पुलिस आबकारी विभाग की संयुक्त कार्यवाही एक मोटरसाइकिल सहित भारी मात्रा में अवैध शराब बरामद, होटल ढाबों पर भी होगी कार्रवाई, ड्रग्स माफिया पर भी होना चाहिए कार्रवाई
देवास, कलेक्टर श्री चंद्रमौली शुक्ला के निर्देशानुसार जिले में नशा मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है। नशा मुक्ति अभियान के अंतर्गत आबकारी विभाग एवं पुलिस विभाग द्वारा संयुक्त रूप से कार्यवाही की जा रही है। आबकारी विभाग पिछले 1 वर्षों से सतत खासकर क्षेत्र में कार्रवाई कर रहा है जहां पर पुलिस और आबकारी विभाग जाना कम पसंद करते हैं। अपराधी वर्ग और उनका क्षेत्र जहां कच्ची अवैध शराब का निर्माण होता है ऐसी जगह लगातार कार्रवाई मैं अधिकारी और पुलिस की इच्छाशक्ति की चाहिए वरना औपचारिक केस बनाकर भी कर्तव्य से इतिश्री किया जा सकता है । अभी वर्तमान समय में सबसे ज्यादा कच्ची और अवैध शराब से शराब पीने वालों को नुकसान है ।सस्ती के चक्कर में अवैध और जहरीली शराब तक पियक्कड़ पी लेते हैं। कहीं पर यह धीमे जहर का काम करती है और कहीं पर तत्काल पुलिस आबकारी विभाग वाकई में सही जगह बाहर कर रही है। इसके बाद शहर के आसपास होटल और ढाबों पर अभियान चलाया जाना चाहिए अभी सबसे पहले अवैध कच्ची शराब जहरीली शराब के खिलाफ सतत अभियान चलाते रहना चाहिए। आज अभियान में आबकारी एवं पुलिस विभाग द्वारा टोंककला एवं चिड़ावद में कार्यवाही कर मध्य प्रदेश आबकारी अधिनियम 1915 की धारा 34(2) के अंतर्गत 01 प्रकरण एवं आबकारी अधिनियम 1915 की धारा 34 (1) के अंतर्गत 10 प्रकरण पंजीबद्ध किये गये। कार्यवाही एक मोटर साईकिल सहित 310 पाव देशी प्लेन मदिरा, 150 लीटर हाथ भट्टी मदिरा एवं 5 हजार 200 किलो महुआ लहान जप्त किया गया। लहान के सैम्पल लेकर मौके पर नष्ट किया गया। जप्त की गई कुल मंदिरा का अनुमानित बाजार मूल्य 3 लाख 67 हजार 670 रूपये है। कार्यवाही में सहायक जिला आबकारी अधिकारी श्री राघवेन्द्र कुशवाह, आबकारी उपनिरीक्षक श्री प्रेम नारायण यादव, सुश्री राजकुमारी मंडलोई, श्री देवेन्द्र प्रताप सिंह, श्रीमती निधि शर्मा टोंककला चौकी प्रभारी श्री विजेन्द्र सिंह सौलंकी तथा आबकारी एवं पुलिस स्टॉफ सम्मिलित थे। जिले में आबकारी विभाग द्वारा इस प्रकार की कार्यवाही लागातार जारी रहेगी। पुलिस आबकारी विभाग का अभियान केवल अवैध शराब तक सीमित नहीं रहे शहर में कई जगह गांजा और ब्राउन शुगर तक बिक रही है जो हमारी युवा पीढ़ी को खोखला कर रही है कुछ राजनेता कुछ आर्थिक प्रभाव के कारण कई नामी गिरामी तस्कर पुलिस की गिरफ्त से दूर है अगर सही मायने में अभियान चलाया जाए तो सबसे बड़े देश की युवा नस्ल को खोखला करने वाले देशद्रोहियों के खिलाफ सबसे पहले कार्रवाई होना चाहिए उसके बाद पुलिस और आबकारी विभाग शराब तो कभी भी कहीं से भी पकड़ लेगी और पकड़ती ही है एक बात जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को ड्रग्स माफिया पर कार्रवाई कर उनकी संपत्ति को भी नष्ट की जाना चाहिए जिस तरह पुलिस अधीक्षक और जिला अधिकारी कार्रवाई करते हैं उसमें यह भाग क्यों छूट रहा है ।
