ए भाई देख कर चलो ऊपर खतरनाक ब्रिज, भाजपा जिला अध्यक्ष, पार्षद के हाथ में कटोरा, कलेक्टर का तबादला, पुलिस अधीक्षक के नए प्रयोग, प्रदीप चौधरी नींद से जागे, मोनालिसा और सोशल मीडिया…

भगत…. बाबा प्रणाम।    बाबा…… बेटा प्रणाम।   

  भगत…. विकास के नाम से बना एबी रोड का ब्रिज शहर के लिए दुखदाई हो गया है। बाबा…. कांग्रेस शासन में स्वीकृत ब्रिज का भाग्य ऐसा बदला की भाजपा सरकार ने उसकी जगह तय की । अब जगह कोरोना आपदा के समय जल्दबाजी में भोपाल रोड से कोरोना की तरह ब्रिज अचानक आगे खिसक गया। फिर विरोधी के लिए मुद्दा बन ही गया कभी इसे जबरन का ब्रिज तो कभी इस मौत का ब्रिज नाम दिया । और अभी हकीकत में यही हो रहा है ।की विभाग की लापरवाही की ब्रिज पर डिवाइडर बना देते तो कम से कम इतनी दुर्घटना नहीं घटती। अब पूरे शहर में ब्रिज की ही चर्चा है। जगह परिवर्तन के बाद विभाग द्वारा चौड़ाई कम होने के साथ बीच में डिवाइडर नहीं देने से दुर्घटना हम बात हो गई है। सबसे बड़ी बात की डिजाइन बदल दी ।  जिस परिवार का सदस्य जाता है वही समझता है कि दर्द क्या होता है। और ऐसी जगह गलत का भी समर्थन करने वाले यह जरूर ध्यान रखें कि आपका अपना परिवार भी है। यहां नहीं तो और कहीं ईश्वर का तीसरा कैमरा देखने के साथ न्याय भी करता है ।अभी तो ब्रिज को सुव्यवस्थित कर शुरू करना चाहिए।

भगत… कोई तो कहता है कि इस पर फुटकर मार्केट बना देना चाहिए।                        बाबा…. वैसे भी ब्रिज कोई काम आए ही नहीं रहा है तो नाम तो यूं भी बदनाम हो रहा है ब्रिज पर सारे देवास के फुटपाथ पर बैठने वाले को दे दिया जाए तो देवास से अतिक्रमण भी कम होने के साथ पूरे प्रदेश में एक ऐसा ब्रिज बन जाएगा जहां पर चाट चौपाटी से लेकर सभी गरीब बेरोजगार को रोजगार मिल जाएगा और मौत का ब्रिज चौपाटी ब्रिज बन जाएगा यह कई लोगों का सुझाव है परंतु होता वही है जो सर्वशक्तिमान करें। अभी तो आगे भी नहीं पीछे भी देख कर चले और नीचे भी नहीं ऊपर भी देख कर चले क्योंकि ब्रिज पर चलने के साथ ब्रिज पर ऊपर से गिरने वाले से भी खतरा है। क्योंकि ब्रिज तो शुरू होगा देवास वाले अब ब्रिज से डरने लगे हैं । जो जाएंगे वह अनजान या मजबूरी में परंतु नीचे चलने वाले को भी यह ध्यान रखना पड़ेगा की कही बला ऊपर से ना आ गिरे ।

भगत …. समदड़िया की नजर इस पर ना पड़ जाए।         बाबा… फिर तो अदाई में जिसे बाटा डील कहते हैं आधा पुल समदड़ीया का हो जाएगा आधे में हम चले फिर समदड़ीया तो यहां पर भी मार्केट निकाल देगा । ऊपर का हमारा और नीचे का सारा समदड़ीया का ।

भगत …. फिर तो पूंजीपति सरकार हो गए।            बाबा …. बेटा बाद में इसकी चर्चा करेंगे लंबा विषय है पूरी देवास में कीमती जगह पर इनका कब्जा होने के साथ और अच्छी जगह पर उनकी नजर हे अभी तो सरकार में बहुत कुछ बदल रहा है।

