कश्मीर फाइल्स फिल्म नहीं जन आंदोलन बनकर खोल रही पोल, शंकरगढ ने बड़ा दिए जमीन और अफसरों के भाव, संविधान सम्मान दिवस, रितेश की पदयात्रा,लक्की मक्कड़ ने बनवा दी अनुशासन समिति,नगर परिषद प्रधानमंत्री आवास घोटाला, जया किशोरी देवास मे, आगरोद में राम कथा,
भगत -बाबा प्रणाम बाबा- बेटा प्रणाम कहा से आ रहा है।
भगत -बाबा कश्मीर पर बनी सच्चाई देखकर ।
बाबा – 3 दशक से अधिक समय से आमजन के अंदर दबा ज्वालामुखी इस तरह ही बाहर आता है बस इसके अंदाज अलग-अलग होते हैं। यह वह पिक्चर है जिसका जनता खुद प्रमोशन कर रही है। ना पिक्चर में नचनिया का नाच है ना हीरो का एक तरफा जीत का सीन केवल तीन दशक पहले के सच को एक सीधे सरल तरीके से जनता के बीच लेकर आए हैं जिसे विरोधी पोपो गंडा बता रहे हैं जबकि यह सही में सीधा सरल तरीके डंडा ही है जिसका उपाय भी विरोधी के पास केवल विरोध के सिवा कुछ नहीं है जितना विरोध करेंगे उतनी ही पिक्चर बंपर हिट होगी सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर देगी जिस तरह द्रोपदी का चीर हरण के समय चुप रहने वाले भी अंत में दोषी मानकर सजा पा गए वैसे ही कश्मीर मुद्दे पर उस समय चुप्पी साधने वाले अब माफी योग्य नहीं है
। भगत – अगर यह फिल्म यूपी चुनाव के पहले रिलीज हो जाती तो।
बाबा – अभी पंचर साइकिल गेटर लगाकर खड़ी तो कर दी है वह खड़ी रहने लायक भी नहीं रह जाती योगी बाबा फिल्म के नाम पर 50 सीट और ले जाते अखिलेश बाबू की साइकल भंगार में ही तूलवाना पड़ती ।
भगत – योगी की जीत और अखिलेश की हार कांग्रेस की जमानत जप्त पर मंथन चल रहा है।
बाबा – अब सांप निकल जाने के बाद लकीर पीटने से क्या फायदा।
भगत – मंथन तो जरूरी है बाबा।
बाबा – हां जरूरी है हार हो या जीत हो दोनों के बाद मंथन तो होना ही चाहिए योगी बाबा को भी अपनी जीत के साथ सीट कम होने पर अखिलेश यादव को भी नए सिरे से टीम गठित कर अगली तैयारी शुरू करना चाहिए सोचना चाहिए बाबा को जितना बदनाम किया उतना नाम हो गया बाबा का सबसे बड़ा जीत का कारण उनकी ईमानदारी और यूपी में खासकर गुंडा विरोधी अभियान आम जनता को सुरक्षा देना महत्वपूर्ण रहा इस कलयुग मैं आज भी राजनीति में ईमानदार व्यक्तित्व को आमजन सिर पर उठा कर चलती है उसे सुख सुविधा व अन्य बातों से उतना मतलब नहीं जितना एक व्यक्तित्व वह जिसे राजा के पद पर देखना चाहती है वह ईमानदार हो बस इतनी सी छोटी सी बात राजनेता को समझ लेना चाहिए।
भगत -कांग्रेस अपनी सरकार का दिन भी संविधान सम्मान दिवस के रूप में मना रही है सरकार जाने की याद भी ताजा कर रही है।
बाबा – सत्ता जाने का दर्द वाला दिन कैसे भूल सकते हैं अचानक उनके अपनों ने ही कश्ती वहां डूबी जहां पानी भी कम था अपनों की उपेक्षा एक तरफा सरकार चलाना भारी पड़ा भाजपा ने अवसर को राजनीति में जिस तरह लाभ उठाते हैं पूरा लाभ उठाया ।ऊपर केंद्र सरकार का लाभ और भी कई लाभ बगावती विधायक को बगावत करने को मजबूर कर गए। भले ही कांग्रेस यूपी और अन्य प्रदेशों में हार गई हो परंतु मध्यप्रदेश में अभी भी अच्छी स्थिति में है। कांग्रेस की केंद्र में हो या राज्य में हार का कारण गुटबाजी के साथ-साथ मुख्य रूप से अपने मुख्य संगठन का कमजोर होना है कभी कांग्रेस का मुख्य छात्र राजनीति भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन और युवक कांग्रेस सेवादल उसके बाद सबसे मजबूत इंटक था जो मजदूर की राजनीति कर किसी भी हालत में मजदूर श्रमिकों के