रील मे डूब गया जमाना, भागम भाग की दुनिया में रील सबसे सस्ता मनोरंजन, जिसके अच्छे परिणाम तो है लेकिन दुष्परिणाम भी आ रहे हैं सामने, सरकार को इस पर जल्द कदम उठाना चाहिए,रील के नशे में डूबे बच्चे ,युवाओं का भविष्य का सवाल है

पूरे देश में अभी छोटे बच्चों को युवा या बुजुर्ग हर किसी के हाथ में मोबाइल पर उसको सर्वाधिक रूप से रील देखते देखा जा रहा है। शहर में तो गांव में भी हर जगह सबसे ज्यादा लोकप्रिय है तो रील । युवाओं में सबसे ज्यादा इसे देखा जा रहा है। फिर वहां गांव का युवा हो या शहर का फिर गांव में तो बीड़ी पीते बुजुर्ग भी अब रील देख कर एक दूसरे को बताते नजर आते हैं। सास क्या बहू और नंनद नंदोई जीजी जीजा सभी इसी में व्यस्त।भागम भाग की दुनिया में कम समय में बहुत कुछ दिखाने और समझने के लिए छोटा सा रील कई जगह सकारात्मक भूमिका निभा रहा है, तो कहीं जगह नकारात्मक। क्यों अचानक कितनी लोकप्रिय हो गई रील । क्योंकि किसी के पास इतना समय नहीं कि वह बड़ी लंबी पिक्चर देखे या स्टोरी पड़े और इतनी भागम भाग के साथ जमाने भर के टेंशन में रील देख कर कुछ पल हंस लेता है। तो कहीं ज्ञानवर्धक बातें भी इसके माध्यम से आम जनता तक पहुंच रही है। समय की बचत और कम समय में यह फीचर सबके काम का हो गया। इसके कारण कई को रोजगार मिल गया तो कहीं बेरोजगार हो गए। समझदार और मौके का लाभ उठाने वाले ऊर्जावान लोगों ने ज्ञानवर्धक और मनोरंजन रील बनाकर नाम कमाया तो पैसा भी अच्छा बना लिया । लेकिन इसके दुष्परिणामों की है की एक छोटा सा बच्चा दिन भर फुर्सत में यह देखता रहता है तो शासकीय कार्यालय हो या दुकानदार सब्जी वाले से लेकर शोरुम वाले तक के पास मोबाइल है तो इसे देखने का समय भी है और वह अपने ग्राहक को तक ढंग से नहीं देख पाते हैं। यहां तक तो ठीक है सबसे अहम बात अब में जो खाने जा रहा हूं वह यह है कि आपके बच्चे बिगड़ रहे हैं दिन भर मोबाइल हाथ में रहने के साथ कई बार इसमें अश्लील और गलत रील भी वहां अचानक देख लेते हैं और यहीं से उनका पतन शुरू हो जाता है सबसे पहले अभिभावक अपने बच्चों को हाथ में मोबाइल ना दे और दूसरा सरकार भी इस बात पर विशेष ध्यान दें कि इसकी कोई सीमा हो और नियम भी की अश्लील और भड़काओ भ्रम फैलाने वाली रील बनाने वाले पर सख्त कार्रवाई हो ताकि फिर कोई यह गलती ना कर सके। केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार को इस पर बहुत जल्दी निर्णय लेना चाहिए। जब तक तो यही है कि हम बच्चों का ध्यान रखें बच्चों के हाथ में मोबाइल दे तो यह भी देखें कि वह दिन भर रील तो नहीं देख रहा है सतर्कता और जागरूकता आवश्यक है। वैसे भी बच्चे के हाथ में मोबाइल उनको बहुत जल्द कमजोर बना रहा है दिनभर मोबाइल में वह अपना बचपन खो रहे है। व्यापारी भी इसका उपयोग सही अपने लाभ के लिए अपने व्यापार के लिए करें ना के दिन भर इसमें से ऐसे लगे रहे सामने आता ग्राहक भी कब चला जाए पता ही नहीं चल यही हाल हर जगह हो रहा है। युवा भी अपनी पढ़ाई और खासकर युवावस्था में स्वास्थ्य के लिए व्यायाम और अपने दोस्तों के साथ मिलकर बैठने के बजाय अकेले बैठकर रील मैं अपना भविष्य डूबा रहा है। मोबाइल पर अच्छा एक मनोरंजन के लिए साधन आया लेकिन कई लोगों को इसका नशा सा लग गया है। लत लग गई है जो बहुत ही गलत है बहुत जल्द समाज को इसके लिए सोचना होगा और सरकार को भी कुछ करना होगा नहीं तो एक दिन सब की रील बनना ही है।