पूर्व सीएमएचओ और कर्मचारी फरार, उच्च स्तर पर गुटबाजी क्यों नहीं करते खत्म का कड़वा सत्य, अवैध कॉलोनाइजर पर कार्रवाई होगी,  विकास प्राधिकरण में किसका विकास, कांग्रेस में फिर वही राज, जिला जनपद में अंदर ही अंदर …. जबरिया टोल टैक्स वसूली….. नगर निगम में सत्ता पक्ष ने खोली स्टोर विभाग की पोल… बरखा रानी झूम के बरसो….

भगत ….. बाबा प्रणाम ।                           बाबा… बेटा प्रणाम।

भगत… बाबा पूर्व सीएमएचओ फरार हो गए हैं बाबा और बताया जा रहा है कि विदेश चले गए। बाबा…… बेटा लालच बुरी बला है और फिर करने का फल मिलता है कोरोना काल मे जब सब सेवा कर रहे थे तब लालची साहब ने  शासन का पैसा तो कागज पर बना ही लिया साथ में मानवीयता को भी ध्यान न रखते हुए रेमडेसिविर इंजेक्शन तक के ब्लैक में सहयोग किया और हालात यह थे कि अभी तक वह जनता को तो नहीं मिले लेकिन स्टॉक में रखे हुए थे । भगवान के यहां तीसरा कैमरा लगा है वह सब देख रहा है। सीएमएचओ या किसी भी विभाग के मुख्य प्रभारी का पद वैसे भी मलाईदार रहता है लेकिन अगर ज्यादा स्वार्थ में अधिकारी आ जाते हैं तो फिर पूरी नाव ही डूब जाती है कर्मचारी की राशि में कर्मचारियों के सहयोग से ही घोटाला ले डूबा । सब फरार है तो कर्मचारी तो आसपास ही घूम रहे हैं पुलिस कम से कम उनको तो पड़ सकती है खैर  शर्मा जी को शर्म आई तो होगी सो फरार होना अच्छा समझा न्यायालय से अग्रिम जमानत में सफल हो भी जाते हैं तो एक उच्च न्यायालय है जहां सब का फैसला होना है सबसे बड़ी बात की ईश्वर ने आपको इतने प्रमुख पद पर पहुंचा है तो कुछ अच्छा कर जाए खासकर स्वास्थ्य विभाग जहां पर दूर अंचल ग्रामीण क्षेत्र में आज भी व्यवस्था इतनी खराब है कि ग्रामीण पलायन का मुख्य कारण चिकित्सा है। जो भी हो देवास कलेक्टर गुप्ता ने दमदारी के साथ कार्रवाई की है। अब किसी भी विभाग में है अधिकारी कोई बड़ा घोटाला करने से पहले 10 बार सोचेगा क्योंकि इसके पहले पटवारी कांड और कृषि विभाग घोटाला कलेक्टर द्वारा कार्रवाई के बाद अब सब चिकित्सा क्षेत्र में आगे की कार्रवाई के इंतजार में है जो पुलिस के हाथ में है। बस अभी इतना ही कहेंगे कि सीएमएचओ शर्मा इमरजेंसी आईसीयू का चार्ज भर रहे हैं चाहे वह पुलिस विभाग हो या अन्य विभाग फरारी में तो चार गुना चार्ज लगता है और अब तो आप विदेश में हो पूरा चार गुना भुगतान करना ही पड़ेगा और आने के बाद भी।

