ऑनलाइन सट्टे का बड़ा खेल, खेल-खेल में लालच देकर फसाते थे युवाओं को कई युवा हुए बर्बाद, देवास पुलिस ने किया पूरे गिरोह का पर्दाफाश, 11 ठगोरे गिरफ्तार, प्रदेश में चलाते थे नेटवर्क, यह सटोरियों का नया है बिजनेस मैनेजमेंट

लालच की बुरी बला है, लालच व्यक्ति को बर्बाद कर देता है और फिर हाथ में मोबाइल हो और चंद मिनट में लाखों करोड़ों कमाने का प्रलोभन हो तो नासमझ जल्द पैसा कमाने वाले युवा इनके चक्कर में आ ही जाते हैं और इस कदर डूब जाते हैं कि पूरा परिवार बर्बादी की कगार पर आ जाता है ऐसे देश में कहीं नेटवर्क चल रहे हैं l जिनके कारण कई अच्छे परिवार सड़क पर आ गए हैं l देवास में भी ऑनलाइन सट्टा खेलने के कारण कई युवा बर्बाद हुए तो हाटपिपलिया के एक युवक योगेश अग्रवाल ने तो आत्महत्या कर ली थी और कई युवा उस राह पर खड़े थेl परंतु देवास पुलिस अधीक्षक द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन साइबर के सामने ज्यादा दिन यह ठगी करने वाला ग्रुप नहीं टिक सका l देवास पुलिस द्वारा ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है जिसमें 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से नगदी भी जप्त की है l पुलिस अधीक्षक देवास श्री पुनीत गेहलोद द्वारा ऑनलाइन गेमिंग ऐप,सट्टा एवं जुए के माध्यम से हो रही धोखाधड़ी के विरुद्ध चलाए जा रहे “ऑपरेशन सायबर” के तहत आरोपियो को गिरफ्तार कर धोखाधड़ी में गया पैसा बरामद कर आरोपियो के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया है । इसी क्रम में थाना हाटपीपल्या क्षेत्र के आरोपी जाकिर पठान पिता अय्युब पठान निवासी अण्डा गली हाटपीपल्या द्वारा लंबे समय से ऑनलाइन गेमिंग ऐप के माध्यम से अवैध सट्टा संचालित किया जा रहा था । आरोपी युवाओं को अधिक लाभ का लालच देकर ऑनलाइन गेमिंग ऐप पर सट्टा खेलने के लिए प्रेरित करता था, जिससे नगर के कई युवक आर्थिक रूप से बर्बाद हो रहे थे । पूर्व में इसी गेमिंग ऐप से हुए आर्थिक नुकसान के कारण नगर निवासी योगेश अग्रवाल द्वारा आत्महत्या किए जाने की घटना भी सामने आई है । जिस पर से थाना प्रभारी हाटपीपल्या निरीक्षक दीपक यादव के नेतृत्व में थाना हाटपीपल्या पुलिस द्वारा आरोपी जाकिर पठान को गिरफ्तार कर पूछताछ करने पर उसने बताया कि वह अरुण तंवर एवं हरिश सोलीवाल के कहने पर कार्य करता था । आरोपीगण funrep.pro, mydgp.online एवं playrep.pro नामक वेबसाइट्स के माध्यम से 24×7 ऑनलाइन सट्टा (हार–जीत) संचालित करते थे ।

