर प्रेस वार्ता में सर्व ब्राह्मण महा सभा के सभी पदाधिकारी ने अपनी बात एक रूप से कहीं की हम सब एक है।
प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से सर्व ब्राह्मण महासभा जिला अध्यक्ष अभिभाषक पंडित प्रशांत शर्मा महिला अध्यक्ष श्रीमती स्नेहलता शर्मा, पंडित महेंद्र व्यास, पंडित सुरेंद्र दुबे, पंडित विक्रम शर्मा, पंडित अरविंद तिवारी, पंडित हर्ष शास्त्री, पंडित राजेंद्र शर्मा पंडित देवकीनंदन समाधिया रमेश जोशी मनोज व्यास रोहित शर्मा, युवा संघ जिला अध्यक्ष पंडित रामकुमार शर्मा सहित पदाधिकारी मौजूद थे। समिति द्वारा जिस दिन भगवान का जन्मोत्सव रहता है ।उसी दिन वाहन शौर्य यात्रा की शुरुआत की गई जो अब धीरे-धीरे अच्छा रूप लेती जा रही है। समिति द्वारा वर्ष भर सामाजिक और सेवा के कार्य किए जाते हैं तो भगवान परशुराम जी की जयंती पर शहर में आम जनता के बीच उठ रहे सवाल की ब्राह्मण समाज दो खेमे में अलग-अलग आयोजन कर रहा है। उस सवाल का सटीक जवाब दिया है। और सही बात भी यही है कि अक्षय तृतीया के दिन विवाह समारोह की धूम रहती है ।और इतने आयोजन रहते हैं कि कई ब्राह्मण बंधु को शहर से बाहर भी जाना होता है। ऐसे में उस दिन वाहन शौर्य यात्रा और आने वाला पहला रविवार चल समारोह के रूप में निकाला जाता है। सर्व ब्राह्मण महासभा संघ द्वारा अधिक से अधिक संख्या में भाग लेकर इस आयोजन को सफल बनाने की अपील की है।