“एक नेत्रहीन  जो भीख नहीं मांगते 12 किलोमीटर दूर गांव से शहर  में आकर  स्वाभिमान से रोजी रोटी कमाते, बस दर्द यही है विधायक की बेरुखी का जो आप भी सुने

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