*ठगी का तरीकाः*- आरोपी सट्टा खेलने के इच्छुक व्यक्तियों से विभिन्न बैंक खातों में पैसे जमा कराकर उन्हें वेबसाइट की आईडी एवं पासवर्ड प्रदान करते थे। जमा की गई राशि के अनुरूप प्वाइंट्स दिए जाते थे,जिनके माध्यम से ग्राहक ऑनलाइन गेम खेलता था । जीत की राशि का भुगतान UPI के माध्यम से किया जाता था, जिसमें फर्जी एवं ठगी से प्राप्त पैसों का उपयोग किया जाता था । मास्टर आईडी इंदौर निवासी राहुल चौरसिया से प्राप्त की जाती थी, जिसके अंतर्गत हाटपीपल्या क्षेत्र में कई एजेंट आईडी बनाई गई थीं। इन एजेंट आईडी के माध्यम से सैकड़ों युवाओं को ऑनलाइन गेमिंग ऐप के जाल में फंसाकर लाखों–करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की गई । उक्त गेमिंग ऐप के विरुद्ध पूर्व में थाना करही, जिला खरगोन एवं क्राइम ब्रांच इंदौर में भी प्रकरण पंजीबद्ध होना पाया गया है।

*गिरफ्तार आरोपीः*- 01.हरिश सोलीवाल पिता अशोक निवासी हाटपीपल्या । *(आईडी संचालक)* 02.अरुण तंवर पिता गोविंद निवासी अशोकगंज हाटपीपल्या । *(आईडी संचालक)* 03.जाकिर पठान पिता अय्युब निवासी हाटपीपल्या । *(एजेंट)* 04.अक्षत पिता सुनिल टांडी उम्र 20 साल निवासी हाटपीपल्या । *(एजेंट)* 05.दुर्गेश पिता श्रीराम पाटीदार निवासी कनोंदिया मण्डलेश्वर जिला खण्डवा । *(एजेंट)* 06.राजकुमार पिता मुरलीधर जायसवाल उम्र 32 साल निवासी गधवानी जिला धार । *(एजेंट)* 07.जितेन्द्र पिता सुरज सिंह संघठ उम्र 33 साल निवासी हाटपीपल्या । *(एजेंट)* 08.शहजाद पिता सिराज कुरेशी उम्र 48 साल निवासी पुंजापुरा । *(एजेंट)* 09.सुनिल पिता देवीलाल पंडित उम्र 30 सात निवासी हाटपीपल्या । *(एजेंट)* 10.सुभाष पिता सुमेर दरबार उम्र 45 साल निवासी हाटपीपल्या । *(एजेंट)* 11.गोलू पिता सुरेश अण्डेरिया उम्र 32 साल निवासी हाटपीपल्या । *(एजेंट)*

समाज से पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद की अपील । ऑनलाइन गेमिंग और ऑनलाइन फ्राड से बचें । किसी भी तरह की इस प्रकार की सूचना पुलिस से करें साझा । भय और प्रलोभन से बचकर रहेंl

इस तरह देवास पुलिस ने मध्य प्रदेश के बड़े ठग गिरोह को पकड़ा है तो आने वाले युवा पीढ़ी को इनसे बचाया भी है l देवास पुलिस के ऑपरेशन से लग रहा है कि देवास में कुछ हो रहा है अच्छा हो रहा है पुलिस के साथ अब हम जनता को खासकर युवाओं को सटोरियों के इस बिजनेस मैनेजमेंट से बचना होगा क्योंकि उन्होंने आधुनिक तकनीक अपना कर सबके हाथ में रहने वाले मोबाइल पर ही सट्टा लेकर आ गए है l अब रतन खत्री और कल्याण और मुंबई का कल्याण ओपन क्लोज युवा पीढ़ी नहीं समझती लेकिन सीधा मोबाइल हाथ में और लालच क्रिकेट के सट्टे से लेकर अन्य ऑनलाइन खेल का सट्टा जिसमें युवा आसानी से फंस रहे हैं वह ध्यान देंl इनका एजेंट से भी बचे और युवा के उनके माता-पिता भी ध्यान दें कि अपने बच्चे कही इस की लत में तो नहीं पड़ गये l जो भी हो अभी तो सटोरियों का खेल पुलिस ने अपना खेल खेल कर बिगाड़ दिया है l धोखाधड़ी करने वाले ठग अब हवालात की हवा खा रहे हैl

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