बेरंग होली, टीआई का वायरल वीडियो , मास्क नहीं तो खाओ जेल की हवा, विधायक ने निगम टैक्स मुद्दा बनने से पहले , ऊंट के मुंह में जीरा, घमंडी कमिश्नर,शराब अहाते बंद ,मिलावटी दूध, पूर्व मंत्री फिर चर्चा में
भगत – बाबा प्रणाम होली की शुभकामनाएं।
बाबा -बेटा बधाई परंतु इस बार की रंग बिरंगी रंग पंचमी बेरंग सी हो गई है कोरोना ने होली और पंचमी दोनों का रंग उड़ा दिया है। खेर जान है तो जहान है कितनी होली आएगी और कितने रंग पंचमी अभी तो बस कोरोना से बचो । हम होली भी खूब मनाएंगे दिवाली भी और सारे त्यौहार कुछ समय तो ठहरो।
भगत – बाबा लोग हैं कि मान नहीं रहे ।
बाबा – प्रशासन भी कहां मानने वाला उन्होंने अब सख्त रवैया अपना लिया है अब मास्क नहीं तो सीधे जेल होगी अभी तो अस्थाई भेज आने वाले समय में सरकारी हवालात में हवा खाएंगे। बिना मास्क और नियमों को नहीं मानने वाले प्रशासन शासन लगातार जागरूकता के साथ अपनी सेवा भी निष्ठा और ईमानदारी के साथ दे रहा है तो अब दंडात्मक शैली ठीक ही है।
भगत – बाबा शहर कोतवाल रहे टी आई का वीडियो वायरल हो रहा है चर्चा का विषय बन गया है।
बाबा – आपदा के समय में पुलिस की छवि आम जनता के सामने एक मसीहा के रूप में बनी थी परंतु कुछ मछली पूरे तालाब को खराब करती है ऐसे ही वर्दी में एक टीआई के गलत वीडियो ने वर्दी की छवि धूमिल की है टी आई पूर्व में भी विवाद में रह चुके हैं परंतु उसके बाद भी इनको शहर कोतवाल का महत्वपूर्ण थाना मिला और मात्र दो माह में ही उच्च अधिकारियों का भरोसा तोड़ दिया अब वर्दी में टीआई के ऐसे वीडियो देवास जिले में ही नहीं धीरे धीरे पूरे देश में फैलने की संभावना हे जबकि पुलिस विभाग की भूमिका आपदा के समय में आमजन में अच्छी बनी है तब ऐसे अधिकारी को कठोर कार्रवाई कर दंडित किया जाना चाहिए ताकि अगला कोई अधिकारी पुलिस की छवि धूमिल ना करें परंतु अभी तक उच्च अधिकारियों ने कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की है जबकि पुलिस अधीक्षक डॉक्टर शिवदयाल ने धीरे धीरे अपनी और पुलिस की छवि आमजन के बीच में अलग बनाई है तब ऐसे समाज में ऐसे अधिकारी को केवल लाइन अटैच कर नहीं छोड़ा जाना चाहिए।
भगत -सट्टा शबाब पर है।
बाबा – देवास के सटोरिए सब पर भारी है बस इतना ही कहना बहुत है।
भगत -बढ़ती महंगाई में नगर निगम ने भी दर्द पर नमक छिड़क दिया था।
बाबा- क्या करो महंगाई और करो ना दोनों जक नही ले रहे उस पर देवास नगर निगम ही नहीं पूरे प्रदेश की नगर निगम ने अपने-अपने शहरों में टैक्स बढ़ाकर जनता पर लाद दिए थे इंदौर में तो एक कांग्रेसी नेता भरपूर से ले गए परंतु देवास में संवेदनशील और सतर्क रहने वाले विधायक गायत्री राजे पवार ने बाजी मार ली राजे ने तुरंत मंत्री को फोन लगाकर देवास नगर निगम का टैक्स बढ़ाने पर विरोध दर्ज कर उसे वापिस लेने की बात पर मंत्री ने भी तत्काल मामला ही सुलझा दीया विधायक ने अच्छा ही किया वरना विरोध तो तगड़ा होना था आमजन बढ़ती महंगाई और काम धंधे में मंदी के कारण वैसे ही परेशान हैं फिर कोरोना उस पर निगम का टैक्स कमर तोड़ देता।