भगत… हां जिला अध्यक्ष बदल गए। इनका प्रमोशन हुआ कि .. बाबा….. हां बेटा कुछ समय पहले राय सिंह सेंधव प्रदेश के पद पर थे। तब यह माना जा रहा था कि अब इनको प्रदेश में ही जिम्मेदारी दी जाएगी लेकिन केवल कुछ समय की गैप में इनको वापस जिले की राजनीति में प्रदेश के नामी नेता ने मिलकर वापस दे देवास का कर दिया। वैसे जिनके नाम चले थे उनमें से आधे के नाम तो भोपाल तक भी नहीं चले फिर जिनके चले तो दिल्ली तक और अंततः रायशुमारी मैं रायसिंह नाम का मंथन निकला। पुराने संघ की मेहनत काम आ गई फिर दोनों ही गुट को तालमेल के साथ चलने वाले और दोनों ही गुट के पसंद के नेता को नहीं के बदले हां वाले रायसिंह सेंधव का पलड़ा भारी पड़ा अब सत्ता के साथ संगठन फिर भारी है। वरना पूर्व अध्यक्ष राजू खंडेलवाल के पहले केवल एक गूट के कहने पर जिला अध्यक्ष चलते रहे हैं और विधायक जिला अध्यक्ष पर भारी रहा है यानी सत्ता सिरमौर रही और संगठन सेकंड। लेकिन पूर्व अध्यक्ष राजू खंडेलवाल ने समांतर संगठन को चलाया और अब और फिर इस शैली में ही संगठन चलना है। सबसे बड़ा कारण यह रहता है । संगठन से जुड़े आम कार्यकर्ता व्यक्ति जाए तो जाए कहां सत्ता में विधायक वैसे ही आमजन से दूर होने के साथ कार्यकर्ताओं से भी दूर हो जाते हैं और ऐसे में कार्यकर्ताओं का मनोबल संगठन पर कुशल नेतृत्व करने वाले हो तो बढ़ाते हैं या 2018 का चुनाव परिणाम इसका परिणाम है ।

भगत… शहर में दिन दहाड़े हत्याकांड हो गया।         बाबा…. पुलिस अधीक्षक पुनीत गहलोत ने वैसे तो पुलिस विभाग में सुधार की कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी है लेकिन फिर भी कुछ ऐसे कांड हो रहे हैं कि उनको कहीं न कहीं सोचना पड़ रहा है पुलिस चौकी के सामने रात को अग्निकांड में चार सदस्य की दर्दनाक मौत। ग्रामीण सतवास थाना क्षेत्र में युवक की मौत के बाद यह हत्याकांड भी दिल दहलाने वाला हुआ है क्योंकि हत्याकांड की आधे घंटे बाद तक कोई पुलिस और मदद नहीं मिली उसके भाई को ले जाना पड़ा। दिनभर पल पल का अपडेट लेने वाले अधिकारी उस दिन चूक गए। मुख्य अपराधी भी फरार हो गए हैं। दिनदहाड़े एक ब्याजkhor द्वारा एक युवक की गोली मारने के बाद तलवार से जघन्य हत्या कर फिर डर का माहौल बना दिया अब पुलिस अधीक्षक को एक कार्रवाई करना चाहिए कि शहर में इस तरह की वारदात करने से पहले अपराधी सोचे । आसपास के व्यापारी भी डर गए नहीं तो आधे घंटे कोई मदद तो मिल जाती।

