अपर कलेक्टर श्री फुलपगारे ने कृषि उपज मण्डी देवास में खाद वितरण केन्द्र का किया निरीक्षण, जिले में उर्वरकों का पर्याप्त भण्डार, किसान भाई अनावश्यक रूप भण्डारण न करें , वर्ष 2023 से बदली है स्थिति

————- देवास समस्या आने से पहले यदि उसके निराकरण के प्रयास किया जाए तो शायद वह समस्या ही ना रहे । नहीं तो आग लगने के बाद कुआं खोदने से कोई मतलब नहीं। जिला प्रशासन द्वारा पूरे प्रदेश में आने वाली यूरिया की समस्या को देखते हुए पिछले वर्ष भी 2023 में पहले से ही भंडारण करने के साथ इस समस्या की जड़ तक पहुंच कर निराकरण किया था इस वर्ष भी शासन प्रशासन पहले से ही जागरूक होकर किसानों को यूरिया देने के लिए तैयार है। सबसे खास बात यह है कि यूरिया पर्याप्त उपलब्ध होने के बाद भी कई बार कमी की अफवाह और भ्रम के कारण किसान में आपाधापी का माहौल हो जाता है और हर व्यक्ति यूरिया संकट का माहौल बनाकर और बड़ी समस्या बना देता है। वर्ष 2023 में जिला कलेक्टर ऋषव गुप्ता और प्रशासनिक टीम द्वारा पहले से ही स्थिति संभाल ली थी और नतीजा सुखद रहा। इस वर्ष भी देवास जिले में उर्वरकों का पर्याप्त भण्डार कर किसानों को खाद विक्रय केन्द्रों से लगातार खाद उपलब्ध कराया जा रहा है। अपर कलेक्टर श्री प्रवीण फुलपगारे ने कृषि उपज मण्डी देवास में खाद विक्रय केन्द्र पर जाकर खाद विक्रय कार्य का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अपर कलेक्टर श्री फुलपगारे ने किसानों से चर्चा की उनकी समस्याओं को जाना और संबंधित अधिकारियों को खाद वितरण के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। अपर कलेक्टर श्री फुलपगारे ने किसानों से कहा कि जिले में उर्वरकों का पर्याप्त भण्डार है। किसान अनावश्यक रूप से परेशान न हो और यूरिया का अनावश्यक भण्डारण न करें। जिले में लगभग 8 हजार मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है। राज्य शासन स्तर से जिले में लगातार यूरिया की रेक की आपूर्ति की जा रही है। जिले में खाद की कोई समस्या नहीं है। जिले में सभी सहकारी समितियों में खाद की आपूर्ति की जा रही है, जो किसान समिति के सदस्य हैं वे अपनी-अपनी समितियों से उर्वरक क्रय करें। अपर कलेक्टर श्री फुलपगारे ने संबंधित अधिकारियों को उपज मण्डी देवास में खाद विक्रय केन्द्र में पार्किंग संबंधित और बड़ी गाड़ी माल आने पर अंदर लाने के निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान अपर कलेक्टर श्री फुलपगारे ने संबंधित अधिकारियों को खाद विक्रय केन्द्रों पर प्रतिदिन जाकर नियमित रूप से मॉनिटरिंग के निर्देश भी दिये। निरीक्षण के दौरान उप संचालक कृषि श्री गोपेश पाठक सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।