कमिश्नर का ऑपरेशन एमजी रोड, राजा और राजानी का हिसाब बराबर, कलेक्टर की समय सीमा से बाहर कलेक्टर कार्यालय भवन निर्माण, पुलिस अधीक्षक फिर मैदान में, प्रीतम सिंह भारतीय जनता युवा मोर्चा ,रन फॉर यूनिटी और जिला अध्यक्ष द्वारा संगठन में एकता का प्रयास, जिलाध्यक्ष का डांस, मुख्यमंत्री के बेटे की सादगी पूर्ण शादी,

भगत……बाबा प्रणामl बाबा……..बेटा प्रणाम l क्या सीधे एमजी रोड से आ रहा है धूल और चेहरा देख तो यही लग रहा है l

भगत… बाबा अभी शहर में सबसे ज्यादा चर्चा तो एमजी रोड की चल रही है कोई निपट गया है कोई निपट गया है l

बाबा….. वैसे तो एमजी रोड का लाभ आने वाले समय में पूरी देवास की जनता को और व्यापारी को मिलेगा l लेकिन जिस हिसाब से कमिश्नर का बुलडोजर चला उससे तो यही लगता है कि हिसाब चुकता हो गया l

भगत…… समझ गया बाबा फ्लेक्स वाला l

बाबा….. वैसे तो निगम कमिश्नर दलीप कुमार सुलझे हुए अधिकारी है l अकेला किला नगर निगम में लड़ा रहे हैं शहर में कुछ परिवर्तन दिख रहा है l सफाई व्यवस्था में और कुछ अच्छा तो यह एक शुरुआत है फिर इनकी शुरुआत भी ऐसी हुई की आते ही फ्लेक्स का मामला सामने आ गया और हटा दिए फिर क्या राजनेता महाराज अचानक विरोध में सामने आ गए l धार्मिक आयोजन था और फिर मौन हो गए और जवाब एमजी रोड पर छोटा नहीं बड़ा हथोड़ा चला l आईएएस अधिकारी कभी भी सीधे कार्रवाई नहीं करते और एक बड़े वोट बैंक को प्रभावित कर गएl

भगत… मनोज राजनी से भी l

बाबा… मनोज राजानी ने कुछ दिन पहले महिला उपायुक्त को सार्वजनिक खरी खोटी सुनाई थी और विपक्ष नेता का श्रेय ले गए थे lअच्छे रोल की रील बन गयी l तो फिर एमजी रोड पर दूसरा मामला कमिश्नर और मनोज राजानी का आमने-सामने का यहां पर कमिश्नर ने अपने अधिकारी का हिसाब पूरा कर लियाl पहली बार जिले में ऐसे अधिकारी आए जिन्होंने नेताजी को सीधे सड़क भाव नहीं दिए l और दूसरी वाली रील बनते बनते रह गई हा राजानी के शुभचिंतक में यह रील जरूर ज्यादा वायरल की l इस तरह अपने अधीनस्थ अधिकारी का हिसाब कप्तान ने पूरा कर दियाl

भगत…. हिसाब किताब तो समदड़िया का समझ नहीं आ रहा है l कछुआ गति से और इच्छाधारी निर्माणl बाबा….. कलेक्टर की टी एल की बैठक में समय सीमा पूरे जिले के अधिकारी ठेकेदार और सभी के लिए लेकिन शायद समदड़िया इस सीमा रेखा से बाहर हैl

2 वर्ष से बिल्डिंग बनाने से ज्यादा अपना माल बेचने में लगा दिए अब बोलने वाला कौन खुद ही शहर के मालिक है l फिर बात नगर निगम सिविल लाइन की हो तो चले बात कलेक्टर भवन जो की कलेक्टर के बैठने के लिए ही बन रहा है l वहीं पर अगर यही सब हो रहा है तो फिर भगवान मालिक है शासन और प्रशासन काl