भगत… पुलिस अधीक्षक ने थाने में नया प्रयोग किया है। बाबा…. पुलिस अधीक्षक द्वारा शहर में यातायात से लेकर हर जगह सुधार का प्रयास किया और बहुत सुधार हुआ भी है अभी इसी क्रम में देवास जिले के थानों में आने और जाने वाले की एंट्री कर उनका नाम रजिस्टर में दर्ज करने से अब दिन रात दलाली मुखबिर करने वाले और फालतू थाने पर नहीं जाएंगे तो पुलिस के उन जवान जो थाने पर आने वाले पीड़ित के साथ गलत व्यवहार भी करते हैं तो वह भी सामने आ जाएंगे एक अच्छी शुरुआत की है पुलिस अधीक्षक ने और लंबे समय बाद ही सही कुछ जवानों के तबादले करने की शुरुआत तो की वरना ऐसा लग रहा था कि पुलिस अधीक्षक सब कुछ कर सकते हैं लेकिन किसी का तबादला नहीं क्योंकि देवास में इतने बल्लम पुलिस जवान अधिकारी है कि जिनके अधिकारी भी तबादला करने से पहले स्वयं का तबादला हो जाता है। दूसरा पुलिस अधीक्षक ने देवास में यातायात विभाग में शहर के चारों ओर वसूली फिलहाल तो बंद कर दी है और सबसे बड़ा देवास में सट्टा बाजार अभी तो अधिकांश जगह बंद है क्योंकि इसके कारण हमारे शहर का नाम कई जिलों में पहचाना जाता था। इसके साथ ही देवास में ब्याजखोर का फिर से काम चालू हो गया है इसके खिलाफ भी एक अभियान चलाया जाना चाहिए खैर चलो कहीं तो कुछ अच्छा हो रहा है देवास पुलिस अधीक्षक के प्रयास आगे सफल होंगे छोटे-छोटे ही सही बड़े मगरमच्छ भी आगे पकड़ में आएंगे ही नहीं तो किसी कांड के बाद तो पकड़ना ही होगा।

भगत… एक और सुधार करने वाले अधिकारी जिला कलेक्टर के तबादले की भी खबर है। बाबा…. अधिकारी करना चाहे और कुछ बदलना चाहे तो बहुत कुछ बदल सकता है। देवास कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने दबंगता के साथ व्यवस्था में सुधार के प्रयास किया तो सफल भी रहे आज जिले में छोटे से छोटे गांव में कलेक्टर का डर तो है। कई भ्रष्ट अधिकारी पर गाज गिरने के बाद कुछ तो सुधार आया है ।फिर सबसे बड़ी बात सेवा क्षेत्र में शिक्षा क्षेत्र में चिकित्सा क्षेत्र में सीआरएस फंड का इतना सही आज तक किसी अधिकारी ने उपयोग नहीं किया । अगर थोड़े समय और रुक जाएंगे तो देवास जिले में बहुत कुछ कर जाएंगे। जिले में कई अधिकारी हैं जिनको 3 वर्ष से भी ज्यादा समय हो गया है कहीं तो अंगद के पैर की तरह जम हैं। प्रदेश सरकार को देवास जिला कलेक्टर को अभी 1 वर्ष और मौका देना चाहिए और बहुत ही ज्यादा है तो फिर इन्हें अच्छा जिला मिलना ही चाहिए वरना कल से अच्छा कार्य और सुधार खास कर उस पर कौन ध्यान देगा सरकार बदल जाती है। विकास तो पूरे देश में और प्रदेश में होता ही है लेकिन व्यवस्था में सुधार आवश्यक है जब तक व्यवस्था नहीं सुधरेगी तब तक विकास क्या काम का। और अभी देवास जिले में पुलिस और प्रशासन के अधिकारी कुछ तो बदलाव कर रहे हैं।

भगत… प्रदीप चौधरी की नींद खुल गई है। बाबा… देवास ब्रिज को नए नाम देने वाले कांग्रेसी नेता प्रदीप चौधरी की नींद पूरे विधानसभा में 1 वर्ष के बाद बड़े हादसे के बाद खुली है। वह भी विरोध प्रदर्शन के लिए। नेताजी जनता का दर्द समझना है तो पीड़ित परिवार के घर भी चले जाते। मिस्टर इंडिया फिल्म की तरह अचानक गायब होने का आपका हुनर बहुत अच्छा है। फिर उनको क्या कहेंगे जो पूरे वर्ष जनता के बीच रहते हैं। उनका विरोध करने के लिए भी कभी-कभी मिस्टर इंडिया की तरह आओगे तो यह पब्लिक है सब जानती है। और भी कांग्रेसी नेता है जो पूरे वर्ष भर जनता के सुख-दुख में साथ खड़े रहने के साथ विरोध भी व्यवस्था का करते हैं। खैर जब जागे तब सवेरा लेकिन आए तो सही बस विरोध केवल ब्रिज तक सीमित न रह जाए।