भगत ……..बाबा इस बार तो गुटबाजी चरम पर देखने को मिल रही है इतना तो कभी नहीं देखा देवास में।                                           बाबा…… हां बेटा इस स्तर पर भारतीय जनता पार्टी में गुटबाजी नहीं देखने को मिली जो आज देखने को मिल रही है ।और तू चाहता है कि उच्च स्तर पर यह सब समाप्त हो तो उसका कारण सुन वह कभी भी गुटबाजी समाप्त नहीं करेंगे। अभी देवास में भारतीय जनता पार्टी में सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी गुट और सीधा सामने विधायक गायत्री राजे पवार गुट टक्कर दे रहा है। विधायक को जरूर विधानसभा में थोड़ा लीड में नुकसान हुआ उसका उल्टा सांसद को लोकसभा में ज्यादा लीड मिलना चर्चा में रहा। 7 महीने पहले भारतीय जनता पार्टी देवास विधानसभा 27000 के लगभग जीती है तो 7 माह के अंदर ही इतना बड़ा अंतर की 70000 के बढ़त ने बहुत कुछ राजनीतिकों को सोचने पर मजबूर कर दिया जिसके कारण भी स्पष्ट है। पिछली लोकसभा में सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी के साथ देवास विधायक राजे और उनके पुत्र ने जी तोड़ मेहनत की थी। उसके बाद भी दोनों के बीच संबंध एकमात्र कारण से बिगड़ गए। अब परिणाम यह रहा की विधानसभा में खुला सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी द्वारा परदे के पीछे से विरोध किया गया तो राजे ने खुले रूप से देवास में विरोध कर बता दिया कि अब दोनों के रास्ते अलग-अलग है। अब देखिए अंतर कि जिस विधायक ने देवास विकास के लिए हर पल मेहनत की और विकास में कई उपलब्धियां उनके नाम पर है इधर सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी के खाते में विकास के नाम पर कोई बड़ी उपलब्धि नहीं। लेकिन एक ही मुद्दा उनको सफलता दिला गया वह हिंदुत्व का और ऊपर मोदी जी का। मोदी जी का तो इसलिए नहीं मोदी जी का । अब बात करें गुट की  तो देवास में तीन दशक तक महाराज गुट और सामने जोशी गुट में से एक का वर्चस्व रहा है पहली बार सांसद और राजू खंडेलवाल जिला अध्यक्ष ,राजेश यादव का गुट नए गुट के रूप में सामने आया है और जोशी गुट पूर्व मंत्री दीपक जोशी के कांग्रेस में जाने के बाद भाजपा से समाप्त हो गया हे । अब मात्र देवास पूरे जिले में सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी गुट तो दूसरा सामने विधायक गायत्री राजे पवार गुट का ही बोलबाला है भाजपा कार्यकर्ता या तो सांसद गुट में रहते हैं या विधायक राजे गुट में। इस तरह किसी नेता से नाराज कार्यकर्ता गुट तो बदल लेते हैं लेकिन पार्टी नहीं रहते भाजपा में ही है और यही शायद ऊपर वाले को पता है कि चलो अपनी ही पार्टी में वरना दोनों एक हो जाएंगे तो फिर कार्यकर्ता मजबूरी में पार्टी ही बदल देगा।

भगत ….. पुलिस कप्तान ने तेवर बदल दिए हैं। बाबा….. देर आए दूरस्त आई पुलिस की छवि अब थोड़ी सी आम जनता में अच्छी बन रही है। देवास में पुलिस कप्तान संपत उपाध्याय के आने के बाद बहुत कुछ सुधार की उम्मीद जगी थी लेकिन उनके साथ की टीम वही पुरानी होने पर जैसा चल रहा था वैसा ही चला रहा लेकिन 2023 जाते-जाते कुछ अधिकारी और टी आई बदले तो शहर में माहौल भी बदल गया पुलिस कप्तान उपाध्याय अपनी शैली में कार्य करने लगे और अब 2024 में जनता को लग रहा है कि देवास में पुलिस है। बस थोड़ी सी राहत और मिल जाए की ट्रैफिक पुलिस बाईपास की जगह शहर में अगर नजर आए तो बहुत अच्छा होगा फिलहाल तो इतना ही कहेंगे कि कप्तान और उनकी टीम एडिशनल एस पी, सी एस पी और टी आई अपनी शैली में कार्य करते रहे तो पुलिस का जलवा कायम रहेगा।

भगत…. सभापति ने भी मैदान संभाल लिया है। बाबा….. बारिश का मौसम और चारों ओर बदल के बीच सूर्य देवता रविराज अचानक कहीं खो गए हैं ।तो हमारे देवास शहर के सभापति रवि अचानक जनता के बीच आ गए हैं और लगता है कि अपने पुराने सारे काम निपटा के ही मैदान में आए हैं। व्यापारियों को फूल भेंट करने के बाद फेसबुक वार में इनको और ज्यादा ऊर्जा मिल गई है। अस्थाई अतिक्रमण हटाने के साथ, मुक्तिधाम का आकस्मिक निरीक्षण, रेलवे महाप्रबंधक को ज्ञापन वार्ड 16 में सौगात के साथ अब देवास नगर निगम में कुछ अच्छा होने के संकेत है। बस थोड़ा सा रवि बाबू अपने वार्ड में भी जनता से मिल लो वार्ड में विरोधी पक्ष के वर्चस्व के बाद भी तुमको पसंद किया है।