भगत…. कलेक्टर ऋतुराज सिंह का रोजगार पोर्टल जरूर अच्छा चल रहा है l

बाबा…. अधिकांश जिले में जो भी कलेक्टर आए कुछ नवाचार करके गए कुछ यादें छोड़कर गए l अब ऋतुराज ऋतु परिवर्तन के साथ अपना व्यवहार परिवर्तन भी सर्व विदित है l कलेक्टर ने नवाचार के लिए बहुत जगह चल रहा है लेकिन जो नहीं दिखने वाला सबसे बड़ा नवाचार देवास जिले के बेरोजगार युवाओं को रोजगार का है l देवास के प्रतिष्ठित उद्योगों में जिले के छोटे से छोटे गांव और वह युवा जो इन उद्योगों के दरवाजों पर ऑफिस ऑफिस की तरह चक्कर लगाने के बाद निराश घर बैठा था उसको कलेक्टर के पोर्टल के माध्यम से बड़ी सरलता से रोजगार मिल रहा हैl आईटीआई और उद्योग विभाग और रोजगार कार्यालय के साथ उद्योगपति को जोड़ना और देवास के युवाओं को रोजगार दिलाना शायद पर्दे पर ना दिखे लेकिन परदे के पीछे कई परिवार की दुआ जरूर इनको मिलेगी l

भगत….. पुलिस कप्तान फिर मैदान में आ गये l

बाबा…… कप्तान ने कब मैदान छोड़ा है कर्म किए जा फल की इच्छा मत कर, मल्हार स्मृति उद्यान में और कई जगह पर बच्चियों के साथ छेड़छाड़ की खबर के बाद पुलिस अधीक्षक पुनीत गहलोत जब स्वयं मैदान में आगे तो टीम तो उनकी यूं ही भारी है जब कप्तान साथ हो तो फिर किसका डर और अब थोड़े-थोड़े हालात बदले हैं कप्तान थोड़ी सी और सख़्ती निगरानी की आवश्यकता है l कभी दिन में भी स्कूल के आसपास निरीक्षण हो जाए तो बहुत कुछ सच सामने आ जाएगा फिर नाहर दरवाजा क्षेत्र कमजोर कड़ी मे आ रहा है एक गोपनीय निरीक्षण इधर भी हो जाए l

भगत…. अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी आत्महत्या में युवा मोर्चा के पदाधिकारी प्रीतम सिंह का नामl बाबा….. बेटी किसी की भी बेटी तो बेटी होती है इतनी मेहनत और माता पिता भाई बहन कितने सपने देखते हैं और कितनी उम्मीद लगाते कि हमारी बेटी देश का नाम रोशन करने के साथ परिवार का नाम रोशन करें l और रोहिणी और उसकी बहनों ने कड़ा संघर्ष कर सफलता हासिल की ही थी कि यह विलेन बीच में यह क्या कर गए जब बागड़ ही खेत को खाने लगे तो तो बचा कौन सकता है l प्रीतम सिंह पर संगठन का डंडा चल गया परंतु कानून का डंडा और ईश्वर का न्याय बाकी है lदेवास में एक अच्छी बेटी जो राष्ट्रीय स्तर पर नाम कर रही थी उसे खो दिया l रोहिणी बेटा शत-शत नमनl

भगत…. जिला अध्यक्ष ने दो गुटों में एकता का प्रयास किया l

बाबा… राष्ट्रीय एकता और अखंडता के प्रतीक लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य राष्ट्रीय एकता पदयात्रा का सफल आयोजन सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी द्वारा किया तो देवास भाजपा जिला अध्यक्ष रायसिंह सेंधव द्वारा विधायक राजे को इस आयोजन के माध्यम से एक मंच पर लाकर जोड़ने का प्रयास किया यह क्या बड़ी बात है एकता तो यहां पर भी जरूरी हैl