भगत – अगर नगर निगम के चुनाव होते हैं तो महंगाई मुद्दा बन जाएगा।
बाबा – सही बात है व्यापारी का व्यापार चौपट और उस पर जमाने भर के टेक शासन प्रशासन का डंडा और उस पर महंगाई का असर नगर निगम पर पंचायत के चुनाव पर निश्चित पड़ता अच्छा है चुनाव आगे बढ़ गए। भगत – बाबा महापौर और पार्षद के दावेदार भी अब गिने चुने ही जनता के बीच नजर आ रहे हैं। बाबा- हां बेटा अचानक गधे के सिर से सिंग की तरह यह गायब हो गए हैं जबकि भरोसा नहीं चुनाव कब हो जाए सबसे अच्छे दावेदार तो वह है जो मिले हुए समय को भी एक अच्छा अवसर मानकर जनता के बीच सेवा में लगा दे किसी की मेहनत कभी खाली नहीं जाती मान लो कल से आरक्षण में सीट बदल जाती है तो भी वे अपनी मेहनत का फल अपने किसी साथी को दिलवा सकते हैं फिर समय गुजरते समय नहीं लगता अगले चुनाव में यह संगठन में अच्छी जगह पद मिल ही जाएगा और अब तो संगठन में भी और आम जनता में भी इमानदार और उसका कार्य देखकर ही अवसर दिया जाता है अवसरवादी कि कहीं पर भी दाल नहीं गलने वाली।
भगत – जीतू गोड़ जीरा फ्राई खिला रहे हैं।
बाबा – बड़े उमेश हो या जीतू गौड़ सदाबहार है उनकी दुकान साल ही चलती है कभी छात्र राजनीति श्रमिक या फिर किसानों की समस्या है और नगर निगम मैं भी अच्छा है पूरे सक्रिय रहते हैं विरोध में भी चलती तो है। अब महंगाई को लेकर ऊंट के मुंह में जीरा देकर विरोध प्रदर्शन किया इसके पूर्व शव यात्रा और यह ऐसे ही आंदोलन के लिए पहचाने जाते हैं। भगत -बाबा मनीष चौधरी नजर नहीं आ रहा है। भगत -बेटा सत्ता में दूर रहने वाले मनीष चौधरी और यह पूरा ग्रुप विरोध में तो कहीं से भी आ टपकते हैं अभी मनीष बंगाल चुनाव और अन्य राज्य में सक्रिय है ।
भगत – जिला कांग्रेस और शहर कांग्रेस।
बाबा – देवास में तो इसे सज्जन वर्मा कांग्रेस ही कांग्रेसी कहते हैं बस सज्जन भाई ने एक ऐसी गलती कर दी हो जैसे कलेक्टर के पद पर तहसीलदार बैठ जाए और तहसीलदार के पद पर कलेक्टर तहसीलदारी करे । अशोक कप्तान जिला कांग्रेस अध्यक्ष से ज्यादा मनोज राजानी का नाम चलता है जिलाध्यक्ष के कार्यकाल के उनके क्षेत्र में पहला विधानसभा उपचुनाव हारने के बाद अब जिलाध्यक्ष उतना ही करते हैं जितना ऊपर से आदेश हो जबकि मनोज राजानी इस से भी ऊपर जाकर अपना काम कर देते हैं नगर निगम के टैक्स वाले मुद्दे में बिजली के बिल माफ वाला श्रेय नहीं ले पाए हां राजाजी का विरोध अभी कुछ कांग्रेसी चाह कर भी नहीं कर पा रहे हैं कि नगर निगम में टिकट तो गंगा से ही बटना है शहर कांग्रेस जिला और प्रदेश तक उनके पास जो है।
भगत -कलेक्टर तहसीलदार
बाबा – सहज सरल भूमिका में अपनी ही कलेक्टर की पारी शुरुआत करने वाले चंद्रमौली शुक्ला अब चौके छक्के लगा रहे हैं प्रशासनिक कसावट के साथ भू माफिया के खिलाफ कार्रवाई में भी उनके साथ एसडीएम और तहसीलदार की भूमिका दमदार रही परंतु अब न जाने क्यों भू माफिया गुंडा विरोधी अभियान ठंडे बस्ते में चला गया है कोरोना आपदा तो अभी वापस आई है उसके पहले ही अभियान ठंडा पड़ गया था खेर प्रशासनिक क्षेत्र में अब उनका अधीनस्थ अधिकारियों कर्मचारियों में भी खौफ नजर आता है और आना ही चाहिए देवास विकास के साथ व्यवस्था में भी बदलाव होना ही चाहिए।
