नगर निगम चुनाव देवास वार्ड क्रमांक 1से 11 तक का भ्रमण कर कलयुग टाइम्स की अंदर की रिपोर्ट (भाग 1)

कलयुग टाइम्स द्वारा पूरे देवास में 45 वार्ड में चुनाव लड़ने से पार्षदों की क्या स्थिति है जब मतदाताओं की नब्ज टटोली तो कुछ यह सामने आया । सबसे पहले वार्ड क्रमांक 1 की बात करें  यह वार्ड तीन भागों में बांटा है पहला बिलावली ब्राह्मण खेड़ा और जेतपुरा इस बार कांग्रेस  और भारतीय जनता पार्टी दोनों ने बिलावली के रहवासी पर भरोसा जताया तो समाज भी एक ही कलोता समाज कांग्रेस से बलराज पटेल और भारतीय जनता पार्टी से जितेंद्र मकवाना दोनों ही एक ही समाज के हैं जितेंद्र मकवाना पहले भारतीय जनता पार्टी का टिकट से हार चुके हैं इस बार भी उनको सामने कमजोर उम्मीदवार दिखा परंतु बलराज अंतिम समय तक भारी रहे यहां पर मामला पूरा 50-50 का है ।

वार्ड क्रमांक 2 जहां से भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व पार्षद विनय सांगते की पत्नी रितिका पर भरोसा जताया तो कांग्रेस ने नगर निगम में कर्मचारियों की राजनीतिक करने वाले कर्मचारी नेता रुपेश कल्याणे   की पत्नी किरण को मौका दिया यहां पर बहुजन समाज पार्टी ने भी अपनी पैठ बना ली है फिर भी यहां पर अभी तक के सर्वे में तो भाजपा से रितिका विनय बहुत आगे चल रही है।

वार्ड क्रमांक 3 में सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी समर्थक शंभू अग्रवाल को भारतीय जनता पार्टी ने मौका दिया उनकी पत्नी उषा अग्रवाल ने वार्ड मैं बहुत मेहनत की तो कांग्रेस से प्रीति बेस जिनके पति संतोष सिंह बेस का वार्ड में सतत संपर्क होने से उनको इस बार ज्यादा लाभ मिला दूसरा लाभ इनकी वजह से भारतीय जनता पार्टी के ही बागी प्रत्याशी राज वर्मा की पत्नी बिंदेश्वरी वर्मा को निर्दलीय चुनाव लड़ने का मिल सकता है यहां पर मुकाबला त्रिकोणीय है कुछ नहीं कहा जा सकता बहुत कम मतों से हार जीत होगी।

वार्ड क्रमांक 4 में जो कहने को तो भाजपा का गढ़ है परंतु इस बार इस क्षेत्र के कांग्रेस के नामी नेता जितेंद्र सिंह गौड़ कोटे से अनुपम टोप्पो को टिकट दिलाया भारतीय जनता पार्टी के अखिलेश धुरिया को यहां बहुत मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है यहां पर अनुपम आगे चल रहा है।

वार्ड क्रमांक 5 में पूर्व पार्षद संजय दायमा की पत्नी पिंकी दायमा को भारतीय जनता पार्टी से टिकट मिला जहां कांग्रेस से पहले केपी कॉलेज अध्यक्ष रह चुकी ललिना मालवीय को टिकट मिला था बाद में यह टिकट बदलकर ममता राजकुमार मालवीय को मिला संजय दायमा एकतरफा आगे चल रहे थे बीच में गीताबाई डोसी की जीप  स्पीड ब्रेकर बन गई फिर भी पिंकी संजय की गाड़ी निकलने के अधिक चांस है।

वार्ड क्रमांक 6 यहां पर कांग्रेस ने प्यारे मियां की पत्नी अरुणा को मौका दिया तो भारतीय जनता पार्टी ने अभिभाषक असलम घोसी को यहां पर सुनैना की जीत और वर्षा राहुल की सिलाई मशीन असलम घोसी के लिए नुकसानदायक है प्यारे मियां पूर्व पार्षद निर्दलीय रह चुके हैं इसका लाभ भी मिला इनको फिर भी परिणाम रोचक आ सकते हैं।

