धर्म संकट में विधायक और जिलाध्यक्ष, कांग्रेसमें दूसरी पंक्ति लगातार सक्रिय,अतिक्रमण विरोधी अभियान ,एडवेंचर पहाड़ी पर, मोर्चे में देवास विधानसभा का वर्चस्व

भगत -बाबा प्रणाम ।
बाबा -बेटा प्रणाम ।
भगत – पंचायत में विधायक और जिला अध्यक्ष की अलग पंचायत हो रही है।
बाबा – बड़े दिन बाद तो गांव मैं फिर बहार आई है वार त्यौहार के बाद फिर सबसे बड़ा त्यौहार तो ग्रामीणों के लिए यही है जब जिला पंचायत जनपद और पंच सरपंच के उम्मीदवार उनके द्वार पर धोक देने आते हैं । भैया जी दादा जी सब रिश्ते जीवित हो जाते हैं और मंदी के माहौल में भी गांव में व्यापार चरम पर रहता है काला धन इसी समय तो बाहर निकलता है नेताजी का
भगत – विधायक किसको समर्थन दें
बाबा – हां बेटा विधायक के सामने निगम के चुनाव हो या पंचायत के हमेशा ही धर्मसंकट खड़ा रहता है एक अनार सौ बीमार की तरह दावेदारों की कमी नहीं और हर गांव में से एक दो से मुफ्त की बूरामदी का समय भी यही है, फिर भी किसी को तो समर्थन देना होगा। यही हाल संगठन में भाजपा जिलाध्यक्ष और कांग्रेस जिलाध्यक्ष के हैं कई बार विधायक इन पर ढोल देते हैं, और बच जाते हैं संगठन का फैसला अब क्या करें परंतु इस बार संगठन के जिलाध्यक्ष भी चतुर है वह भी अपने पर नहीं लेंगे। अधिकृत प्रत्याशी के लिए इस बार विधायक और जिलाध्यक्ष के बीच अपने समर्थकों की लड़ाई तो रहेगी ही साथ में यह भी प्रयास रहेगा कि बुराई का ठीकरा एक-दूसरे पर फोड़ दे । सबसे बड़ी चुनौती अपने समर्थकों को अधिकृत करने के साथ जिताने की भी रहेगी।

भगत -बाबा जिलाध्यक्ष फार्म पर चल रहे हैं।
बाबा- जिलाध्यक्ष राजीव खंडेलवाल पहले जिला अध्यक्ष रहे जो किसी के स्टांप मोहर नहीं रहे वरना अभी तक तो किसी न किसी विधायक मंत्री के समर्थक या उनके अनुसार ही जिलाध्यक्ष चले हैं जिलाध्यक्ष द्वारा भाजपा कार्यालय अत्याधुनिक सुविधा के साथ बहुत कुछ बदला है और मोर्चे मैं भी अपनी बात पूरी तरह रखी है। वहीं कांग्रेस जिलाध्यक्ष अशोक कप्तान शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी से ऊपर नहीं आ पाए हैं उनके कार्यकाल में एक विधानसभा और एक लोक सभा उपचुनाव में हार का स्वाद चखना पड़ा है तो भाजपा जिला अध्यक्ष के कार्यकाल में जीत का।
भगत परंतु बाबा भविष्य हमेशा उल्टा रहा है भाजपा जिला अध्यक्ष पद वाले खो गए और कांग्रेस के जिला अध्यक्ष को आगे बड़े लाभ मिले हैं।
बाबा हां बेटा यह जरूर अभी तक देखने में आया भाजपा जिलाध्यक्ष जो भी बना वह इस पद से हटने के बाद राजनीति में कोई बड़ा पद नहीं ला पाया है भाजपा के जिलाध्यक्ष स्वर्गीय मदनलाल भास्कर के बाद अजय सिंह बघेल जैसे दमदार नेता मंत्री के खास महेश दुबे गोपी कृष्ण व्यास बहादुर मुकाती नंदकिशोर पाटीदार किसी को भी संगठन में या सत्ता में कोई लाभ का पद नहीं मिला जबकि कांग्रेस में जो भी जिलाध्यक्ष बने उसे विधायक का टिकट जरूर मिला स्वर्गीय राजेंद्र सिंह बघेल स्वर्गीय श्याम होलानी और कैलाश कुंडल।
