शिप्रा जल शुद्धिकरण के साथ जिला प्रशासन की बड़ी कार्रवाई,      22 गांव मैं अतिक्रमण हटाकर 41 हेक्टेयर  भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया, अब इस भूमि पर 35000 पौधे लगाने का संकल्प

—— ——– ————– अब अंतिम दौर में शिप्रा शुद्धिकरण कार्य में और प्रगति आ गई है जब मानसून ने की शुरुआत हो चुकी है। देवास में जल गंगा संवर्धन में कई बावड़िया तो कहीं पुराने कुएं आबाद हो गए । तो नदियों की भी किस्मत बदल रही है खासकर हमारे यहां मोक्षदायिनी क्षिप्रा नदी की । आज तो बड़ी कार्रवाई की गई कलेक्‍टर श्री ऋतुराज सिंह के मार्गदर्शन में देवास जिले में क्षिप्रा शुद्धिकरण के लिए दो माह का विशेष अभियान चलाया जा रहा है। अभियान में क्षिप्रा नदी के आसपास के 22 ग्रामों में शासकीय भूमि पर अतिक्रमण हटाने के लिए मुहिम चलाकर लगभग 41 हैक्‍टेयर भूमि से अतिक्रमण हटाया गया है। क्षिप्रा नदी के आसपास से अतिक्रमण मुक्‍त कराई गई भूमि पर जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत पौधारोपण किया जायेगा। जिससे क्षिप्रा स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त होगी। अभियान के तहत क्षिप्रा नदी से लगे ग्राम छापरी से 5.59 हैक्‍टेयर, पुवाल्‍ड़ा से 5.52 हैक्‍टेयर, निपानिया से 4.74 हैक्‍टेयर, कर्मनखेडी से 4.14 हैक्‍टेयर, किशनगढ से 2.99 हैक्‍टेयर, टूमनी से 2.97 हैक्‍टेयर, लोहारपिपल्‍या से 2.97 हैक्‍टेयर, भडापिपल्‍या से 2.80 हैक्‍टेयर अन्‍य ग्रामों में क्षिप्रा नदी के पास से अतिक्रमण हटाया गया है। क्षिप्रा नदी के पास से अतिक्रमण हटाकर प्रशासन द्वारा साफ-सफाई की गई है। अतिक्रमण मुक्‍त कराई गई भूमि पर लगभग 35 हजार पौधे रोपे जायेंगे। क्षिप्रा शुद्धिकरण अभियान में जिले के अलग-अगल ग्रामों में प्रतिदिन शासकीय विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों एवं स्‍थानीय ग्रामीणों द्वारा सहभागिता कर श्रमदान किया जा रहा है। जिसमें अब तक अलग-अलग ग्रामों में 11 विभागों एवं स्‍थानीय ग्रामीणों द्वारा में श्रमदान कर क्षिप्रा से 260 टन से अधिक गाद निकाली गई है। क्षिप्रा को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए जिले में 06 जुलाई तक क्षिप्रा शुद्धिकरण अभियान लगातार जारी रहेगा। क्षिप्रा शुद्धिकरण अभियान में सांसद, विधायक, महापौर, जनप्रतिनिधिगणों, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, जिला अधिकारियों, कर्मचारियों, सामाजिक संस्थाओ, नागरिकगणों, ग्रामीणजनों द्वारा श्रम दान किया जा रहा है। क्षिप्रा शुद्धिकरण अभियान में विभिन्‍न विभागों एवं स्‍थानीय ग्रामीणों द्वारा क्षिप्रा शुद्धिकरण के लिए श्रमदान किया जा रहा है। अभियान में अब तक 11 विभाग होमगार्ड, जन अभियान परिषद, पुलिस विभाग, वन विभाग, नगर निगम, शिक्षा विभाग, जिला शिक्षा केन्‍द्र देवास, महाविद्यालय शिक्षा विभाग, एनआरएलएम, जल संसाधन, ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा बढ़चढ़ कर श्रमदान किया गया है। इस तरह देवास जिले में मोक्षदायिनी नदी शिप्रा का अब स्वरूप बदलने जा रहा है। अब आवश्यकता है आमजन को जागरूक और सजग़ रहने की की हमारी शिप्रा फिर में मेली ना हो ना इसकी सरहद पर कोई अतिक्रमण करें।

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