तुम ही ने दर्द दिया तुम ही अब दवा देना (ब्रिज दा मामला), टी आई फेरबदल , शहर में आए अचानक कहां से मच्छर, कलेक्टर एसपी नहीं दे रहे भाव, रंग पंचमी पर खूब खेली होली, नामी टी आई बदल गए , महापौर जनसुनवाई स्थगित, नगर निगम में सत्ता पक्ष पार्षद प्रतिपक्ष की भूमिका में

भगत…. बाबा प्रणाम।
बाबा…. बेटा प्रणाम।
भगत…. बाबा ब्रिज का दर्द बढ़ता जा रहा है।
बाबा…. बेटा दर्द मिला है तो दवा भी मिलेगी नहीं तो दर्द तो सहना ही है। यहां की नगरी कहां बसी की तरह कहा का ब्रिज कहा पर कोरोना काल में अचानक उपजे अधिकारी जनप्रतिनिधि को भी गुमराह कर चले गए ।और अब वह तो चले गए आम जनता और जनप्रतिनिधि को सब सहना पड़ रहा है।
भगत…. कहीं यह समदड़िया की गहरी चाल तो नहीं।
बाबा…. आम जनता विकास देखती है। विकास के पीछे क्या चल रहा है यह विपक्ष और पत्रकार देखते हैं। लेकिन यदि कहीं अच्छा विकास हो रहा है तो हम उसके विरोध में नहीं है। लेकिन विकास की आड़ में किसी व्यक्ति का विकास हो रहा है तो निश्चित गलत हो रहा है। आने वाला समय लगता है देवास में समदड़िया साहब का है। शहर के मुख्य कीमती जमीन भी तो ब्रिज में जा रही थी । कही इस कारण तो अधिकारी ने स्थान परिवर्तन कर दिया।जितने में उतनी बातें फिर ना जाने कितने मामले थे लेकिन अभी तो मामला थम ही नहीं रहा है । अब न्यायालय के जागरूक अभिभाषक और विरोधी खुलकर मैदान में आ गए हैं। कुछ अधिकारियों का व्यक्तिगत मामला पूरी देवास को दर्द दे गया है। जिसके घर का चिराग बुझता है वह दुआ तो नहीं देगा और ना किसी का साथ।वह बागी ही बनेगा और यह बगावत बढ़ती जा रही है। समझदार समझ नहीं पा रहे हैं और रहा मामला जांच समिति के अधिकारी ने आकर बढ़ा दिया। बस अब इस मुद्दे को जल्द ठंडा करना चाहते हैं। तो अति शीघ्र ब्रिज का रास्ता खोल देना चाहिए नहीं तो नए-नए बवंडर सामने आएंगे।
भगत… समदरिया ग्रुप के लोगों ने जबरदस्ती आ बेल मुझे मार वाली कहावत सिद्ध कर रहे हैं। बाबा… भगवती सराय पार्षद कांड और कई जगह विवाद के कारण समदड़िया ग्रुप के पहले तो चर्चा में थे अब टारगेट पर आ गए हैं जिसमें अब गूगल सर्च चल रहा है इसे कहते हैं हां बैल मुझे मार ।
भगत… देवास शहर में अचानक मच्छर बढ़ गए हैं।
बाबा… पूर्व मुख्यमंत्री देवास को सिंगापुर बनाए गए यानी स्वर्ग तो स्वर्ग में अचानक मच्छर कहां से आ गए। इतने की आम आदमी सोच रहा है कि ना तो पंखे से जा रहे हैं ना मच्छर छाप अगरबत्ती या अन्य उपाय उल्टे मच्छर बढ़ रहे हैं। नगर निगम और जिला प्रशासन को इस मौसमी समस्या पर विशेष ध्यान देना चाहिए नहीं तो आने वाले दिनों में अस्पताल में रोगियों की संख्या बढ़ जाएगी ।जबकि अब गर्मी का मौसम आ रहा है तो मच्छर कम होना चाहिए लेकिन मच्छरों की संख्या अचानक बढ़ गई है।
भगत… शहर में मच्छर भगाने के लिए मुंशी पार्टी की गाड़ी भी घूमती है।
