पैलेस का पावर बरकरार महापौर के बाद रवि को मिला वफादारी का सेवा, पुण्य कार्य का पुरस्कार, पहली बार पार्षद बने और बन गए सभापति रवि जैन

आज वह नगर निगम सभापति के चुनाव में रवि जैन भारी मतों से विजय हुए । भारतीय जनता पार्टी ने सुबह रवि जैन के नाम की घोषणा की और कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी अनुपम पप्पू को बनाया। चुनाव में रवि जैन को 40 मत मिले वही अनुपम टोप्पो 6 मत प्राप्त हुए। रवि जैन अभी तक के सभापति में सबसे ज्यादा मतों से जीतने वाले प्रत्याशी रहे हैं । देवास जिले की राजनीति में तीसरे दशक में भी राज परिवार का ही जलवा कायम जलवा कायम हे। देवास विकास के लिए कटिबद्ध विधायक राजे अपने समर्थकों के लिए भी उतनी ही समर्पित है ।और समय आने पर जी जान लगाकर उनको कठिन परिस्थिति में भी जीत दिलवा कर ही मानते हैं।

महापौर को इतिहासिक मत से जिताने के बाद अब बारी थी सभापति के चुनाव की जहां पर सबसे प्रबल दावेदार महापौर के रवि जैन टिकट नहीं मिलने के बाद महाराज के कहने पर वार्ड क्रमांक 26 से पार्षद का चुनाव लड़े और पहली बार ही चुनाव जीते ऐसे में सभापति बनना संभव नहीं था ।लेकिन राजा ने अपना वादा निभाया और सभापति के लिए नाम भी केवल रवि जैन का रखा जबकि कई सीनियर पार्षद इस परिषद में मौजूद है। उसके बाद भी रवि जैन को प्रदेश भाजपा से सभापति का प्रत्याशी बनाए जाने के बाद उतनी ही मेहनत सभी पार्षदों को एकत्रित कर अपने पक्ष में बनाने के लिए की।

रवि जैन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से भारतीय जनता पार्टी से जुड़ने के साथ युवा काल में ही स्वर्गीय महाराज तुकोजी राव पवार से जुड़े और विपरीत परिस्थिति में भी महाराज का साथ नहीं छोड़ा ना कभी गुट बदला । रवि राजनीति के साथ सामाजिक क्षेत्र में और सेवा के क्षेत्र में भी सक्रिय है लाल गेट के राजा के नाम से गणेश उत्सव को देवास में गणेश महोत्सव का रूप देने वाले संस्था सिद्धिविनायक से धार्मिक कार्य के साथ सामाजिक कार्य और रोज खेड़ा पति के सामने गरीब वर्ग को भोजन वितरण के साथ कई पुण्य के कार्य में भी अग्रणी है। वार्ड क्रमांक 26 की जनता इस समय सबसे ज्यादा खुश है उनके क्षेत्र के पार्षद सभापति बन गए हैं वैसे ही इस वार्ड के पार्षद पूर्व में भी दो बार सभापति और एक बार महापौर रह चुके हैं और इस वार्ड के ही तीसरी बार सभापति बन गए हैं।

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