क्या भाजपा में है *ऑल इज़ वेल …?* शहर कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा जारी यह मैसेज सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन रहा है, पैलेस के खिलाफ राजानी ने खोला मोर्चा

शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी द्वारा सोशल मीडिया पर जारी किया यह मैसेज देवास के आशीर्वाद दाताओं ज़रा गौर किजीये पिछ्ले कई महिनों से अपने जन विरोधी फैसलो से देवास विधायक बैकफुट पर है, इसे भापते हुए उन्होने अपने लल्ला को मैदान में उतारा। वार्डो मे युवा टीम को जोड़ने का काम जारी ही था कि हो गया बंटाधार। पहले से ही एमजी हॉस्पिटल से चोरी हुई एक नवजात बच्ची के कारण सारे भाजपायी मुँह छुपाए घूम रहे थे, ऊपर से मेंढकीरोड ब्रिज की लेटलतीफी ने जख्म हरे कर दिये। फिर संघर्ष करते करते कॉंग्रेस ने जनता की नब्ज़ पकड़ मौके पर चौका मार दिया। घोषणा की कि 7 दिवस में शुभारम्भ नही हुआ तो हम जनता के साथ करेंगे ब्रिज की शुरुआत। थोड़े से ही दबाव में बिखर गई ये नई भाजपायी टीम और बेचारी ट्रेप हो गई और सारा क्रेडिट कॉंग्रेस ले उड़ी। अब शुभारंभ तो करना ही था तो ताबड़तोड़ नास्तिको ने अमावस्या के दिन ही बिना लाईट के ब्रिज का शुभारंभ चंद कार्यकर्ताओं को भेला करके कर लिया। गलती से फिर मिस्टेक हो गई या जान बुझकर पुराने भाजपाईयो को दरकिनार किया गया, आईये देखते है क्यो *चंद सवाल* *1. सवाल – पुर्व मंत्री दीपक जोशी को क्यो नही मिला सम्मान ?* जवाब – पैलेस विरोधी, ब्राह्मण चेहरा *2. सवाल – नेता सत्तापक्ष, स्थानीय पार्षद मनीष सेन को सम्मान क्यो नही मिला..?* जवाब – युवा नेता, संगठन के करीबी, सेन समाज की बच्ची चोरी होने पर प्रशासन का विरोध करने से विधायक सांसद नाराज, पर कतरने की कवायद *3. सवाल – पुर्व महापौर सुभाष को क्यो नही मिला सम्मान ?* जवाब – भ्रष्टाचारी एवं नाकारात्मक छवि ने किया पैलेस से दूर, ब्राह्मण चेहरा लेकिन आने वाले चुनावों में नुकसान की आशंका *4. सवाल – पुर्व सभापति अंसार अहमद को क्यो नही मिली तवज्जों ?* जवाब – देवास सांसद और भाजपा सरकार की मुस्लिम विरोधी छवि एवं बयानों से आहात होकर बैकफुट पर, नई टीम के आने से अहमियत भी कम हुई। *5. सवाल – पाठ्य पुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष रायसिंह सेंधव को क्यो नही मिली तवज्जों ?* जवाब – पैलेस विरोधी, ब्रिज पार RSS संगठन के सशक्त नेता को कमजोर करना *6. सवाल – हाटपिप्लिया विधायक मनोज चौधरी को क्यो नही मिला सम्मान ?* जवाब – सिंधिया समर्थक होने से भरोसे लायक नही, देवास विधानसभा मे बढ़ते हस्तक्षेप पर लगाम लगाना, गायत्री राजे की नाराजगी, हाई कमान से शिकायत। अब देवास की जनता आप ही बताइये क्या *ऑल इज़ वेल..?* राम राम