भगत- पूर्व मंत्री जोशी भी मैदान में आ गये है।
बाबा – आखिर तीन बार के विधायक है इतनी जल्दी कैसे हार मानने वाले हाटपिपलिया उपचुनाव के बाद यह माना जा रहा था कि दीपक जोशी अब देवास से नहीं भोपाल या अन्य जगह से ही अपनी राजनीति करेंगे परंतु हाल में देवास जिले की विधानसभा बागली जोकि खंडवा संसदीय क्षेत्र में लगती है जहां अभी भारतीय जनता पार्टी में एक प्रदेश के लोकप्रिय नेता सांसद स्वर्गी नंदकुमार सिंह चौहान को खोया है उनकी जगह अब फिर खंडवा संसद के लिए उपचुनाव होना है जहां से पूर्व मंत्री दीपक जोशी का नाम उभर कर सामने आ रहा है क्योंकि संसदीय क्षेत्र को प्रभावित करने वाला बागली विधानसभा अभी भी दीपक जोशी के प्रभाव में है बस कांटे उनके लिए है तो खंडवा क्षेत्र में पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस और सबसे ज्यादा स्वर्गीय नंदू भैया के पुत्र हर्षवर्धन सिंह चौहान से है अभी तक तो नंदू भैया का दीपक जोशी को ही समर्थन रहता था लेकिन अब दीपक जोशी का टिकट में नाम चलने पर हर्षवर्धन सिंह चौहान और अर्चना चिटनिस दो विरोधी और दीपक जोशी के मुफ्त में सामने हो गए हैं जिले में अभी संगठन में जोशी समर्थक कुछ है तो भारतीय जनता पार्टी के 4 विधायकों में से एक विधायक पहाड़ सिंह कनौजिया बागली उनके साथ है जो भी हो पूर्व मंत्री का नाम फिर चर्चा में है।
भगत – इधर से अरुण यादव तो तय है।
बाबा – वे पहले भाजपा को हरा चुके हैं और उनका टिकट लगभग तय है देवास में उनके समर्थक बागली से मनोज होलानी और शहर में शौकत दादा लकी मक्कड़ और लल्ला बागली में हल्ला बोलेंगे । शौकत दादा को तो महापौर तक का टिकट इनके कोटे से मिल चुका है लल्ला को भी बस लक्की मक्कड़ टिकट के मामले में अनलकी रहे। उनके क्षेत्र में दिग्गी राजा बाजी मार जाते हैं इधर मनोज राजानी ने राहुल को फिक्स कर दिया अब लकी इस बार फिर लक आजमा रहे हैं और शौकत दादा आरक्षण में बदलाव को भी बदलाव की नजर से फिर महापौर की दावेदारी में आ गए हैं जबकि विरोधी उनको पार्षद जोकि वह हारने के बाद अपने पुत्र को भी अपने क्षेत्र से नहीं जीता सके उनके लिए उनके द्वारा टिकट ही भस्मासुर बन गया।
भगत- शराब अहाते वाला मुद्दा भी उठा था ।
बाबा – हा देवास के सभी रेस्टोरेंट में पार्सल सुविधा और शराब के अहातों में खुले रूप से भोजन परोसा जा रहा था यह तो देवास की अधिकारियों के लिए थी शर्म की बात थी कि एक तरफ आम आदमी का रेस्टोरेंट जहां वह इमानदारी से काम कर जैसे तैसे अपना व्यापार चलाता है वह पुरानी परेशानी से निपटा ही था कि अब नई आफत केवल पार्सल भेजो वेटर कर्मचारी की छुट्टी कर दो यहां तक तो ठीक परंतु उनका दिल जब दुखा जब सामने शराब के ठेके पर खुलेआम शराबी भोजन कर रहे हैं वे बस दूर से सरकार का कानून न्याय देखते रहे परंतु भगवान के घर देर है अंधेर नहीं अब 1 अप्रैल से अहाते इस कारण बंद हो गए की उनकी लाइसेंस फीस जमा नहीं की गई और अधिकारी द्वारा नहीं कार्रवाई करने के बाद भी स्वत बंद हो गये बस अच्छा नहीं लगा तो जिला प्रशासन का इस जगह भेदभाव पूर्ण रवैया। अगर और चलते तो विपक्ष सड़क पर आ ही गई थी समझो फिर बंद कर आते तो क्या रह जाती । सब कुछ करो बस भेदभाव नही।