बाबा…. नगर निगम की यह गाड़ी केवल दिखावे मात्र के लिए है और कुछ अधिकारी के बंगलो के आसपास कुछ न्यायाधीश और कुछ नेताओं के आसपास घूम कर शहर के मच्छरों को अभय दान देती है। आम जनता में कई लोगों ने तो शायद यह मशीन भी नहीं देखी होगी कि इस तरह की भी चलित मशीन गाड़ी शहर में कभी सभी घूमती है। पेट्रोल डीजल और अन्य खर्च अपनी जगह लगातार घूम रहा है।
भगत.. परिषद की बैठक के कारण महापौर जनसुनवाई स्थगित हो गई।
बाबा…. परिषद की बैठक ऐसी वैसी बैठक नहीं होती है। सारे पार्षद पूरे तीन-चार महीने से अपनी तलवार में धार कर के बैठे रहते हैं ।उनके बीच सभापति महापौर और सत्ता पक्ष नेता को अपने परिषद और अधिकारियों को बचाना और बैठक का समापन ऐसे ही नहीं हो जाता, ऐसे में आम जनता की सुनवाई कैसे करते । वैसे देवास में एक अच्छी शुरुआत की है कि जनप्रतिनिधि कम से कम खुलकर एक दिन जनता के लिए बैठते तो है ।समस्या कितनी हल होती है यह अलग बात है लेकिन कुछ समय के लिए ही सही आम जनता को थोड़ी राहत तो मिलती है अब परिषद की बैठक इस बार जरूर कुछ अलग होगी
भगत… नगर निगम में कुछ सत्ता पक्ष के पार्षद ही विपक्ष के भूमिका निभाते हैं।
बाबा… गंगाधर ही शक्तिमान है। और शक्तिमान की गंगाधर है। यानी पार्षद ही ठेकेदार है और ठेकेदार ही पार्षद है। इनके बीच अधिकारी इंजीनियर हमेशा बलि बकरा बनते हैं। थोड़ा विरोध थोड़ा समर्थन और फिर वही सब जो वर्षों से चला रहा है विपक्ष है भी तो दो नेता। संगठन की ओर से राहुल पवार तो स्वयं के बल पर दीपेश कानूनगो विरोध करते ही है। और कुछ अच्छे मुद्दे लेकर आते हैं बस बात यह है कि छोटी सी कांग्रेस की पार्षद दल की संख्या और उसमें भी दो नेता। फिर सत्ता पक्ष के कुछ पार्षद की मजबूरी है कि विरोध तो करना ही पड़ेगा। वैसे भी देखते देखते इस परिषद के तीन वर्ष पूरे होने जा रहे हैं जो पार्षद जीते हैं उनके विरोधी अब फिर मैदान में आ गए हैं क्योंकि 2 वर्ष से भी कम समय में वापस हिसाब चुकता करना है इसलिए चुने हुए पार्षद अब जनता के लिए सीधे कुछ भी करने को तैयार है। नहीं तो 2 वर्ष बाद जाना फिर जनता के बीच है।
भगत… शहर में यातायात के नाम पर और भी रास्ते बंद हो गए।
बाबा… समझ गया बेटा स्टेशन रोड चौराहे की बात कर रहा है। इसमें कुछ कॉलोनी वालों को जरूर दिक्कत आ रही है ।लेकिन इतनी दिक्कत नहीं कि कहीं पर लंबा जाम लग रहा है फिर भी इनका पक्ष भी देखना चाहिए वैसे कहीं चौराहे पर व्यवस्था सुधरी है। और फिर कहीं गलियां भी आबाद हो गई है ।वहां के दुकानदारों की दुकान चल निकली है। स्टेशन रोड की जनता को भी कहीं नहीं गली का पता चल गया है। नई आबादी वाली रोड भी चल निकली है तो माता टेकरी वाली साइड रोड की दुकान भी चल रही है ।हा कुछ अवैध व्यापार करने वालों के लिए जरूर इतनी जनता है रोज निकलना दिक्कत हो सकती है। लेकिन कहते ना घूडे के भी दिन फिरते हैं ।कहीं दुकान चल भी निकली है। अब कुछ व्यापारियों की दुकान पर जरूर फर्क पड़ा है। अभी और शहर में यातायात सुधार के प्रयास जारी है ज्यादा नहीं तो कुछ तो सुधार हो रहा है। अब जनता को भी इंदौर की तरह अपने आप को तैयार रखना होगा क्योंकि यहां तो गाड़ी घोड़े सबकी एक जैसी चाल है।
