उज्जैन बाईपास से 2 किलोमीटर खजुरिया जागीर मैं सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे से वाहन चालक हो रहे दुर्घटनाग्रस्त सालों से नहीं बनी सड़क, नारकीय जीवन जीने को मजबूर है रहवासी

देवास। लोगों की सुविधाओं के लिए शासन व प्रशासन द्वारा तमाम कार्य योजनाएं कागजों पर बनाई तो जाती है। लेकिन उसका सही ढंग से क्रियान्वयन नहीं होता है। नतीजतन लोग नारकीय जीवन जीने पर मजबूर है। नोशराबाद के आगे उज्जैन बाईपास से 2 किलोमीटर खजुरिया जागीर रोड पर हो रहे बड़े-बड़े गड्ढों के कारण वाहन चलाना मुश्किल हो गया है। पानी में गंदा पानी भरा रहने से मच्छरों की भरमार हो गई है। जिससे बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है। कई बार संबंधित विभाग के अधिकारियों को अवगत के बाद भी करीब 5 वर्ष से लोग गड्ढों में गिरते पड़ते निकलने पर मजबूर हो रहे हैं। सुनिलसिंह ठाकुर, जुझार सिंह, विक्रम सिंह, लाखन सिंह ने बताया कि रोड पर ना तो गड्ढों का भराव किया गया और ना ही सड़क निर्माण के लिए कोई योजना बनाई जा गई है।। स्कूली बच्चों को घुटने- घुटने पानी में होकर स्कूल जाना पड़ रहा है। बुधवार को मोटरसाइकिल से सब्जी लेने जा रहे सब्जी व्यवसाई ईश्वर कुशवाह मोरसाइकिल सहित गड्ढे में गिर गए जिन्हें बमुश्किल लोगों ने सहारा देकर उठाया। लक्ष्मी भारती ने बताया कि बच्चों को स्कूल जाने में सबसे ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। कई बार बच्चे पानी में गिर जाते हैं। जिससे उनकी किताबें गीली हो जाती है। महंगे दामों पर लाई गई किताबें खराब हो जाती है। अब बच्चों की किताबें लाए या हमारा पेट भरे जैसे तैसे करके मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं। सुनील सिंह ठाकुर लक्ष्मी भारती ताज मोहम्मद ने सड़क का शीघ्र मरम्मत कर रहवासियों को राहत प्रदान करने की मांग प्रशासन से की है।