*विश्व की पहली पद्मासन प्रतिमा 72 फीट की बेदी पर 21 फीट की भगवान पदम प्रभ की* *पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महा महोत्सव 4 अप्रैल से 10 अप्रैल तक पुष्पगिरी तीर्थ पर
*पुष्पगिरी तीर्थ सोनकच्छ* — दिगंबर जैन परंपरा का संपूर्ण भारत का एकमात्र मानव सेवा तीर्थ पुष्पगिरी पर गणचार्य श्री पुष्पदंत सागर जी महाराज के आशीर्वाद एवं पावन सानिध्य में संस्कार प्रणेता मुनि श्री सौरभ सागर जी महाराज की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन में विश्व कि पहली पद्मासन भव्य 72 फुट की बेदी पर 21 फुट के भगवान पदम प्रभ की प्रतिमा एवं एवं सीप के आकार का आकर्षक मंदिर जिसमें 13 फीट की मनोहारी भगवान पुष्पदंत की पद्मासन प्रतिमा का निर्माण किया गया है। जिसका भव्य पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव 4 अप्रैल से 10 अप्रैल तक पुष्पगिरी तीर्थ पर आयोजित होना सुनिश्चित हुआ है जिस पंचकल्याणक में क्रांतिवीर मुनि श्री प्रतीक सागर जी महाराज का पावन सानिध्य एवं मार्गदर्शन प्राप्त होगा। पंचकल्याणक महोत्सव में दिल्ली, मुंबई, राजस्थान, संपूर्ण मध्यप्रदेश ,महाराष्ट्र ,हरियाणा, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ ,गुजरात आदि राज्यों से भक्तगण सम्मिलित होंगे। महोत्सव में अनेकों नामचीन राजनेताओं को आमंत्रित किया जाएगा। 4 अप्रैल को ध्वजारोहण एवं विशाल कलश यात्रा ,5 अप्रैल को गर्भ कल्याणक, 6 अप्रैल को जन्म कल्याणक एवं भव्य जुलूस, 7 अप्रैल को दीक्षा कल्याणक, 8 अप्रैल को केवल ज्ञान कल्याणक, 9 को अप्रैल मस्तकाभिषेक, 10 अप्रैल को मोक्ष कल्याणक एवं आचार्य पद प्रतिष्ठापन महोत्सव आदि अनेकों कार्यक्रम आयोजित होंगे।