भगत – कांग्रेसमें दूसरी पंक्ति के नेता फिर मैदान में आ गए हैं।
बाबा -हां बेटा कांग्रेस में दूसरी पंक्ति अपने पैर पर खुद खड़ी होकर आ रही है कभी वरिष्ठ नेताओं को आगे नहीं लाएंगे पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने केवल शहर में मनोज राजानी के अलावा किसी को प्रदेश नहीं दिखाया अभी विपक्ष में भी उनकी ही एकतरफा चल रही है ऐसे में दूसरा गुट तैयार होना ही है । दिग्गी झाला रितेश त्रिपाठी और हिम्मत सिंह चावड़ा हिम्मत दिखा रहे हैं दिग्गी झाला का बिजली बिल आंदोलन भी जोरदार रहा तो तीसरा जीतू गौड़ का आंदोलन भी ।
भगत कुछ परिवार को तो हर चुनाव लड़ने का डॉक्टर ने कहा है।
बाबा -अब आम जनता सब समझ गई है इन परिवार को सारे पद भी चाहिए और हारने के बाद भी हर चुनाव में टिकट यह तो लड़ेंगे ही परंतु इस बार जनता कार्यकर्ता दोनों ही समझदार है परिणाम भी वही होगा जो सब समझ रहे हैं।
भगत – एडवेंचर फिर आ गया है।
बाबा- कलेक्टर कमिश्नर ने देवास शंकरगढ़ पहाड़ी पर एडवेंचर देवास वासियों को कोरोना आपदा के दर्द के बाद कुछ स्वस्थ मनोरंजन राहत के रूप में दिया है यह पहाड़ी खदान संचालकों के हाथ से पूरी तरह निकल चुकी है बारिश में पौधारोपण के बाद सर्द माहौल में गर्म एडवेंचर का मजा लीजिए। इस बार कलेक्टर कमिश्नर इस बात का जरूर ध्यान रखें कि वहां पर सब कुछ है परंतु सुरक्षा की व्यवस्था नहीं के बराबर है एडवेंचर अच्छा है बस सब की सुरक्षा का ध्यान जरूर रखें।
भगत – अतिक्रमण विरोधी अभियान ।
बाबा – अतिक्रमण विरोधी अभियान वैसे तो पूरे वर्ष भर चलना चाहिए जिससे कोई नया अतिक्रमण नहीं हो परंतु यह जिला प्रशासन की मर्जी हो तभी शुरू होता है इस बार वर्षों से कॉलोनाइजर द्वारा अतिक्रमण की सड़क मुक्त कराई है बस अभी तो जिला प्रशासन ने यही एक बड़ा अतिक्रमण हटाया है वरना यहा की नगरी कहां बसी की तरह कभी इस कॉलोनी में तो कभी उस कॉलोनी में अतिक्रमण दस्ता पहुंच जाता है कोई प्लानिंग नहीं कभी हां तो कभी वहां वैसे इस बारी अच्छा हो रहा है कि पहले व्यापारियों को मकान मालिकों को सूचना दी जा रही है कम से कम वह अपना सामान समेट लें और भारी राष्ट्रीय संपत्ति का नुकसान ना हो।
भगत – सुप्रिया मेडम ओर केलकर भी बाजार में समझा दे रहे हैं।