भगत…. नगर निगम में भी एक पार्षद फिर जाग गए हैं। बाबा…. सस्ती लोकप्रियता और अनूठे प्रदर्शन के लिए वह सब कुछ करेगा। देवास में कभी कीचड़ में कभी टंकी पर और अन्य तरीके से आंदोलन कर अपने क्षेत्र की जनता के लिए लड़ने वाले पार्षद रुपेश वर्मा ने इस बार कटोरा हाथ में ले लिया। अब कटोरे में तो वही मिलेगा जितना मिलना चाहिए बस पब्लिसिटी अच्छी मिल जाती है। फिर जो भी है रुपेश करता तो है।

भगत….. कुंभ में आध्यात्मिक की चर्चा के साथ मोनालिसा भी वायरल हो रही है।

बाबा….. श्रृंगार तेरा यौवन, यौवन ही तेरा गहना मोनालिसा जैसी हजारों सुंदरिया हमारे देश में है। अभी तो वहां पर सबसे ज्यादा देश के महान संत ऋषि मुनि और औघड़ बाबा को देखने के लिए विदेश से लोग आ रहे हैं यह मोनालिसा तो छोटा सा एक सोशल मीडिया का अंश है। फिर यह बात भी है कि किसी धार्मिक सामग्री बेचने वाली नारी शक्ति को सोशल मीडिया ने उठाया तो सही और इतना उठाया कि सर पर बिठा दिया । सुंदर आंखों के साथ सुंदर मन और भगवान के प्रति अपार श्रद्धा के साथ मोनालिसा का परिवार हमारे अपने शहर के पास का है और कुंभ मेले में धार्मिक सामग्री विशेष रूप से रुद्राक्ष की माला और भी कई तरह की माला बेचने जब गई तो सोशल मीडिया के एक छोटे से वीडियो ने उसे पूरे देश में वायरल कर दिया। ठीक है किसी नाचने गाने वाली से तो सौ गुना ठीक है मोनालिसा जो धार्मिक सामग्री बेचकर अपने परिवार का पालन पोषण कर रही है और कुंभ में ले और ईश्वरी शक्ति का परिणाम ही है कि अचानक जीरो से हीरोइन बन गई। वैसे इस बार कुंभ मेले की व्यवस्था देखने लायक है। जो भी जा रहा है वहां की व्यवस्था की सराहना कर रहा है पैदल जरूर चलना पड़ रहा है वह भी अधिक भीड़ के कारण लेकिन अन्य व्यवस्था है बहुत चुस्त और दूरस्थ है। मेले में आध्यात्मिक की चर्चा और धर्म की चर्चा और वीडियो भी वायरल हो रहे हैं उसमें बहती धारा में मोनालिसा भी चल निकली।

भगत… नगर निगम अभी स्वच्छता मिशन में लगा है। बाबा…. हां बेटा धीरे-धीरे ही सुधार होता है नगर निगम में बीच में ऐसा कुछ हुआ कि सब उल्टा-पुल्टा हो गया अब धीरे-धीरे प्रयास हो रहा है। शहर को स्वच्छ बनाने में हमारा भी पूरा सहयोग होना चाहिए क्योंकि यदि हमारा शहर प्रदेश में देश में नंबर वन आता है तो इंदोरियों की तरह हम भी गर्व से कह सकते हैं कि हमारा शहर नंबर वन है। क्योंकि हर क्षेत्र में हम इंदौर वासियों से अच्छे हैं लेकिन विकास और स्वच्छता में थोड़े से पीछे तो हो सकता है एक दिन हमारा भी हो हमारे देवास का नाम भी मां चामुंडा टेकरी, खिलाड़ियों के साथ स्वच्छता और विकास में नंबर वन आए । तो फिर मिलेंगे जय हिंद जय भारत।

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