देवास नगर निगम सबके निशाने पर…   कलेक्टर की मेहनत सफल दिल्ली में बढ़ाया मान, पुलिस कप्तान भी इसी शैली में, मध्य प्रदेश के कांस्टेबल चर्चा में…. 

भगत…. बाबा प्रणाम।     बाबा…. बेटा प्रणाम।   

  भगत…. बाबा अंग्रेजी वर्ष के जाते-जाते बड़ी दुखद घटना हो गई।    

                       बाबा….. हां बेटा नया पुरा अग्निकांड में एक अच्छा परिवार जो गांव से अपने सपने साकार करने देवास शहर आया था और अच्छा फल फूल रहा था लेकिन बहुत दर्दनाक हादसे में काल के ग्रास में समा गया । पूरा शहर सहम गया । सारी व्यवस्था की पोल खोल दी इस दुखद घटनाक्रम ने आग बुझाने वाली फायर में और आग लगा दी चंद मिनट में पहुंचने वाली फायर ब्रिगेड इतनी देर से पहुंची कि मौत के कदम धीमी होने के बाद भी मंजिल पर पहुंच गए। उसके बाद भी फायर ब्रिगेड और अन्य लापरवाह पर कोई कार्रवाई नहीं।

भगत… बाबा पास ही ही पुलिस चौकी है और कुछ दूर पर पास में थाना भी।                  बाबा…. हां बेटा पुलिस चौकी पर भी कोई नहीं था तो इतने बड़े थाने में भी इतनी देर तक खबर कैसे नहीं पहुंची वह भी चंद दूरी पर ही है। इस घटना की निष्पक्ष जांच होना चाहिए और बड़ों पर कार्रवाई होना चाहिए।

भगत… हां बाबा नगर निगम की फायर ब्रिगेड के साथ एक जगह और किरकिरी हो गई। बाबा…. हां बेटा नगर निगम से जहां पर पानी चाहिए था वहां पर तो पानी नहीं पहुंचा लेकिन वहां जरूर पानी पहुंच गया जहां खेड़ापति सरकार शहर भ्रमण पर निकले थे। और प्रभात फेरी में ब्रह्म मुहूर्त में ही निगम की लापरवाही ने मुहूर्त बिगाड़ दिया। यहां पर नगर निगम ने अपने अधिकारियों को तो कुछ को छोड़ दिया और कुछ को नोटिस लेकिन चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को हटाकर बली का बकरा बनाया । सबसे बड़ी गलती कि अधिकारियों इंजीनियर ने पहले इतनी बड़ी यात्रा के मार्ग की तैयारी ही नहीं की थी। नहीं तो नेताजी के स्वागत में ही चुने की लाइन और पहले ही नेताजी और अधिकारी मार्ग की नपती ले लेते हैं।

भगत….. बाबा अतिक्रमण तोड़ रहे हैं अब।             बाबा…. काहे का तोड़ रहे चलो एक पार्षद खुल कर तो तोड़ने सामने आया ।वर्षों से पूरे शहर में नाली की जमीन पर ओटले बन गए हैं, सबसे बड़ी बात जब अतिक्रमण होता है तब नगर निगम कहां सोता है। अभी महात्मा गांधी मार्ग पर भी फूल बांट दिए थे ।।उसके बाद कहा जा रहा था कि दीपावली के बाद अभियान चलेगा लेकिन अब फूल तो पुलिस दे रही है। सबसे बड़ी बात यह है कि नगर निगम प्रशासन द्वारा अभी भी सख्त कदम उठाकर जवाबदारी फायर ब्रिगेड और पानी कांड में जवाबदारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाना चाहिए और आगे से ऐसी कोई गलती ना हो इसका विषय ध्यान रखना चाहिए।

भगत…. नगर निगम में टॉप 10 ठेकेदार ही चल रहे हैं।     बाबा….. नगर निगम के टॉप 10 ठेकेदारों में ही अभी तक पेमेंट हो रहा है। अपने-अपने को रेवड़ी बट रही है जिससे युवा और पुराने ठेकेदार अब नगर निगम में कार्य करने से डर रहे हैं एक तरफ विकास की बात चल रही है ।तो दूसरी तरफ ठेकेदार काम करने को तैयार नहीं है अब जो 10 टॉप 10 है। वह तो अपनी मर्जी से ही काम करेंगे ना तो फिर गुणवत्ता और बाकी बातों का कोई मतलब नहीं। इसके कारण दूसरे पार्षद और नेता भी नेताजी से नाराज है ।