भगत… पुलिस अधीक्षक ने बदलाव कर ही दिया।
बाबा…. शहर के मुख्य थाने के टी आई श्याम चंद्र शर्मा ,रोहित पटेल को सिविल लाइन और देवास शहर कोतवाल से सिविल लाइन थाने पर जैसे तैसे समय पास कर रहे दीपक यादव अब सोनकच्छ में नई पारी खेलेंगे। पुलिस अधीक्षक ने पहले तो सभी को मौका दिया कि अपने क्षेत्र में वह अच्छा कार्य करें और उनको प्रोत्साहित भी किया। दिन-रात मेहनत कर कुछ तो बदल दिया है परंतु विभाग में फिर बदल नहीं कर पा रहे थे अब लग रहा है कि पुलिस अधीक्षक सर्जरी में और बहुत कुछ बदलना चाह रहे हैं ।
भगत…. कांग्रेस का प्रेस नोट। बाबा… पुलिस अधीक्षक के खिलाफ कांग्रेस के नेताओं द्वारा केवल एक प्रेस नोट जारी किया था देखी पहली बार ऐसा हुआ की प्रेस नोट जारी होने के बाद इतना विरोध हुआ कि पुलिस अधीक्षक का विरोध कांग्रेस के नेताओं ने टाल दिया। यही सफलता है कि अगर आप ईमानदारी से और मेहनत से कार्य करेंगे तो जनता आपके साथ है वैसे विपक्ष की अपनी भूमिका है लेकिन एक छोटी सी बात पर की भाव नहीं दिए तो अपने तेवर बदल गए व्यक्तिगत नहीं होना चाहिए खैर पुलिस अधीक्षक के लिए पहली बार सभी सोशल मीडिया पर खुलकर सामने है यह एक अच्छी बात है वरना अधिकारी ईमानदारी से काम करते हैं जनता के लिए बहुत कुछ करना चाहते हैं और अंत में मिलता है तो तबादला ।
भगत… कलेक्टर भी भाव नहीं दे रहे हैं बहुत से खास को। बाबा….. जिला प्रशासन की अपनी व्यवस्था है नवागत कलेक्टर ऋतुराज सिंह की शैली अभी तक किसी को समझ नहीं आई है। फिर वह क्यों भाव दे अधिकारी अपने कार्य से कार्य रखे तो किसी नेता के घर पर दस्तक देने की आवश्यकता नहीं। अभी तो कलेक्टर ऋतुराज सिंह राजस्व विभाग और ग्रामीण क्षेत्र के दौरे कर जिले का पूरा भूगोल समझ रहे हैं और खासकर मुख्यालय पर नहीं रहने वाले अधिकारी और समय पर कार्य नहीं करने वाले अधिकारी पर गाज गिर सकती है । फिर राजस्व विभाग से तो सभी नेता के और व्यापारियों के अपने कामकाज भी जुड़े हैं बाकी सभी समझदार है अब वह बात नहीं रही की कोई आईएएस आईपीएस अधिकारी नेताजी की चौखट पर हाजिरी दे। और होना भी नहीं चाहिए इससे जनता भी खुश और विपक्ष भी और सत्ता पक्ष के सभी नेता भी खुश। तुम हमको ना चाहो तो कोई बात नहीं किसी और को चाहो तो मुश्किल होगी।
भगत…. पुरानी आरटीओ मैडम गई नई आ गई।
बाबा….. राजस्व विभाग है शासन को व्यवस्था के साथ राजस्व की प्राप्ति भी आवश्यक है जिसके लिए अधिकारी सूझबूझ वाले ही चाहिए। पुरानी मैडम जया वसावा को अच्छा समय मिला और अच्छा कार्यकाल बिताया तो नई निशा चौहान भी पुरानी ही है उनका भी देवास में है पहले कार्यकाल अच्छा ही रहा है फिर आरटीओ विभाग पर व्यवस्था के साथ शासन का राजस्व वसूली का दबाव और अभी तो मार्च एंडिंग चल रहा है मैडम सीधे काम पर लग गई है। भगत…. महापौर होली मिलन समारोह। बाबा… देवास महापौर गीता दुर्गेश अग्रवाल द्वारा होली मिलन समारोह यादगार रहा । सबसे खास बात यह रही कि बिल्कुल हमारी संस्कृति के अनुरूप यह आयोजन किया गया नहीं तो पत्रकार और नेताजी के आयोजन कुछ अलग ही होता है।
