आदिवासी युवक के साथ हुई पिटाई को लेकर जयस युवा पहुंचे एसपी कार्यालय, आवेदन सौंप की कार्यवाही की मांग

देवास। विगत दिनों खातेगांव थाना परिसर में जयस के रामदेव काकोडिय़ा को पुलिस द्वारा थाने पर बुलाकर मारपीट मामले ने तुल पकड़ लिया है। जयस संगठन ने आरोप लगाते हुए कहा कि खातेगांव थाना प्रभारी के केबिन में उपस्थित लोगों ने मॉब लिंचिंग का प्रयास करते हुए बर्बरतापूर्वक थाना प्रभारी की मौजूदगी में मारपीट की गइ। इसी के विरोध में जयस प्रतिनिधि दल के जयस राष्ट्रीय प्रभारी इंजी. लोकेश मुजाल्दा, जयस नारीशक्ति राष्ट्रीय प्रभारी श्रीमती सीमा वास्कले, जयस व भीम आर्मी के साथी पीडि़त को लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुँचे और शिकायत करते हुए रामदेव काकोडिय़ा व राहुल बरवार ने पूरा घटनाक्रम पुलिस अधीक्षक को बताया। साथ ही खातेगांव थाना प्रभारी को तत्काल बर्खास्त कर थाना परिसर में मॉब लिंचिंग करने वाले लोगों के खिलाफ नामजद शिकायत आवेदन दिया। सात दिवस के भीतर कार्रवाई नही होने पर खातेगांव में आंदोलन की चेतावनी दी। इस दौरान जयस, भीम आर्मी, ओबीसी महासभा के कार्यकर्ता उपस्थित थे। जयस राष्ट्रीय प्रभारी इंजी लोकेश मुजाल्दा ने कहा कि आदिवासी समुदाय शांतिप्रिय अहिंसक निसर्गवादी होते है। वह सभी धर्म संप्रदाय के लोगों का सम्मान करते हैं। भारतीय संविधान में विश्वास रखते हैं। आदिवासियों के परिपेक्ष्य में संवैधानिक प्रावधानों तथा माननीय सुप्रीम कोर्ट के महत्वपूर्ण निर्णयों के बावजूद धरती के मूल बीज मूलवंश आदिवासी समुदाय के लोगों के साथ पुलिस की मौजूदगी में मारपीट दुर्भाग्यपूर्ण है। कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियां आदिवासी हितेषी होने का ढोंग करते है। पूरे मध्यप्रदेश में आदिवासियों पर शोषण और अत्याचार बढ़ता ही जा रहा है। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं। भविष्य में ऐसी घटना ना दोहराई जाए, इसलिए दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की। इस अवसर पर डॉ आनंद राय, अनिल बरला, राकेश देवड़़े, रवि गामड़, अजय कन्नौजे, मनोज मुजाल्दे, दीक्षा उईके, तारसिंह जाधव, रवि रावत, हिरू सोलंकी, पप्पू सोलंकी सहित जयस, बिरसा ब्रिगेड, भीम आर्मी कार्यकर्ता उपस्थित थे।