वोट पर अपनी मजबूत पकड़ रखता था परंतु समय बदलने के साथ सत्ता में आने के बाद संगठन ने धीरे-धीरे अपने ही संगठन को नजरअंदाज किया धीरे-धीरे वे कमजोर होते चले गए जबकि उल्टा भारतीय जनता पार्टी में संगठन पहले सत्ता बाद में का आज की उतना ही महत्व है। अब कांग्रेस को सम्मान दिवस के साथ अपनी सबसे बड़ी कमजोरी को भी देखना होगा मालवा में ही पलटा खाया है और इस बार भी मालवा में भारतीय जनता पार्टी के कई विधायक कमजोर स्थिति में है खासकर जिनके कारण सरकार बनी अगर उस क्षेत्र में अभी से प्रत्याशी मानकर कार्य किया जाए तो परिणाम सुखद आ सकते हैं।
भगत – रितेश बाबू की पदयात्रा चर्चा में रही ।
बाबा – चाहे विपक्ष में हो परंतु अपने कार्य से अपनी पहचान बनाए रखने में कामयाब रितेश त्रिपाठी हमेशा ही कांग्रेस के एक गुट से टक्कर लेते रहे हैं इस बार रितेश बाबू की पदयात्रा के साथ एक और शहरी क्षेत्र के अयोध्या के गढ़ में कांग्रेसका झंडा लेकर चलने वाले लक्की मक्कड़ ने की पोस्ट भी चर्चा में रही है उसके बाद शहर कांग्रेस अध्यक्ष ने तत्काल शहर में अनुशासन समिति बना दी जो भी हो लकी बाबू भी चर्चा में रहे सुनने में तो बहुत दिनों से आ रहा है कि उनके नेता जी भी मन में अलग बदलाव का विचार लिए लोकसभा उपचुनाव से ही बैठे हैं परंतु अभी तक तो ऊपर से कोई हरी झंडी नहीं मिली परंतु लकी के मन ने अपने मन की बात कह दी जिस पर बवाल हो गया।
भगत -मनीष चौधरी भी शहर में वापस आ गए हैं। बाबा – आंदोलनकारी नेता मनीष चौधरी इस बार उत्तराखंड में चुनाव में निराश वापस आए हैं लेकिन शहर में जरूर कुछ ना कुछ करने वाले हैं तैयार रहें किसी जनहित के मुद्दे पर या तात्कालिक मुद्दे पर मनीष चौधरी का छोटा सा आंदोलन और अखबारों में तो आ ही जाएंगे ।
भगत -शंकरगढ़ में फिल्मी नगरी बनने की खबर से ही क्षेत्र की जमीन के भाव आसमान पर है।
बाबा- देवास का शंकरगढ़ जो कभी खदान और जेसीबी पोकलेन मशीन की आवाज से ही गूंजता था आज देवास विधायक गायत्री राजे पवार और जिला कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला कमिश्नर विशाल सिंह की छोटी सी पहल पहले एडवेंचर के छोटे-छोटे आयोजनों में आसपास के क्षेत्रवासियों को कुछ नया होने का संकेत दिया जेसीबी पोकलैंड की जगह यहां पर इंदौर और अन्य जगह के साथ देवास की जनता स्वस्थ मनोरंजन के लिए आने लगी तो क्षेत्र भू माफिया के नजर में भी आ गया कॉलोनी या कटने लगी और जमीन के भाव आसमान छूने लगे अच्छी बात है क्षेत्रवासी खास कर कम जमीन वाले जो ना खेती कर पाते थे ना कोई अन्य व्यापार अब करोड़ों के दाम पर जमीन देकर दूसरी जगह ज्यादा बीघा जमीन खरीद कर अपना कृषि का सपना पूरा कर सकते हैं दूसरा इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ने के साथ बाहरी पैसा भी देवास में ही आने की बहुत संभावना है अगर फिल्म सिटी का प्लान सफल हो जाता है तो यह सबसे बड़ी उपलब्धि होगी जिसमें उल्टी गंगा बहेगी अब तक देवास के लोग बाहर रोजगार के लिए जाते थे देवास का पैसा बाहर जाता था अब बाहर के लोग देवास आकर फिल्मोद्योग के माध्यम से देवास का रोजगार बढ़ाएंगे। दूसरा देवास मैं एक बड़ा औद्योगिक क्षेत्र और स्थापित होने जा रहा है यह भी देवास विधायक राजे की एक बड़ी उपलब्धि होगी तीसरा कार्गो एयरपोर्ट भी अगर हो जाता है तो सोने पर सुहागा ही होगा।
भगत – अंडर ब्रिज का मुद्दा भी छीन लिया।