भगत….. अवैध कॉलोनी काटने वालों पर कार्रवाई हो की तैयारी।                          बाबा….. देवास में नहीं पूरे प्रदेश में यह गोरखधंधा वर्षों से फल फूल रहा है। हरे भरे खेत कब कॉलोनी में बदल जाए पता नहीं । नेताजी की नजर ना लग जाए इन खेतों पर देवास में और शहर के आसपास जितनी भी कालोनियां अवैध रूप से कटी है उसमें अधिकांश नेताओं के संरक्षण में ही कटी हे । बात बहुत होती है कि इस बार कार्रवाई होगी शहरी क्षेत्र में पार्षद को ग्रामीण क्षेत्र में सरपंच और फिर उनसे बड़े वाले नेता तो बड़ी ही कॉलोनी काटेंगे और कटना आम जनता को है। नेताजी छुरी है तो जनता खरबूजा अब खरबूजा छुरी पर गिरे या खरबूजे पर छुरी कटना तो जनता को है। और देवास में ऐसे ही आम जनता जो केवल एक सिर ढकने के लिए छोटे से घर के लिए मजबूरी में जहां भी प्लाट मिले वहीं पर ले लेती है और बाद में इन अवैध कॉलोनी में सारी समस्या मुफ्त में मिलती है। जिस तरह देवास कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने हर क्षेत्र में ईमानदारी से कार्य कर दूध का दूध पानी का पानी कर दिया है अब बहुत जल्द अवैध कॉलोनी नाईजर पर भी कार्रवाई होने की संभावना नजर आ रही है जिसमें कई सफेद पोश नेता भी नहीं बच सकेंगे।

भगत ….. देवास के कई कॉलोनाइजर ने कॉलोनी काटने के बाद देवास में धार्मिक क्षेत्र और सेवा क्षेत्र में कार्य कर कॉलोनी नाइजर का गौरव बढ़ाया है।  

बाबा… हां बेटा पहले के कॉलोनाइजर हो या नगर सेठ समाज के लिए और धर्म के लिए बहुत कुछ करते थे और धर्म का और समाज का गौरव बढ़ाते थे लेकिन अब के कुछ कॉलोनी नजर अपना गौरव कुछ अलग ही कार्य में बढ़ा रहे हैं ऐसे ही कॉलोनाइजर के गौरव की चर्चा पूरे शहर में है। जिस पर अगली बार में पूरे विस्तार के साथ बात करेंगे।

भगत…. प्राधिकरण नई कॉलोनी भी तो नहीं लॉन्च कर रही है।

बाबा….. हां बेटा बहुत समय हो गया इतना लंबा समय की अब देवास की जनता प्राधिकरण अध्यक्ष को केवल एक नेता के रूप में आने वाले महापौर या विधायक के दावेदार के रूप में ही देखना पसंद करती है क्योंकि वह इतनी आदतन हो गई है कि यह नेताजी कुछ करेंगे नहीं नई कॉलोनी काटेंगे नहीं जमीन जरूर छोड़ देंगे । जिसका लाभ कॉलोनी नाइजर को मिलता है नहीं तो अगर देवास विकास प्राधिकरण इतनी जमीन नहीं छोड़ता तो शहर में जमीन के भाव आसमान पर नहीं रहते आम गरीब की बहुत से बहुत दूर हो गए हैं मकान और प्लॉट । दूसरा अब तो नए मुख्यमंत्री ने प्राधिकरण अध्यक्ष भी हटा दिया है। तो अब और कुछ अच्छा होने की उम्मीद तो वहां पर कर ही क्या सकते हैं। जब तक कोई नया अध्यक्ष नहीं बैठे अधिकारी राज आप जाकर देख सकते हैं ना आम जनता के लिए कोई सुनने वाला है ना कोई देखने वाला और देखने वाली चीज रहेगी शादी करने की योजना चलरही और देखने वाला।