भगत…..जनसुनवाई में महिला पार्षद को ही खड़ा होना पड़ा। बाबा… आखिर पार्षद करें तो क्या करें क्षेत्र में विकास कार्य नहीं हो रहा है वहां तक तो ठीक परंतु मूलभूत सुविधा जो जनता का अधिकार है।वह भी ना हो तो जनता तो सीधे पार्षद के माथे आती है। फिर एक जागरूक महिला पार्षद रितु सावनेर ने अच्छा कदम उठाया आम जनता की नजर में तो यही रहेगा की पार्षद हमारी समस्या के लिए स्वयं जूझ रही है।

भगत…. देखते-देखते ढाई वर्ष निकल गए।

बाबा…. इस परिषद को ढाई वर्ष कैसे निकल गए पता ही नहीं चला। नए चुने पार्षद का पुराने हो गए उनका स्वयं को पता नहीं चला। अब इतना समय भी नहीं है क्योंकि कुछ समय आचार संहिता और अन्य आयोजनों में निकल जाएगा। परंतु उनके द्वारा किए गए वादे की सूची लंबी है।

भगत….. इससे अच्छा तो पुलिस अधीक्षक ने कम समय में अपना काम दिखा दिया है। बाबा…. हां बेटा पुलिस अधीक्षक पुनीत गहलोत ने सुस्त पुलिस को चुस्त कर दिया है। और हर क्षेत्र में लग रहा है कि पुलिस कुछ कर रही है। अभी तो ट्रैफिक सुधार में भी बहुत कुछ सुधार नजर आ रहा है।कहीं-कहीं तो ऐसा लग रहा था कि हम इतने समय से यह सब झेल रहे थे। इतनी आसानी से इतने कम समय में इतना बदलाव हो सकता है क्या। एक पुलिस अधीक्षक देर रात तक जिले की हर खबर लेने के बाद सुबह भी पूरे जिले की छोटी से छोटी घटना की बारीकी से जानकारी ले तो सभी थाना प्रभारी और पुलिसकर्मी सजगता से काम करेंगे ही और फिर अभी तो वह सभी को प्रोत्साहित कर रहे हैं ।एक पुलिस कप्तान अपने अधीनस्थ को प्रोत्साहित करें तो भी काम दिखेगा। अब कलेक्टर के साथ पुलिस अधीक्षक का काम भी क्षेत्र में दिख रहा है।

भगत…. बस थोड़ी भ्रष्टाचार की समस्या भी निपट जाए। बाबा…. अब पुलिस अधीक्षक इतना कर रहे हैं वही बहुत है। हम सोचे कि पुलिस विभाग में जाएं और बिना भेंट पूजा किया जाए तो यह एक सपना होगा। एक छोटी सी पुलिस चौकी पर यदि आम आदमी का₹1 भी खर्च ना हो और काम हो जाए तो वह छोटी सी चौकी को प्रणाम सलूट परंतु वह भी पूरे देश में ढूंढना पड़ेगी शायद कहीं मिल जाए। हम तो इतने में ही खुश है कि पुलिस अधीक्षक कुछ कर रहे हैं। और बहुत कुछ अच्छा कर रहे हैं। अब सिस्टम पूरा तो सुधारने से रहे बस पुलिस अधीक्षक महोदय थोड़ा सा अग्निकांड में उस समय रात को कुछ मीटर की दूरी पर पुलिस चौकी और दूसरी और कुछ मीटर की दूरी पर ही थाना है। उसको जरूर चेक करवा ले और अभी तक तो आप प्रोत्साहित कर रहे हैं। इतने बड़े हादसे में जवाबदार को दंड भी दे दे। वरना जिस तरह नगर निगम के कुछ लापरवाह के कारण पूरी मेहनत पर पानी गिर जाता है इस तरह आपकी अच्छी मेहनत पर भी पानी फिर जाएगा और भी जगह है यह लापरवाह दिखेंगे।