बाबा – पुलिस अधीक्षक डॉक्टर शिव दयाल सिंह भी कई बार यातायात सुधार के लिए सड़क पर आ चुके हैं तो सीएसपी विवेक सिंह अब मैडम सुप्रिया चौधरी ने शहर केअमीरजादे की बुलेट को वाइब्रेट किया तो अब मैडम शहर के बीच यातायात में बाधक बने अतिक्रमण हटाने के लिए बाबा आदम के जमाने के निगम के अधिकारी केलकर को साथ लेकर निकल पड़ी है वैसे अब शहर के चौराहों पर यातायात विभाग के जवान मुस्तैदी से नजर आ रहे हैं । चलो मैडम कुछ शहर में भी सुधार हो।
भगत – बार एसोसिएशन मैं अच्छा तालमेल बैठ गया है।
बाबा – बार एसोसिएशन में इस बार भले ही अलग-अलग संगठन के पदाधिकारी बने हो परंतु उनमें तालमेल अच्छा है रामप्रसाद सूर्यवंशी चंद्रपाल सिंह छोटू निलेश वर्मा वाजपेई और जयसवाल इस बार लगातार सक्रिय नजर आ रहे हैं इन पदाधिकारी द्वारा कोर्ट मुंशी वाला मामला भी दमदारी से उठाया है वरना पानी में रहकर मगरमच्छ से कौन बेर ले परंतु आम जनता और अपने साथियों के लिए इनका यह साहसिक कदम सराहनीय है।
भगत -प्रेस क्लब ।
बाबा – प्रेस क्लब द्वारा अपने वरिष्ठ साथियों के अनुभव का लाभ लेकर चलने का परिणाम सार्थक नजर आ रहा है अभी तक बहुत कम समय में प्रेस क्लब में सफल आयोजन कर सब साथियों को साथ लेकर चलने और जोड़ने का सफल प्रयास किया है।
भगत – भाजपा जिला मोर्चे में देवास विधानसभा का ज्यादा बोलबाला रहा।
बाबा -देवास विधायक श्रीमंत गायत्री राजे पवार सत्ता में अब कुशल राजनेता की भूमिका के साथ संगठन में भी मजबूत पकड़ बना रही है जिला मोर्चा में किसान मोर्चा अध्यक्ष शिवराज सिंह गोहिल उनकी अपनी विधानसभा उत्तरी भाग से है तो दूसरे महिला मोर्चा में राखी झालानी तीसरा अल्पसंख्यक मोर्चा में परवेज शेख और अनुसूचित जाति मोर्चा में संजय दायमा पिछड़ा वर्ग में जुगनू गोस्वामी उनकी विधानसभा के हैं भले ही एक दो भाजपा जिलाध्यक्ष के खेमे में अभी चल रहे हो परंतु आगे पीछे उनके ही विधानसभा में उनके साथ रहने वाले को ही मौका मिला है एक महत्वपूर्ण युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष राम सोनी को उप चुनाव खंडवा मैं काम करने का लाभ मिला तो बागली विधायक पहाड़ सिंह कन्नौजे के खाते में तो अनुसूचित जनजाति जिला मोर्चा अध्यक्ष खुशीलाल राठौड भाजपा जिला अध्यक्ष राजू खंडेलवाल और कन्नौद खातेगांव विधायक आशीष शर्मा के कोटे में जाना ही था हाटपिपलिया विधायक मनोज चौधरी के हाथ कुछ नहीं आया वैसे मनोज चौधरी भी अब आम जनता के हाथ नहीं आ रहे हैं आम जनता से दूरी के साथ संगठन में भी उनको अब अपने समर्थकों को पद दिलाने के लिए, मशक्कत करना पड़ेगी और अगले टिकट के लिए भी, यही हाल सोनकच्छ विधानसभा का भी है वहां के नेता जी को एक भी मोर्चे में जिला अध्यक्ष का पद नहीं मिला सबसे भारी पड़ी देवास विधानसभा।
भगत – बाबा ओर बहुत कुछ है कल मिलता हु ।
बाबा – ठीक है सर्द मौसम में अपना ध्यान रखना इस बार तो निगम ने अलाव भी नही जलाए है कल मिलेंगे।

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