भगत….. अधिकारी राज और जनप्रतिनिधि राज प्राधिकरण और नगर निगम में अंतर जनता देख सकती है।                                           बाबा…… बेटा हम तो जनता के लिए ही बोलेंगे लेकिन जनता ही ऐसी है कि अधिकारी वर्ग के खिलाफ साहब संस्कृति के कारण बोल नहीं पाती है। जितनी सहज और सरल तरीके से आम जनता को नेता आसानी से मिल जाते हैं क्या अधिकारी उतनी ही आसानी से मिलते हैं स्पष्ट रूप से और सच नहीं नहीं और नहीं। कलेक्टर और राजस्व विभाग छोड़ दे तो प्राधिकरण और नगर निगम में यदि आपको कमिश्नर और सीईओ से मिलना है तो आम जनता तो शायद मिल ही नहीं सकती है सब का जलवा अलग रहता है ऐसे मुंह उठाकर आते हैं जैसे अंग्रेज के जमाने के अफसर जबकि एक साधारण सा पार्षद भी जमाने भर से मिलते हो चलते हाथ मिलाते हाथ जोड़ते आता है तो महापौर,सभापति भी या प्राधिकरण अध्यक्ष भी जनता से मिलते हुए आते जाते हैं और जनता दरबार लगाते हैं। आम जनता कम से कम सहज भाव से मिल तो सकती है। फिर अभी तो वहां पर इंजीनियर राज चल रहा है प्राधिकरण में सेवानिवृत्ति के बाद भी इंजीनियर और अधिकारी अपनी सेवा दे रहे हैं जबकि नए को मौका देना चाहिए यह जनप्रतिनिधि भी कर सकते हैं हमारे युवाओं को रोजगार कब मिलेगा भैया तुम लोगों ने खूब राज कर लिया कमा लिया मकान बना लिए प्लॉट ले लिए अब यहां पर युवाओं को मौका दो और देवास की जनता के लिए कुछ खासकर मध्यमवर्ग जनता के लिए कुछ तो कर जाओ। भगत…… कांग्रेस में भी बदलाव नहीं हो रहा है। बाबा….. पहले देवास में जिस तरह भाजपा में दो गुट थे उसे तरह कांग्रेस में भी दमदारी से स्वर्गीय ठाकुर राजेंद्र सिंह बघेल गुट और दूसरा इंदौरी नेता सज्जन वर्मा का गुट चलता था। और लगभग दो दशक से भी ज्यादा कांग्रेस में दो गुट का हीं वर्चस्व रहा। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में सारे समीकरण बदल गई यहां पर बघेल गुट सज्जन वर्मा में समझौता होने के बाद अब एक ही गुट सज्जन वर्मा गुटका वर्चस्व रहा है चाहे विधानसभा के टिकट हो या नगर निगम और पंचायत सभी दूर फिर जिला अध्यक्ष और शहर अध्यक्ष भी सज्जन वर्मा गुटका ही है प्रदेश में प्रदेश अध्यक्ष बदलने के बाद लग रहा था कि देवास में कुछ बदलाव होगा लेकिन विधानसभा लोकसभा दोनों ने निपट गए और जो निपटने के लिए बैठे थे वह नहीं निपटे। मनोज राजानी विरोधी अब कर भी कर सकते हैं। नए प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के बनने के बाद उम्मीद लगी थी लेकिन लोकसभा चुनाव में 29 के आंकड़े से जीतू पटवारी अब अपना पद बचाने में ही लगे हैं। फिर भी दूसरा गुट है की हार मानने को तैयार नहीं है वह भी किसी भी तरह अपने दम पर विपक्ष की भूमिका निभाने के साथ विपक्ष के नेता के खिलाफ भी विपक्ष की भूमिका निभा रहा है और उम्मीद है कि कभी तो बदलाव होगा। भगत….. जिला पंचायत जनपद में भी।    बाबा…… यहां तो पहले ही बदलाव हो गया है सत्ता बदलने से पहले ही जिला पंचायत अध्यक्ष लीला जी ने पाला बदल दिया और सोनकच्छ के परिणाम भी बदल दिए।परंतु बदले में उनको कुछ खास नहीं मिला।अब कांग्रेस जिसके पास जिला पंचायत में बहुमत का दावा किया जा रहा है वह कुछ ही माह का इंतजार कर रही है की बने सिंह को बना दे। जिसमें कई ,बना, भी साथ है। भाजपा के वरिष्ठ नेता को सब समझ में आ रहा है इसलिए वह भी अंदर ही अंदर जिले में तैयारी कर रहे हैं कि कम से कम यह बदलाव नहीं हो जनपद में एक विधायक की नाराजगी भारी पड़ सकती है। भगत….. टोल टैक्स का मुद्दा फिर गहरा गया है। बाबा…… यह हमारे भारत देश की जनता ही है कि जो अपनी गाड़ी घोड़े का पूरा टैक्स भरने के बाद एक अलग से जबरिया टोल टैक्स भी देती है उस पर भी टोल टैक्स वाले लागत मूल्य के साथ अपना कमाई वाला मूल्य भी वसूलने के बाद शानो शौकत शुल्क भी वसूलते रहते हैं। जबकि इसी टोल टैक्स से प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री विपक्ष के नेता विधायक सांसद और न्याय देवता तक गुजरते हैं लेकिन किसी का ध्यान उनकी ओर नहीं जाता चलो इतना होने के बाद टैक्स वसूलते ही है तो कम से कम कुछ सुविधा तो दे दो सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे जिनके कारण कई बार कहीं बेकसूर दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं उनको का क्या दोष । प्रदेश के प्रमुख सचिव से लेकर लोक निर्माण विभाग के अधिकारी भी इस और ध्यान नहीं देते हैं टोल टैक्स वसूली ठेकेदार कम से कम जनता का तो ध्यान रखो । सड़क तो अच्छी रखो क्योंकि अब जब तक विधायक सांसद टोल का मुद्दा नहीं उठाए हम उम्मीद नहीं कर सकते कि कोई टोल बंद होगा । और आवाज उठाना है तो हम तो उठाएंगे तुम बस सड़क और टोल पर जो आम जनता को इमरजेंसी सुविधा मिलना है वही उपलब्ध करा दो तो बहुत है।