भगत…. बात लंबी है और बहुत लंबी चली जाएगी इतनी सी l

बाबा…. संगठन की लड़ाई है पहले कितने गुट थे लेकिन आज केवल देवास में भारतीय जनता पार्टी में सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी और दूसरी और विधायक गायत्री राजे पवार गुट चल रहे हैं दोनों ही गुट का पूरे जिले में वर्चस्व है l चलो इन पर बहुत बड़ी चर्चा हो सकती है बाद में बात करेंगे l

भगत…. कांग्रेस जिला अध्यक्ष अभी तो चर्चा में है l बाबा… हां शादी में डांस को लेकर ना l

भगत…. अभी तो सीजन ही ब्याह शादी का चल रहा है l

बाबा…. मनीष चौधरी का शहर कांग्रेस अध्यक्ष के भतीजे की शादी में डांस खूब वायरल हो रहा है फिर वे अभी युवा है l चारों ओर शादी ब्याह का माहौल पर सुबह माता पूजन के बैंड और ढोलक की आवाज फिर शाम होते ही चारों और अलग-अलग गाने की धुन पर जिसमें कुछ गाने अजर अमर है l उस पर नाचते गाते घराती और बाराती महंगी शादी कर्ज और बाद में फिर वही सब स्वयं के हाथों अपनी शादी का बखान किसको फुर्सत है कौन देखेगा स्वयं कि वाह वाही और चाटुकार की ताली और वाह वाह l

भगत….. मुख्यमंत्री ने को मिसाल पेश कर दी l

बाबा…. इनके लिए तो एक दिल से वाह वाह जब पूरा प्रदेश साथ हो तब प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के पुत्र का विवाह सामूहिक समारोह मैं पूरे प्रदेश में मिसाल बन गया l चाहते तो खर्चा नो लिमिट और बहुत कुछ पूरे प्रदेश के सभी शादी समारोह में नजर आते हैं लेकिन एक विचार आगे बढ़ रहा है सादगी का और कुछ अलग कर दिखाने का मुख्यमंत्री ने धरातल पर कर दिखाया l

भगत…. सामूहिक विवाह के बहुत सारे फायदे हैं l बाबा…. खर्चा तो ठीक है पूरे जीवन में अपने पुत्र पुत्री की शादी में व्यक्ति दिल खोलकर खर्च करता है लेकिन सामूहिक विवाह यादगार रहते हैं खर्च बचाने के साथ सबसे बड़ा मानसिक टेंशन मुक्त सारा लोड समिति वहन करती है पत्रिका बांटने से लेकर विवाह समारोह में आगमन से लेकर प्रस्थान तक की तैयारी और फिर इतने जोड़े एक साथ यह क्या काम यादगार है सब एक समान क्या राजा क्या रंक l आज के भागम भाग के युग में सामूहिक विवाह समारोह अत्यंत आवश्यक है l फिर आप विधि विधान हमारी संस्कृति के हिसाब से विवाह समारोह की जगह महंगे दिखावे की फिल्मों और सीरियल को देखकर रस्मे ज्यादा हो रही है अपने रिश्तेदार अपने भाई बंधु जी से दूर हो रहे हैं और केवल इवेंट और तात्कालिक लोग इसका लाभ उठाते हैं l एक ढोल पर माता पुजा और महिला संगीत जिसमें बुआ फूफा जी बहन दीदी भाई बहन अड़ोस पड़ोस और दोस्तों को हाथ पकड़ कर नाच गाना करते थे अब यह सब बैठे रहते हैंl केवल चंद लोक मंच पर स्टेज पर फिल्मी गानों पर लंबे समय से तैयारी कर प्रदर्शन करते हैं या खुशी है या स्वयं का प्रदर्शनl ऐसे ही डी जे पर मदहोश थिरकते बाराती सड़क पर आती जाती जनता परेशान और बहुत कुछ पाश्चात्य संस्कृति धारण किए हुए शादी ब्याह लिखने को बहुत कुछ है लेकिन आज इतना ही फिर मिलेंगे जय हिंद l

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