बाबा – देवास विधायक गायत्री राजे पवार को अगर कहीं अपने ही क्षेत्र से सबसे ज्यादा नुकसान होता तो वह था मेंडकी रोड कछुआ गति से बन कर दर्द पर दर्द बड़ा रहा ओवर ब्रिज उसके बीच अंडर ब्रिज का मुद्दा सच में माइनस पॉइंट ही था परंतु अचानक अंडर ब्रिज बनने से विपक्ष का यह मुद्दा भी छिन गया भारतीय जनता पार्टी विधायक राजे को इसका लाभ जरूर मिलेगा परंतु भारतीय जनता पार्टी के अयोध्या कहे जाने वाले क्षेत्र में पार्षद स्तर पर कांग्रेसी राहुल पवार जरूर इस मुद्दे का लाभ उठाने में सफल रहे हैं जबकि यह क्षेत्र भाजपा का गढ़ रहा है परंतु पूरा लाभ अगर अंदर की खबर ले तो राहुल पवार ही लेकर जा रहे हैं।
भगत – अफसर के भी भाव बढ़ गए। बाबा – देवास शहर में कई योजनाएं लाने के साथ भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का आयोजन सफल बनाने में भी देवास कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला की मेहनत से भीड़ खुद देखकर ही राष्ट्रीय अध्यक्ष गदगद होने के साथ उनके भाव तो बढ़ना ही थे देवास में कलेक्टर ने कोरोना काल में भी मेहनत करने के साथ देवास विकास प्राधिकरण जोकि मरणासन्न अवस्था में था उस के माध्यम से विकास की नई इबारत लिखने के साथ जिला चिकित्सालय का स्वरूप जो बदला है ।
भगत -अब व्यवस्था में भी सुधार होना चाहिए।
बाबा – विकास के साथ व्यवस्था में सुधार आवश्यक है आम जनता को मूलभूत सुविधा के लिए ऑफिस ऑफिस के चक्कर लगाना पड़े तो भले ही कितना विकास हो जाए जनता का दिल नहीं जीत सकते जिला चिकित्सालय में तमाम आधुनिक सुविधा के बाद भी स्वास्थ्य कर्मी और डॉक्टर के व्यवहार में सुधार नहीं है तहसील से लेकर आमजन किसी भी योजना के लिए दर-दर भटकता है एकल खिड़की मात्र दलालों के लिए ही रह गई है जिला कलेक्टर सांसद विधायक ने कम से कम आमजन को उनकी मूलभूत सुविधा के लिए एक ऐसी व्यवस्था करना चाहिए ऑफिस ऑफिस नहीं बता देना चाहे गरीबी रेखा से नीचे जीवन जीने वाला हो या मध्यम वर्गीय किसी भी शासकीय योजना के लिए आज भी वह सीधे ईमानदारी से काम नहीं करवा सकता जिस दिन या हो जाएगा उस दिन सरकार सफल होगी ।
भगत -दो वंदना पांडे हो गयी ।
बाबा – शहर कांग्रेश अध्यक्ष वंदना पांडे लगातार सक्रिय है तो अब जिला आबकारी अधिकारी पद पर भी वंदना पांडे को दायित्व मिला है अभी तक प्रभारी दुबे जी कार्यभार देख रहे थे जिला आबकारी विभाग मैं अब महिला अधिकारी के हाथ में बागडोर आ गई है वैसे भी दो इंस्पेक्टर निधि शर्मा और राजकुमारी मंडलोई ने पहले अपना जलवा दिखा दिया है इंस्पेक्टर यादव जी लगातार कार्रवाई में रिकॉर्ड बना रहे हैं अब नई आबकारी नीति के चलते नए समीकरण बन गए है सबसे खास बात एक पूर्व जिला आबकारी अधिकारी जो देवास के लिए लगातार प्रयासरत थे उनके मंसूबे पर पानी फिर गया है।
भगत -जया किशोरी भी आ रही है ।
बाबा -अप्रेल माह में देवास मैं दो बड़े आयोजन होने जा रहे हैं प्रसिद्ध कथा वाचक जया किशोरी के साथ आगरोद में आश्रम पर रामकथा का आयोजन भी भव्य होने जा रहा है बड़ी नवरात्रि पर मां चामुंडा टेकरी पर श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने की संभावना है कोरोना समाप्ति के बाद धार्मिक आयोजन मैं श्रद्धालु बड़ी संख्या में भाग ले रहे हैं।
भगत -बाबा नगर परिषद का प्रधानमंत्री आवास योजना घोटाला चर्चा का विषय बन गया है।
बाबा – कलेक्टर ने जांच के आदेश देने के बाद भी अभी तक जांच पर राजनीति आ रही है मामला विधानसभा में और लोकायुक्त तक जा सकता है।