भगत … नगर निगम की स्वास्थ्य व्यवस्था कभी इतनी बदहाल नही थी।                                  बाबा….. नगर निगम की स्वास्थ्य समस्या वाकई में पहली बार इतनी दयनीय है। सबसे ज्यादा कचरा संग्रहण वाहन के कारण बिगड़ी है और इसे यहीं से सुधारना होगा नहीं तो इस बार हमारे देवास नंबर वन का गाना भी बजाना बंद कर दे और जीरो वाला कोई गाना लेकर आए वही बजाएं बाकी लिखने को बहुत कुछ है जनता को सब दिख रहा है सभापति महापौर इस और ज्यादा ध्यान दें सबसे ज्यादा नगर निगम में कहीं व्यवस्था पीछे रही है तो वह है स्वास्थ्य विभाग।

भगत…. सत्ता पक्ष के पार्षद ने स्टोर विभाग की पोल खोल दी।

बाबा…… हां बेटा बहुत दिन से चुप बैठे थे नगर निगम के सबसे ज्यादा सक्रिय रहने वाले पार्षद मेहरीन काउंसिल के धर्मेंद्र सिंह बेस और गणेश पटेल ने स्टोर विभाग का आकस्मिक निरीक्षण कर पोल खोल के रख दि। अब यह बात अलग है कि उनके विरोधी इसे और कुछ बता रहे हैं लेकिन पार्षद ने अपनी जनता के लिए सत्ता पक्ष होने के बाद भी अपने विभाग में ही भ्रष्टाचार के खिलाफ मुद्दा तो उठाया।

भगत….. पानी भी धीरे-धीरे बरस रहा है सावन भी झूम कर नहीं आ रहा है।                    बाबा….. बेटा मौसम का अपना मिजाज है वह किसी का नहीं फिर अभी तो सावन शुरू हुआ है मस्त सुहाना मौसम के साथ अध्यात्म और धर्म का मौसम भी है। इंद्र देवता तो आधे इसलिए भी नहीं बरस रहे कि ज्यादा बरसे तो तुम कहना शुरू कर दोगे आफत की बारिश, और न जाने क्या-क्या थोड़ी सी बारिश ने खोल दी सड़कों की पोल और भी कुछ इसलिए इंद्र देवता धीरे-धीरे बरस रहे एक बार दिल से बोल दो कि बरसों बरखा रानी खूब जोर से बरसो झूम के बरसो हम सब सहन कर लेंगे तुम बरसों तो सही। बारिश के साथ सावन महीने में चारों ओर भक्ति का नजारा भी देखने को मिलता है। भोले बाबा की भक्ति का आनंद ही कुछ और है। शिवालयों में भीड़ के साथ चारों ओर हरियाली का सुहाना मौसम बदला बदला नजारा । मंदिरों में शिव कथा और सड़कों पर कावड़ और कावड़ यात्रियों के स्वागत के लिए जगह-जगह लगे सेवा के पंडाल पूरे मालवा क्षेत्र में अपनी अलग पहचान रखते हैं। बस बेटा आज इतना ही अगले सप्ताह फिर मिलते हैं जय भोलेनाथ जय शिव।