भूतल परिवहन मंत्री श्री गडकरी अपना वादा निभाए, 60 किमी के दायरे में आए टोल टैक्स खत्म करें, कांग्रेस ने फिर उठाया मुद्दा, पूर्व में देवास भोपाल हाईवे टोल पर जबरन वसूली के खिलाफ भी प्रमुखता से उठाई थी आवाज

देवास। शहर कांग्रेस ने फिर एक बार आम जन से जुड़ी समस्या के प्रति गंभीरता दिखाते हुए एक गंभीर मुद्दा टोल टैक्स वाला उठाया है जिसमें केंद्रीय मंत्री को अपनी बात पर खड़ी उतारने की बात कही है विषय यह है कि केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में कहा था कि 60 किलोमीटर के दायरे में अगर कोई टोल लिया जाता है तो यह गलत है। 3 माह के अंदर हम ऐसी व्यवस्था कर देंगे, आधार कार्ड के अनुसार पास बनाकर देंगे, जिससे कि 60 किलोमीटर के अंदर में कोई टोल टैक्स नहीं लिया जाएगा। शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी व कार्यकारी अध्यक्ष प्रवक्ता सुधीर शर्मा ने बताया कि लोकसभा में व्यक्तत्व देने के बावजूद आज तक भूतल परिवहन मंत्रालय ने 60 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले लोगों को कोई टोल टैक्स नहीं देना पड़ेगा, इसके लिए मंत्रालय ने कोई आदेश आज तक जारी नहीं किया, न ही कोई तारीख जारी की। यह भी स्पष्ट नहीं किया कि संबंधित व्यक्ति संबंधित स्थान से अपना आधार कार्ड लाकर अपना पास बना ले जिससे उसे 60 किलोमीटर के दायरे में आने-जाने में टोल टैक्स नहीं चुकाना पड़े। अभी देवास और इंदौर की दूरी 60 किलोमीटर से कम है। साथ ही देवास और उज्जैन की दूरी भी 60 किलोमीटर से कम है। साथ ही देवास से सोनकच्छ के बीच की दूरी भी 60 किलोमीटर से कम है। बावजूद यहां के रहवासियों को इंदौर उज्जैन, सोनकच्छ जाने में टोल टैक्स चुकाना पड़ रहा है। इस संदर्भ में शहर कांग्रेस के द्वारा भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर उनसे अनुरोध किया गया है कि उन्होंने लोकसभा में जो घोषणा की है उसका क्रियान्वयन किया जाए और इस संदर्भ में आपके विभाग के द्वारा आदेश जारी किए जाएं, जिससे 60 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले लोग हैं उन्हें टोल टैक्स नहीं चुकाना पड़े। साथ ही आदेश में यह भी सूचित किया जाए की 60 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले लोग अपने आधार कार्ड के माध्यम से नियत स्थान पर टोल से मुक्ति हेतु पास बना सकते है। इसके पूर्व शहर कांग्रेस ने प्रमुखता के साथ देवास भोपाल हाईवे टोल पर जबरन अवैध वसूली का मुद्दा उठाया था और उसके जो प्रदेश की सोशल मीडिया से लेकर इलेक्ट्रॉनिक चैनल और समाचार पत्रों में प्रकाशित होने के बाद भी अभी तक उसी स्थिति में जारी है। प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार ने अभी तक इस कोई कदम नहीं उठाए हैं। खैर जो भी हो लेकिन कांग्रेस ने प्रमुखता से मुद्दे तो उठाई वह भी जनता से जुड़े। क्योंकि टोल पर आए दिन विवाद की स्थिति होती है आम स्थानीय जनता को अपने आसपास के शहर में दिनभर काम पड़ता है कहीं व्यापार तो कहीं नौकरी तो कहीं अपनी खेती व अन्य कारण से टोल के कारण बाहर से आयात होने वाले और निर्यात होने वाली वस्तुओं के दाम भी बढ़ना स्वाभाविक है। फिर स्थानीय आदमी से अभी तक टोल लिया जा रहा है क्योंकि आम आदमी ही टोल देता है अधिकारी और नेता को जरूर छूट मिल जाती है लेकिन आम आदमी हर जगह मजबूर है कांग्रेस ने एक अच्छा मुद्दा उठाया है अब गेंद भाजपा के पहले में है कि वह जल्द ही 60 किलोमीटर के वादे पर खरे उतरते हुए कितनी दूरी के टोल समाप्त करें।