आजादी के 74 साल बाद भी आज नही मिला नगर को शव वाहन। मानवता हुई शर्मशार अज्ञात शव को कचरा वाहन में ले जाकर दफनाया गया

(अजय पाटनी)
सोनकच्छ – नगर से मानवता को शर्मसार करने वाली तस्वीरें दोबारा सामने आयी हैं। इस बार ये तस्वीर सोनकच्छ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से एक अज्ञात शव को कचरा फेंकने वाली ट्राली से ले जाकर ट्रेचिंग ग्राउंड पर दफनाया गया।

सोनकच्छ में मरीजों का शव उठाने के लिए एक वाहन भी नहीं है। इसके पहले भी एक कोरोना मरीज के शव को सोनकच्छ नगर परिषद की कचरा उठाने वाली ट्रॉली से ले जाने की व्यवस्था की थी लेकिन उस टाइम हंगामा होने पर तहसीलदार की गाडी से शव को मुक्तिधाम ले जाया गया था उसके बाद प्रशासन ने और समाज सेवी ने शव को मुक्ति धाम ले जाने के लिए वाहन की व्यवस्था की थी।

इसी तरह शनिवार को बड़ी लापरवाही फिर से सामने आयी, शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद रोलुपिपलिया में फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाले 21 वर्षीय युवक को अंतिम संस्कार ना करते हुए जब तक परिजन की जानकारी नही मिल जाती शव को दफनाया जाना था, दफनाने के लिए नगर परिषद की कचरा उठाने वाली ट्राली का उपयोग किया गया, गौरतलब है कि नगर परिषद के कर्मचारियों के पास भी सुरक्षा कीट नही थी। क्षेत्र में कोरोना संक्रमण के साथ ही अन्य बीमारियों के कारण लोगों की असमय मौत होने का सिलसिला लगातार चल रहा है। लोगों का कहना है कि नगर में सभी राजनीतिक दल के नेताओं की भी कमी नहीं है, समाजसेवियों की भी लंबी लिस्ट है, लेकिन कोई भी नगर में एक स्थाई रूप से शव वाहन की सुविधा उपलब्ध नहीं करा सका है। प्रशासन भी शव वाहन की कमी को दूर कर पाने में सक्षम नही है, जबकि लंबे समय से मांग हो रही है।अमानवीयता का यह सिलसिला कब तक चलता रहेगा।