भगत – फिर मिलावटी दूध पकड़ा गया।
बाबा – बैंक नोट प्रेम पुलिस ने इस बार मिलावटी दूध और मावा बेचने वाले गिरोह को पकड़ने में सफलता प्राप्त की है नकली दूध का व्यापार कर यह मिलावट खोर न जाने कितनी बीमारी चंद्र लालच में आमजन को मुफ्त में दे रहे हैं जो कार्य खाद्य और औषधि विभाग का है उसे पुलिस विभाग कर रहा है पहले मुकेश इजारदार और अब टी आई उमराव सिंह ने इनको हवालात की हवा खिलाई है अभी भी शहर में कई जगह मिलावट केमिकल युक्त दूध और मावा बिक रहा है संबंधित विभाग ध्यान दें कम से कम लोगों के जीवन से खिलवाड़ ना करें आपके भी बाल बच्चे हैं।
भगत – कमिश्नर विशाल सिंह घमंडी हो गए है।
बाबा – बेटा तू भी कच्चे कान का हो गया है देवास विकास में चारों ओर तुझे क्या नजर आ रहा है दिन रात मेहनत कर देवास के विकास के साथ व्यवस्था में बदलाव लाने में कमिश्नर विशाल सिंह कोई कसर नहीं छोड़ रहे है चामुंडा कॉन्प्लेक्स का कायाकल्प करने के साथ शंकरगढ़ पहाड़ी मां चामुंडा टेकरी औद्योगिक क्षेत्र मैं बंजर होती जमीन पर सुंदर उद्यान सहित नगर निगम को प्रदेश में आगे लाने के लिए लगातार प्रयासरत है सबसे बड़ी बात नगर निगम में पीसी जो 20 परसेंट से ऊपर चली गई थी उससे भी ठेकेदारों को राहत है अब ठेकेदार से पूछो तो वह नगर निगम में है वापस काम करने को राजी हो गया है बस इसी दिनभर की उधेड़बुन में कमिश्नर विशाल सिंह कई लोगों के फोन नहीं उठा पाते यह छोटी से बड़ी बात पर किसी को भी चाहे जब फोन ठोक देना अपना कर्तव्य समझते हैं फिर उनके फोन नहीं उठाने पर सीधे घमंडी की उपाधि समझ से परे है ।
कलयुग टाइम के पाठक के लिए यह भी बता दें हम अच्छे अधिकारी का सम्मान करते हैं हमें लाभ या हानि उससे फर्क नहीं पड़ता शहर के विकास और व्यवस्था में बदलाव पूरे समाज को फर्क पड़ता है कलयुग टाइम्स मेरे द्वारा पूरे 4 वर्ष में भी तक नगर निगम से एक रुपए का विज्ञापन या कोई निजी कार्य के लिए कमिश्नर को कभी फोन नहीं लगाया। लगाया भी तो सार्वजनिक समस्या या क्षेत्र के विकास के लिए और जवाब अच्छा ही आया फोन नहीं उठा पाए तो बाद में सार्वजनिक समस्या हल होने के साथ विकास कार्य में भी कमिश्नर विशाल सिंह ने कंजूसी नहीं की देवास के विकास के लिए अभी अधिकारियों की अच्छी टीम है बहुत कम अधिकारियों से आते हैं जो रुचि लेकर जिस शहर में पोस्टिंग हुई है उस शहर के लिए कुछ अलग करने की सोचते हैं और वह जहां भी जाते हैं नाम कमा जाते हैं और मुख्य भूमिका जनप्रतिनिधि और सरकार की होती है अधिकारी का चयन अगर गलत हो तो सारी बरामदी भी स्थानीय जनप्रतिनिधि को ही मिलती है इतिहास गवाह है।