भगत…. कलेक्टर की मेहनत हर जगह रंग ला रही है।    बाबा…. समझ गया ‘’मेरा स्कूल-स्मार्ट स्कूल’’ के लिए जिले को नई दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर “स्कॉच सिल्वर अवार्ड-2024’’ मिला है। कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने सबसे पहले पूरे जिले का भ्रमण कर हर विभाग को बारीकी से समझा है और हर जगह व्यवस्था में सुधार के प्रयास में कहीं बड़े फैसला लेकर दोषी को दंडित भी किया है। परंतु शिक्षा चिकित्सा और विकास के लिए उद्योग जगत, निजी स्कूल, जनप्रतिनिधि और समाज सेवी संस्थाओं को साथ लेकर स्मार्ट स्कूल अभियान चलाया था जब चला था तब ऐसा लग रहा था कि बहुत कठिन कार्य है लेकिन देवास में उद्योगों से सीएसआर फंड लेना और उसे सही दिशा में लगा दिया। कलेक्टर के साथ सीओ  ओर डी पीसी राजेंद्र सक्सेना और पूरे जिले के टीम को श्रेय जाता है। शिक्षा के बाद चिकित्सा क्षेत्र में उद्योग जगत के साथ सबसे बड़ा अभिनेता सोनू सूद से देवास के लिए राशि लेकर सेवा कार्य में लगाना। कलेक्टर द्वारा ऐसे और कई जगह है जो हाइलाइट नहीं है ।सेवा कार्य में लगातार सहयोग दिया जा रहा है तो प्रशासन सख्त और कुछ खास कर रहा है सा नजर आता है।

भगत …. प्रदेश में एक पुलिस कांस्टेबल की संपत्ति की चर्चा है तो हमारे जिले में भी कहीं है। बाबा… हर थाने पर एक पुलिस कांस्टेबल और पुलिसकर्मी का अपना राज रहता है जो नो लिमिट संपत्ति अर्जित करता है और अपने हिसाब से नेताजी सत्ता के आने जाने पर बदलता रहता है ।यह पूरे प्रदेश की कहानी है बस यह बात अलग है कि यह कांस्टेबल सीधा आरटीओ से संबंधित था। हमारे देवास जिले में कुछ विभाग के खास बाबू और जिले के खास पुलिसकर्मी की संपत्ति सभी के सामने है। कुछ को तो नेताजी ने सरेंडर कर दिया है कुछ अभी भी पूरे जिले में फार्म पर है यहां केवल एक कांस्टेबल नहीं कुछ विभाग के इंजीनियर भी मालामाल है।

भगत… बाबा आखिर मिला क्या। सांप सीढ़ी की तरह वापस जीरो पर।                      बाबा… सही बात है बेटा पूरे जीवन भर अंधी कमाई और झूठ सच के बाद अपना पूरा समय बर्बाद तो करते ही है ।मानव जीवन एक बार मिला इसमें भी पुण्य की जगह पाप और हर किसी को अपना बाप बना कर रखने वाले का आखिर में यही हाल होता है। अपना सुख चैन सब खोने के साथ कुछ सीमेंट कंक्रीट और सोना चांदी जरूर ज्यादा इकट्ठा कर लेता है परंतु इज्जत सम्मान सब चला जाता है और अंत में वह सोना चांदी और सुख चैन भी। थोड़ा करें अपने लिए ज्यादा करें दूसरों के लिए। ऐसे आरटीओ के कांस्टेबल से सभी सबक ले। वैसे भी अब बहुत सारे निशाने पर है।

भगत… राजनीति में भी बहुत उठा पटक चल रही है।

बाबा…. समझ गया जिला अध्यक्ष के दावेदार और अन्य नेताजी इनके लिए अगले सप्ताह इस बार केवल सकारात्मक जाते-जाते

भगत…. अंग्रेजी नव वर्ष जा रहा है नव वर्ष में कुछ अच्छा ही होगा।                            बाबा…. हां बेटा भले ही अंग्रेजी नव वर्ष हो लेकिन जब पूरा विश्व मानता है तो हम भी पॉजिटिव सकारात्मक चाहते हैं और बाबा  भगत भी पॉजिटिव लिखना चाहते थे।लेकिन दोनों मुद्दे से मन आहत हुआ है। नगर निगम कमिश्नर महापौर और सभापति सहित सभी ने इन दोनों मुद्दों पर गहन विचार कर अब सख्त कदम उठाना चाहिए हम तो अभी भी चाहेंगे कि देवास नगर निगम इन सब बातों को ध्यान में रख सुधार कर इंदौर की तरह नंबर वन है जाते-जाते अंग्रेजी वर्ष 2024 से 2025 अच्छा रहे। जय हिंद जय भारत।

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