वार्ड क्रमांक 7 वार्ड क्रमांक 7 में पूर्व सभापति अंसार अहमद हाथी वाले के पुत्र मुस्तफा के लिए अंसार अहमद को बहुत संघर्ष करना पड़ा भारतीय जनता पार्टी का टिकट होने के बाद भी यहां से निर्दलीय बगावत कर शशि कला ठाकुर ने मुकाबला रोचक बना दिया बीच में रईस अंडे का केक आ गया रईस पूर्व में पार्षद रहने के साथ क्षेत्र में सतत संपर्क रहा है कांग्रेस ने यहां से रियाज नागोरी को आजमाया जिनका चुनाव वाले दिन विवाद भी परिणाम पर सीधा असर डालेगा अंसार अहमद हाथी वाले जो अपने कई समर्थकों को देवास में टिकट दिलाने के साथ जिताने के लिए भी प्रयासरत रहते हैं इस बार वह अपने ही वार्ड में उलझ कर रह गए यहां भी परिणाम रोचक आ सकते हैं।

वार्ड क्रमांक 8 वार्ड क्रमांक 8 में भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर राजेंद्र ठाकुर पर ही विश्वास जताया सामने कांग्रेश से अतुल राजपूत और कांग्रेस से कुछ समय पूर्व भारतीय जनता पार्टी में आए आदित्य दुबे ने भाजपा से भी बगावत कर मैदान समान लिया मुकाबला यहां पर मुख्य रूप से राजेंद्र ठाकुर और आदित्य दुबे के बीच है।

वार्ड क्रमांक 9 यहां से भारतीय जनता पार्टी ने अचानक नए चेहरे राकेश ठक्कर को मौका दिया तो कांग्रेस ने दीपेश कानूनगो पर भरोसा जताया यहां पर पूरे चुनाव में राकेश ठक्कर कमजोर नजर आए बीच में निर्दलीय देवेंद्र की जीप भी चली यहां से पूरे चांस दीपेश कानूनगो के है। ठक्कर यहां से नहीं दे पाए टक्कर बस उनको उम्मीद भाजपा के परंपरागत वोट यदि वे नहीं पलटे तो कुछ हो सकता है वरना यह सीट गई भारतीय जनता पार्टी के पाले से।

वार्ड क्रमांक 10 जो भारतीय जनता पार्टी और संघ का गढ़ कहा जाता है यहां से लगातार पप्पू जोशी और उनकी पत्नी को जनता ने समर्थन दिया बीच में सीट आरक्षण के कारण पिछड़ा वर्ग में चली गई और इस बार फिर भाजपा ने आशुतोष जोशी पप्पू की पत्नी अर्पणा जोशी को मौका दिया इस बार कांग्रेसमें फिर दिग्विजय सिंह झाला की माता गोविंद कुमार को मौका दिया तो कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय लक्की मक्कड़ की माता सुरजीत कौर ने दमदार से चुनाव लड़ा और यहां पर त्रिकोणीय संघर्ष की स्थिति बन गई इसके पूर्व पप्पू जोशी की जीत तय मानी जाती थी परंतु पहली बार इस वार्ड में पप्पू जोशी को कमजोर बताया जा रहा है परिणाम यहां के भी रोचक ही होंगे।

वार्ड क्रमांक 11 यह भी संघ का गढ़ है परंतु यहां पर पूर्व में मध्य प्रदेश पाठ्य पुस्तक निगम अध्यक्ष रायसिंह सेंधव कोटे से टिकट मिला था। जिसे क्षेत्र की जनता ने नकार दिया और कांग्रेस से राहुल पवार की माता अहिल्या पवार को अच्छे मतों से जीता दिया। इस बार कांग्रेसमें फिर राहुल की माताजी अहिल्या पवार को ही मौका दिया और भारतीय जनता पार्टी ने क्षेत्र में दो दशक से कार्य करने वाले हेमंत जादौन की पत्नी जयमाला को मौका दिया। टक्कर आमने-सामने की रही राहुल पवार ने क्षेत्र में अच्छी पकड़ बना ली घर-घर में पकड़ बनाने के साथ वे लोकप्रिय रहे परंतु यह संघ का गढ़ है और इस बार संघ के नेता मैदान में आ गए थे अंदर ही अंदर संघ ने कार्य किया ।उसके बाद भी मुकाबला आमने सामने का है। इस तरह यह थे अभी तक 11 वार्ड की स्थिति ,बाकी अगले भाग में कलयुग टाइम्स के साथ।

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