राष्ट्र को एक माला में पिरो कर सनातन धर्म के ध्वजवाहक के रूप में आदि शंकराचार्य को जाना जाता रहेगा ।          दसनाम गोस्वामी समाज एवं ब्राह्मण समाज में मनाई आदि शंकराचार्य की जयंती

  देवास = हिंदू धर्म की पुनर्स्थापना मैं अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए राष्ट्र को एक माला में पिरो कर सनातन धर्म के प्रचार के रूप में जगतगुरु शंकराचार्य को जाना जाता रहेगा बचपन से ही प्रखर बुद्धि के शंकराचार्य को सभी वेदों का कन्टष्ठ ज्ञान था उन्होंने पूरे भारत में सनातन परंपरा से जुड़े लोगों एक सूत्र में बांधकर समाज को नई दिशा दी भगवान शिव के अवतार के रूप में पहचाने, जाने वाले आदि शंकराचार्य के मानव कल्याण के कार्य पर चलकर हमें समाज को आगे बढ़ाना होगा।  यही हमारी उनके प्रति सच्ची श्रद्धा भक्ति होगी। उक्त विचार दस नाम गोस्वामी समाज एवं ब्राह्मण समाज के द्वारा आदि शंकराचार्य की 1234 जयंती सोमेश्वर महादेव मंदिर सभा गृह में मनाए जाने के अवसर पर ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष पंडित संजय शुक्ला दस नाम गोस्वामी समाज के अध्यक्ष नारायण गिरी गोस्वामी कांग्रेस प्रवक्ता सुधीर शर्मा नितिन गोस्वामी राजेंद्र गोस्वामी विमल शर्मा दीपेश कानूनगो नयन कानूनगो ने संबोधित करते हुए कहे । सर्वप्रथम अजय शास्त्री ने पूजन अर्चन कर आदि गुरु शंकराचार्य जी के चित्र पर माल्यार्पण किया  वहीं उपस्थित समाज जनों ने आदि शंकराचार्य जी के श्री चरणों में पुष्प समर्पित किये ।कार्यक्रम का संचालन अनील गोस्वामी ने किया व आभार कमल गोस्वामी ने माना।। इस अवसर पर साईं राज गोस्वामी राजेंद्र गोस्वामी अमिताभ शुक्ला कमल गोस्वामी पवन चौधरी शंकर लाल चौधरी आयुष तिवारी रोहित उपाध्याय छोटू पांडे सोनू गोस्वामी राहुल गोस्वामी रोहित गोस्वामी पवन गोस्वामी ओम गोस्वामी सहित बड़ी संख्या में गोस्वामी समाज एवं ब्राह्मण समाज के युवा साथी उपस्थित थे