कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला का नाम तबादला सूची में

देवास कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला के तबादले की खबर चल रही है । कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला के 2 वर्ष पूर्ण होने के बाद वैसे तो 1 वर्ष और इनका कार्यकाल बढ़ाया जा सकता है ।परंतु प्रशासनिक सर्जरी में इनका तबादले की सूची में नाम होने के साथ इनकी कार्य क्षमता को देखते हुए इनको इंदौर निगम कमिश्नर या कहीं ऐसी ही जगह प्रदेश में जहां विकास कार्य की लंबित योजनाओं को वहां पर भेजा जा सकता है।

वैसे तो कई कलेक्टर आए और गए, परंतु कुछ ऐसे हैं जो नाम कर गए आम जनता में उनका नाम आज भी सम्मान के साथ लिया जाता है ।देवास कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला की आमद कोरोना आपदा के समय हुई । कोरोना आपदा से निपटने के बाद उपचुनाव और नगर निगम पंचायत के चुनाव की शांतिपूर्वक मिटाने के साथ इनकी भूमिका देवास विकास मैं महत्वपूर्ण है ।देवास शंकरगढ़ पहाड़ी प्रोजेक्ट और जीता जागता स्पोर्ट्स पार्क देवास विकास प्राधिकरण का बदला स्वरूप मां चामुंडा टेकरी पर चांदी चांदी और देवास जिला चिकित्सालय के साथ कई योजनाओं को मूर्त रूप दिया है ।अभी अगर यह रहते हैं तो देवास में विकास की गति जो की कमिश्नर विशाल सिंह के साथ पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ी है उसके लिए इनका एक वर्ष और देवास में आवश्यक है।

चंद्रमौली शुक्ला ने विकास कार्य और आपदा में न्याय पूर्वक निर्णय लिए तो व्यवस्था सुधार में जरूर थोड़ा शिथिल रहे देवास में विकास के साथ व्यवस्था सुधार भी आवश्यक है ।आमजन को सीमेंट कंक्रीट के साथ भ्रष्टाचार से मुक्ति भी चाहिए ।गरीब का दर्द केवल जिला चिकित्सालय में महंगी मशीनों या अन्य कार्यालयों में चमकते अत्याधुनिक बिल्डिंग से नहीं जाएगा ।वहां की व्यवस्था भी बदलना चाहिए ऑफिस ऑफिस के चक्कर लगाता आम नागरिक तभी खुशहाल होगा जब शासकीय दफ्तरों में उसका कार्य इमानदारी और समय से होगा ।बिल्डिंग और उपकरण कुछ वर्ष बाद फिर पुराने हो जाएंगे लेकिन अगर व्यवस्था एक बार सुधर गई तो आम जनता की आदत भी ईमानदारी से कार्य कराने की और अधिकारी बाबू की आदत भी इमानदारी की हो जाएगीदेवास जिला कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला सहज सरल व्यवहार के कारण होने के कारण उनके अधीनस्थ इसका लाभ दूसरी तरह उठाते रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हो या मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आम जन विकास के साथ व्यवस्था में भी सुधार चाहता है ऑफिस ऑफिस के चक्कर से मुक्ति उसे नहीं मिलती । कई कार्यालयों में तो अधिकारी से लेकर बाबू तक इंदौर उज्जैन से अप डाउन करते हैं और आर्थिक लाभ लेने के बाद भी कार्य नहीं करते जब अधिकारी बाबू मुख्यालय पर नहीं रहेंगे तो आमजन का कार्य समय पर कैसे होगा व्यवस्था कैसे सुधरेगी कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला का नाम शंकरगढ़ के साथ स्पोर्ट्स पार्क और मां चामुंडा टेकरी देवास विकास प्राधिकरण कायाकल्प और विकास योजनाओं के साथ लिया जाता रहेगा ।लेकिन एक या दो शासकीय कार्यालय ऐसे भी होना चाहिए जहां पर पूर्ण कार्य इमानदारी से हो आम जनता खुशी-खुशी आए और खुशी-खुशी जाए बस छोटी सी यही बात आम जनता चाहती है उसका रियल हीरो विकास कार्य के साथ भ्रष्टाचार मुक्त एक विभाग तो कर जाए। भले ही कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला का नाम भोपाल तबादला सूची में है लेकिन अभी भी पैलेस का पावर बरकरार है ।सूची से नाम बाहर होने में ज्यादा समय नहीं लगता अभी तो नाम सूची में है।

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