भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन ने किया साइंस कॉलेज बन्द।
देवास:- युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष एवं पूर्व एनएसयूआई जिलाध्यक्ष जितेंद्र सिंह गौड़ के नेतृत्व में स्व. तुकोजीराव पंवार शा. विज्ञान महाविद्यालय देवास को एनएसयूआई कार्यकर्ताओं और विद्यार्थियों ने मेन गेट पर ताला लगाकर बन्द कराया और मेन गेट के सामने बैठ कर ओपनेबुक प्रणाली के माध्यम से परीक्षा हो इसको लेकर धरना प्रदर्शन किया। प्राचार्य एवं प्रभारी प्राचार्य के महाविद्यालय में उपस्थित ना होने पर मेन गेट पर लगाए गए ताले के सामने मुख्यमंत्री के नाम ताले को ज्ञापन दिया ।ज्ञापन का वाचन विनोद राठौर ने किया। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के जिलाध्यक्ष हर्षप्रताप सिंह गौड़ ने बताया कि वर्तमान समय में कोरोना संक्रमण की दर बढ़ रही है जिसके कारण कोरोना के पॉजिटिव केस अधिक मिल रहे हैं और हाल ही में अप्रैल माह के प्रथम सप्ताह से ही विद्यार्थियों की परीक्षा प्रारंभ होने वाली है जिसमें लाखों विद्यार्थी परीक्षा देंगे जिसमे प्रत्येक महाविद्यालयों पर सैकड़ों विद्यार्थी एकत्रित होंगे जिससे और अधिक कोरोना संक्रमण के फैलने की संभावना बढ़ जाती है । अगर विद्यार्थियों की परीक्षा ऑफलाइन माध्यम से कराई जाती है तो आने वाले समय में कोरोना के इतने केस बढ़ जाएंगे कि संभालना मुश्किल हो जाएगा। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए एक तरफ आप कहते हैं कि भीड़ एकत्रित मत करो और दूसरी और आप परीक्षा जैसा महाकुंभ लगाने की बात कर रहे हो जिला जिला प्रशासन ने कोरोना संक्रमण से बचने के लिए नियम लागू किए हैं कि 50 से 100 व्यक्ति एक जगह पर एकत्रित ना हो पर पर महाविद्यालय में देखा जा रहा है कि सैकड़ों विद्यार्थी प्रायोगिक परीक्षा दे रहे हैं हाल ही में महाविद्यालय के 2 प्राध्यापकों की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव आइए ऐसे में अगर किसी विद्यार्थियों को कुछ होता है तो भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन उसके लिए शासन प्रशासन एवं महाविद्यालय को जिम्मेदार ठहराया और उग्र आंदोलन करेगा आप विद्यार्थियों के स्वास्थ्य को देखते हुए विद्यार्थियों की परीक्षा ओपन बुक प्रणाली के माध्यम से कराएं जिससे कि छात्र-छात्राएं परीक्षा भी देंगे एवं उनके स्वास्थ्य को भी कोई खतरा ना रहेगा । ऑफलाइन परीक्षा अगर विद्यार्थी देता है तो विद्यार्थियों को भी महाविद्यालय आना पड़ेगा प्राध्यापकों को भी विद्यार्थियों की परीक्षा लेने के लिए महाविद्यालय आना पड़ेगा अधिकतर प्राध्यापक भारी क्षेत्र से संबंध रखते हैं पूर्व में भी देखा गया है कि इंदौर के प्राध्यापक कोरोना से संक्रमित थे इस वजह से उनकी मृत्यु हो चुकी है । देखा जा रहा है कि हमारे महाविद्यालय में भी तो प्राध्यापक कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं अगर विद्यार्थियों उनके संपर्क में आए और उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो महाविद्यालय तो बंद होगा ही सही लगभग पूरे देवास जिले को भी बंद करना पड़ेगा क्योंकि रोजाना महाविद्यालय में सैकड़ों विद्यार्थी ग्रामीण अंचल एवं दूर-दराज क्षेत्रों से आते हैं। इसका एकमात्र हल हैं कि ओपन बुक प्रणाली के माध्यम से परीक्षा कराई जाए। महोदय आपके लिए विद्यार्थी की जान की कीमत क्या परीक्षा के बराबर ही है आप देश के आने वाले भविष्य को मौत के मुंह में क्यो डालना चाहते हो। आपसे निवेदन है कि आप हम सैकड़ों विद्यार्थियों को मौत के मुंह में मत धकेलो अगर परीक्षा होती है तो मध्य प्रदेश के साथ-साथ पूरे भारत में कोरोना संक्रमण एक महामारी के रूप में इतना अधिक विस्तृत हो जाएगा कि संभालने वाले कम पड़ जाएंगे। गौड ने कहा कि अगर हमारी जगह मुख्यमंत्री के पुत्र रहते तो क्या उनको इस स्थिति में कॉलेज भेजते क्या ये तो सरे आम विद्यार्थियों को मौत के मुह में धकेल रहे हैं। इस अवसर पर वीरेंद्र पटेल यशवंत कुशवाह धर्मेंद्र पोरवाल विनोद राठौर रघुवीर सिंह सिरोंज भूपेंद्र पटेल राहुल ठाकुर भूपेश चौधरी सूर्य मालवीय अभिषेक चौहान बालकृष्ण धाकड़ पंकज गहलोत आशीष धाकड़ अभिषेक चौहान शुभम मालवीय छोटू मालवीय विनोद क्लेशरिया हेमंत बैरागी चेतन वर्मा राजेश फुलेरिया अभिषेक ओझा प्रशांत, वर्षा राठौर रोज़ी, शिवानी शुभांसी शिवानी ठाकुर प्रियांसा बघेल तमन्ना उर्मि कुशवाहा शीतल योगिता विजेंद्र अजय यादव विकास चौहान आदि उपस्थित थे
