मुख्यमंत्री उज्जैन के जनप्रतिनिधि होने के नाते निभा रहे हैं जवाबदारी, हमारे जनप्रतिनिधि मौन , देवास शहर कांग्रेस का आरोप,    कांग्रेस ने आवाज उठाते हुए कहा प्रयास करेंगे तो ही मिलेगी मेट्रो ट्रेन की सौगात, मेडिकल कॉलेज का मुद्दा भी ठंडे बस्ते में

देवास मेट्रो ट्रेन को लेकर एक बार फिर शहर कांग्रेस मैदान में आ गई है। पूर्व में भी शहर कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा यह मामला उठाया गया था प्रदेश के प्रमुख मुद्दे और शहर की प्रमुख ज्वलंत समस्या हो या और कोई सौगात मिलने जैसा कार्य तो देवास के लिए संगठन ने जरूर आवाज उठाई है आज फिर शहर कांग्रेस अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री जी के तो पक्ष में लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधि को चेताते हुए आवाज उठाई है।

और लिखा है प्रदेश के मुख्यमंत्री बने हुए डॉ. मोहन यादव को नौ माह होने वाले हैं। इस दौरान उन्होंने सबसे ज्यादा ध्यान अपने गृह नगर उज्जैन पर रखा है। उनका प्रयास है कि उज्जैन को अभी तक जिन सुविधाओं से वंचित रहना पड़ा है वे सारी सुविधाएं उनके मुख्यमंत्री रहते हुए उज्जैन को मिल जाए। फिर उद्योगों की बात हो या विकास के अन्य आयाम हो। उन्होंने प्राथमिकता से उज्जैन के लिए स्वीकृति दी है। सबसे बड़ी बात सिंहस्थ के मद्देनजर उन्होंने अपने प्रभाव का उपयोग करते हुए इंदौर से उज्जैन के लिए मेट्रो ट्रेन की स्वीकृति दे दी, वहीं केंद्र सरकार से भी उसके लिए स्वीकृत करवा दी। साथ ही वंदे भारत ट्रेन की सौगात भी उज्जैन को उन्होंने दिलवा दी। वह ट्रेन भी इंदौर से देवास होकर नहीं चलेगी बल्कि नई ब्रॉड गेज लाइन फतेहाबाद होकर उज्जैन जाएगी। शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी व कार्यकारी अध्यक्ष प्रवक्ता सुधीर शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री तो अपने गृह नगर उज्जैन के लिए सक्रियता के साथ सुविधाएं दे रहे हैं लेकिन हमारे सांसद एवं विधायक जिन योजनाओं का लाभ इंदौर-उज्जैन को मिल रहा है, जिनका शुभारंभ इंदौर से हो रहा है, उन योजनाओं का लाभ देवास को नहीं दिला पा रहे हैं। कांग्रेस ने समय-समय पर मेट्रो ट्रेन को लेकर अपनी आवाज उठाई है, वही कांग्रेस की सरकार में प्रयास भी किए हैं। चुकी केंद्र और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार नहीं होने से उक्त योजना का लाभ देवास को हम नहीं दिल पाए। हम जब भी मेट्रो ट्रेन की बात करते हैं तो देवास सांसद यह कहकर बात खत्म कर देते हैं कि कांग्रेस को तो कोई काम है नहीं मैंने पत्र लिख दिया है, मेट्रो ट्रेन की शीघ्र स्वीकृति मिल जाएगी। कांग्रेस जिला अध्यक्ष राजानी व प्रवक्ता शर्मा ने कहा कि हमारा सांसदजी एवं विधायक महोदय से कहना है कि हमारे मांग करने से और आपके पत्र लिखने से मेट्रो ट्रेन की सौगात देवास को नहीं मिलेगी उसके लिए आपको मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का हाथ पकड़कर स्वीकृति करवाना पड़ेगी। वहीं केंद्र सरकार से भी इसकी स्वीकृति करवाना पड़ेगी तब जाकर देवास को मेट्रो ट्रेन की सौगात मिलेगी। उन्होंने बताया कि कांग्रेस का तो प्रयास रहा है कि देवास शहर को जनहित की सुविधा मिलती जाएं। इसके लिए हम समय-समय पर अपनी बात सरकार के जनप्रतिनिधियों के समक्ष रखते आए हैं। हमारी सांसद, विधायक से मांग है कि वह इस संदर्भ में प्रयास करेंगे तो निश्चित रूप से उज्जैन के साथ देवास को भी मेट्रो ट्रेन की सौगात मिल जाएगी।

चलो अच्छा है शहर में विपक्ष कम से कम हमारे देवास को मिलने वाली सौगात जो कई बार आते आते रह जाती है उसके लिए बुलंद आवाज तो उठाता है और कई बार सड़क पर आकर विरोध प्रदर्शन भी करता है। अब गेंद पक्ष सत्ता पक्ष के पाले में है वह देवास के लिए क्या करता है। क्योंकि देवास में मेट्रो ट्रेन के साथ अभी मेडिकल कॉलेज की भी मांग पिछले तीन दशक से की जा रही है लेकिन कई निजी चिकित्सालय को लाभ दिलाने के उद्देश्य से भी कई बार यह प्रमुख मुद्दा हवा हो जाता है। केंद्र में भाजपा की सरकार और प्रदेश में भाजपा की सरकार महापौर विधायक यहां तक की जिला पंचायत भी अब भाजपा के पास से और क्या चाहिए बस मेट्रो ट्रेन और मेडिकल कॉलेज और केंद्रीय विद्यालय का मुद्दा है अगर यह सब देवास को मिल जाए तो देवास का वाकई में विकास लिखने में भी अच्छा लगेगा।