भगत…. सांसद कार्यालय पर होली की धूम रही।
बाबा… शहर में आधे गांव में होली आधे गांव में दिवाली की परंपरा चली आ रही है लेकिन आप युग बदल रहा है ।अब पूरे शहर मेंधूलंडी भी उत्साह और धूमधाम से बनाई जाती है सांसद कार्यालय में भी इस बार खूब जमा रंग जहां सांसद और जिला अध्यक्ष पूर्व प्राधिकरण अध्यक्ष सहित देवास के हर क्षेत्र के लोग इसमें शामिल हुए। और सोशल मीडिया पर खूब वीडियो हुए वायरल। फिर कोई भी त्यौहार हो सांसद कार्यालय पर तो धूम रहती है
भगत …. इस बार लोगों ने खूब खेली होली।
बाबा…. कहते कि कलयुग आ गया लेकिन लगता है कि पुराना युग लौट रहा है ।धर्म की और लोगों का आकर्षण और आस्था बढ़ रही है। श्रद्धा आस्था के साथ हर त्यौहार उत्साह के साथ मनाते हैं। इस बार खूब गुलाल उड़ा और उन लोगों ने भी खूब रंग खेला जो घर से नहीं निकलते थे सबसे अच्छी फाग यात्रा निकली। संख्या से फर्क नहीं पड़ता है फर्क पड़ता है अच्छे और अच्छे तरीके से निकलने वाली यात्रा धीरे-धीरे पूरे प्रदेश में माहौल बदल रहा है खास बात की कांग्रेस के नेता भी इसमें खुलकर शामिल हुए तो देवास विधायक, जिला अध्यक्ष और पूर्व प्राधिकरण अध्यक्ष सहित कई नामी नेता इस आयोजन में छाए रहे । सामाजिक समरसता का यह प्रयास आयोजकों का बहुत अच्छा प्रयास है और सफल भी हो रहे हैं। फिर सफल होगा तो नेताजी तो झूमेंगे ही वह नाचेंगे भी।
भगत….अब पूरे 10 दिन तक नारी शक्ति का त्यौहार है। बाबा…. सनातन धर्म कर त्यौहार विज्ञान से जुड़ा है या यू कहे कि सीधी सरल भाषा में हर त्यौहार पर कुछ खास संदेश होता है। प्राकृतिक रंग से पूरे वर्ष भर में एक बार चेहरा ब्यूटी पार्लर से भी अच्छा साफ होने के साथ मन में उत्साह ऊर्जा और खुशी का त्योहार होली से रंग पंचमी और फिर नारी शक्ति का शीतला माता पूजन जो की गर्मी का मौसम आने पर मन को ठंडा रखने के साथ खाना और व्यवहार भी ठंडा रखने का संदेश देता है फिर आधुनिक हाउ डू डू जमाने में भी महिलाएं देर रात को भोजन बनाने के साथ अपने मोहल्ले कॉलोनी गांव में पीपल के पेड़ के नीचे शीतला माता मंदिर में प्रातः काल पूजा करने पति भाई पिता या पुत्र के साथ जाती है जहां पर नारी शक्ति का आपस में मिलन भी होता है फिर हल्दी और आयुर्वेदिक उबटन नारी शक्ति के पवित्र हाथ से घर के दरवाजे पर बुरी शक्ति को वापस लौटता संकेत की इस घर मत आना घर के सामने बने हाथ के पंजे पूरे घर का बायोडाटा देते हैं कि यह घर अलग है हमारी सनातन संस्कृति से जमीन से जुड़ा घर है पूरा शहर से जुड़ा है हिंदू समाज जुड़ा है इस घर में बुरी शक्ति नहीं आ सकती फिर दशा माता तक नारी शक्ति का उत्सव त्यौहार चलता है अपने घर की सुख शांति के लिए हमारे देश की नारी शक्ति क्या नहीं करती उपवास सुबह जल्दी उठने से लेकर रात्रि जागरण और फिर अपने परिवार के लिए समर्पित इसलिए देवी के रूप में भी पूजा जाता है और आ रहा है हमारा हिंदू नव वर्ष अग्रिम बधाई शुभकामनाएं।